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द्वंद्वात्मक भौतिकवाद, ऐतिहासिक भौतिकवाद, वर्ग संघर्ष का सिद्धांत, अतिरिक्त मूल्य का सिद्धांत, वर्ग चेतना की अवधारणा और क्रांति का सिद्धांत। | द्वंद्वात्मक भौतिकवाद, ऐतिहासिक भौतिकवाद, वर्ग संघर्ष का सिद्धांत, अतिरिक्त मूल्य का सिद्धांत, वर्ग चेतना की अवधारणा और क्रांति का सिद्धांत। | ||
{किसको भारत में अशांति का अग्रदूत कहा गया? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-65 प्रश्न-8 | {किसको [[भारत]] में अशांति का अग्रदूत कहा गया? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-65 प्रश्न-8 | ||
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+बाल गंगाधर तिलक | +[[बाल गंगाधर तिलक]] | ||
- | -[[फ़िरोजशाह मेहता]] | ||
- | -डब्ल्यू .सी. बनर्जी | ||
-लाला लाजपत राय | -[[लाला लाजपत राय]] | ||
||प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी | ||प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को 'भारत में अशांति का अग्रदूत' कहा गया है। बेलेंटाइन शिरोल ने उन्हें 'भारतीय अशांति का जनक' कहा है। | ||
{किस देश की न्यायपालिका स्वतंत्र नहीं है? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-81 प्रश्न-108 | {किस देश की न्यायपालिका स्वतंत्र नहीं है? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-81 प्रश्न-108 | ||
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-इंग्लैंड | -[[इंग्लैंड]] | ||
-भारत | -[[भारत]] | ||
+रूस | +[[रूस]] | ||
-अमेरिका | -[[अमेरिका]] | ||
||साम्यवादी दल तथा उसकी विचारधारा के साथ संबद्ध रहने के कारण सोवियत संघ (रूस) में न्यायाधीशों की विचारधारा | ||साम्यवादी दल तथा उसकी विचारधारा के साथ संबद्ध रहने के कारण सोवियत संघ ([[रूस]]) में न्यायाधीशों की विचारधारा स्वतंत्र नहीं थी। अत: रूस की न्यायपालिका को स्वतंत्र नहीं माना जा सकता। | ||
{राजनीतिक शास्त्र के | {निम्न में से कौन 'राजनीतिक शास्त्र' के जनक कहे जाते हैं? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-6 प्रश्न-8 | ||
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-सुकरात | -[[सुकरात]] | ||
+अरस्तू | +[[अरस्तू]] | ||
-चाणक्य | -[[चाणक्य]] | ||
-कार्ल मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स]] | ||
||अरस्तू राजनीति शास्त्र के जनक माने जाते हैं। अरस्तू ने ही राजनीति शास्त्र को व्यवस्थित अध्ययन विषय के रूप में नीति शास्त्र से अलग किया। अरस्तू ने राजनीति को सर्वोच्च विज्ञान की संज्ञा दी। | ||[[अरस्तू]] राजनीति शास्त्र के जनक माने जाते हैं। अरस्तू ने ही राजनीति शास्त्र को व्यवस्थित अध्ययन विषय के रूप में नीति शास्त्र से अलग किया। अरस्तू ने राजनीति को सर्वोच्च विज्ञान की संज्ञा दी। | ||
{निम्न सिद्धांतों में किसके अनुसार राज्य की स्थापना जनता की इच्छा से हुई? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-18 प्रश्न-8 | {निम्न सिद्धांतों में किसके अनुसार राज्य की स्थापना जनता की इच्छा से हुई? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-18 प्रश्न-8 | ||
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-शक्ति सिद्धांत | -शक्ति सिद्धांत | ||
-दैवी सिद्धांत | -दैवी सिद्धांत | ||
+सामाजिक समझौते के सिद्धांत | +सामाजिक समझौते के सिद्धांत | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
|| | ||प्राकृतिक अधिकारों का सिद्धांत सामाजिक समझौता सिद्धांत का भाग है। इस सिद्धांत के प्रबल समर्थक हॉब्स, लॉक तथा रूसो हैं। इनके अनुसार राज्य लोगों के द्वारा किए गए समझौते (सामाजिक समझौते) का फल है। समझौता करने से पूर्व लोग प्राकृतिक अवस्था में रहते थे। प्राकृतिक अवस्था के दौरान लोगों के पास प्राकृतिक अधिकार थे। लॉक ने तीन प्राकृतिक अधिकारों का वर्णन किया है जिनमें जीवन, स्वतंत्रता एवं संपत्ति सम्मिलित है। हॉब्स ने आत्मरक्षा के अधिकार को वरीयता दी है। | ||
{कौन-सी समस्या तुलनात्मक राजनीति की समस्या नहीं है? (नागरिक शिक्षा,पृ.सं-93 प्रश्न-8 | {कौन-सी समस्या तुलनात्मक राजनीति की समस्या नहीं है? (नागरिक शिक्षा,पृ.सं-93 प्रश्न-8 | ||
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- | -परिवृत्य | ||
+धार्मिक | +धार्मिक मतभेद | ||
-वैचारिक संरचना | -वैचारिक संरचना | ||
-भाषा और संस्कृति की विविधता | -भाषा और संस्कृति की विविधता | ||
||तुलनात्मक राजनीति की प्रमुख समस्याएं हैं- प्रत्ययों की रचना एवं परिभाषा, अमूर्तीकरण के स्तर एवं वर्गीकरण, तथ्य एकत्रीकरण, | ||तुलनात्मक राजनीति की प्रमुख समस्याएं हैं- प्रत्ययों की रचना एवं परिभाषा, अमूर्तीकरण के स्तर एवं वर्गीकरण, तथ्य एकत्रीकरण, मानकों-संस्थाओं व व्यवहार में अत: संबंध की समस्या और पृष्ठभूमि परिवृर्त्यों की समस्या। प्रश्न में दी गई समस्याएं इन्हीं मुख्य समस्याओं की उप-समस्याएं हैं जिनमें से धार्मिक मतभेद की समस्या तुलनात्मक राजनीति की समस्या नहीं है। | ||
{आर्थिक क्षेत्र में व्यक्तिवाद का महान समर्थक कौन है? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-32 प्रश्न-8 | {आर्थिक क्षेत्र में व्यक्तिवाद का महान समर्थक कौन है? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-32 प्रश्न-8 | ||
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-बेंथम | -बेंथम | ||
-हरबर्ट स्पेंसर | -[[हरबर्ट स्पेंसर]] | ||
-लास्की | -लास्की | ||
+एडम स्मिथ | +[[एडम स्मिथ]] | ||
||आर्थिक क्षेत्र में व्यक्तिवाद को एडम स्मिथ ने अपनी कृति "वैल्थ | ||आर्थिक क्षेत्र में व्यक्तिवाद को [[एडम स्मिथ]] ने अपनी कृति "वैल्थ ऑफ़ नेशंस" के द्वारा स्थापित किया। उन्हें अर्थशास्त्र का जनक भी माना जाता है। '''*अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य'''- आर्थिक क्षेत्र में अहस्तक्षेप के सिद्धांत का समर्थन करते हुए इन्होंने तर्क दिया कि यदि बाज़ार व्यवस्था को कोई हस्तक्षेप न किया जाए तो उसमें संतुलन की स्वाभाविक प्रवृत्ति दिखाई देगी। 2. इससे पूंजीपति के लाभ के साथ-साथ आम खुशहाली में वृद्धि होगी। 3.इनके अनुसार सरकार के मुख्यत: दो कार्य है (a) राज्य की रक्षा, (b) न्याय प्रशासन। 3.इनके अनुसार जब सरकार समाज के भीतर किसी विशेष श्रेणी या समुदाय को विशेषाधिकार प्रदान करके आर्थिक जीवन के विनियम का प्रयत्न करती है तब वह न केवल अन्याय और अत्याचार को बढ़ावा देती है बल्कि आर्थिक इष्टसिद्धि में भी बाधा डालती है। | ||
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य | |||
.इससे पूंजीपति के लाभ के साथ-साथ आम खुशहाली में वृद्धि होगी। | |||
.इनके अनुसार सरकार के मुख्यत: दो कार्य है ( | |||
.इनके अनुसार जब सरकार समाज के भीतर किसी विशेष श्रेणी या समुदाय को विशेषाधिकार प्रदान करके आर्थिक जीवन के विनियम का प्रयत्न करती है तब वह न केवल अन्याय | |||
{फॉसीवाद के 'फॉसीस' शब्द का अर्थ है | {फॉसीवाद के 'फॉसीस' शब्द का क्या अर्थ है? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-41 प्रश्न-8 | ||
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+प्राचीन रोम के अधिकारियों की शक्ति के प्रतीक के रूप में डंडों का समूह | +प्राचीन रोम के अधिकारियों की शक्ति के प्रतीक के रूप में डंडों का समूह | ||
-पोप का | -पोप का मुकुट | ||
-पवित्र रोमन सम्राट की बाइबिल | -पवित्र रोमन सम्राट की बाइबिल | ||
-रोम के मुख्य चर्च की घंटी | -रोम के मुख्य चर्च की घंटी | ||
||फॉसीवाद के ' | ||फॉसीवाद के 'फॉसीस' शब्द का अर्थ प्राचीन रोम के दंडाधीशों (Magic-trates) की शक्ति के प्रतीक के रूप में डंडों का समूह है। इसे सार्वजनिक सेवक उठाकर चलते थे। '''*अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य'''- 1.अंग्रेज़ी के 'फासिज्म' (Fascism) शब्द की उत्पत्ति इतालवी शब्द फासियो (Fascio) से हुई है, जिसका अर्थ है 'डंडों का गट्ठर जो कुल्हाड़े की मूठ के चारों ओर लाल फीते से बंधा होता है। 2.प्रथम विश्वयुद्ध ([[1914]]-[[1919]]) के दौरान यह डंड समूह [[इटली]] के हित में जीने-मरने वाले लोगों के संगठन का सूचक था। 3.फासियो की स्थापना मुसोलिनी के नेतृत्व में वर्ष [[1915]] में मिलान शहर में की गई थी। 4.साम्यवाद से लड़ने के लिए इसका पुनर्गठन वर्ष [[1919]] में किया गया। | ||
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य | |||
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.प्रथम विश्वयुद्ध (1914-1919) के दौरान यह डंड समूह इटली के हित में जीने-मरने वाले लोगों के संगठन का सूचक था। | |||
.फासियो की स्थापना मुसोलिनी के नेतृत्व में वर्ष 1915 में मिलान शहर में की गई थी। | |||
.साम्यवाद से लड़ने के लिए इसका पुनर्गठन वर्ष 1919 में किया गया। | |||
{संयुक्त राष्ट्र संघ का कौन-सा विशिष्ट अभिकरण नहीं है? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-119 प्रश्न-8 | {संयुक्त राष्ट्र संघ का कौन-सा विशिष्ट अभिकरण नहीं है? (नागरिक शास्त्र,पृ.सं-119 प्रश्न-8 |
13:11, 25 दिसम्बर 2016 का अवतरण
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