"प्रयोग:रिंकू4": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''शाह रुख़ ख़ान''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Shah Rukh Khan'', जन्म- [[2 नवम्बर]], [[1965]], [[नई दिल्ली]], [[भारत]]) [[हिन्‍दी]] फ़िल्‍मों के [[अभिनेता]] हैं। वह लगभग सभी प्रकार की फ़िल्‍मों जैसे- रोमांस, ड्रामा, कॉमेडी, एक्‍शन आदि में काम कर चुके हैं। लॉस एंजिलेस टाइम्‍स ने उन्‍हें दुनिया का सबसे बड़ा मूवी स्‍टार बताया है। उनके प्रशंसक भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी बहुत अधिक संख्या में हैं। [[2014]] की एक रिपोर्ट के अनुसार, शाह रुख़ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर एक्‍टर हैं। [[लंदन]] के मैडम तुसाद संग्रहालय में उनकी वैक्‍स की मूर्ति भी स्‍थापित है। उन्‍हें लोग 'बॉलीवुड का बादशाह', 'किंग ऑफ़ बॉलीवुड', 'किंग ख़ान' भी कहते हैं। फ़िल्म इंडस्‍ट्री में सबसे सफल रोमांटिक जोड़ी शाह रुख़-काजोल की मानी जाती है।  
{{सूचना बक्सा प्रसिद्ध व्यक्तित्व
|चित्र=Shah-Rukh-Khan.jpg
|चित्र का नाम=शाह रुख़ ख़ान
|पूरा नाम=शाह रुख़ ख़ान
|अन्य नाम=किंग ख़ान, एसआरके
|जन्म=[[2 नवम्बर]], [[1965]]
|जन्म भूमि=[[नई दिल्ली]], [[भारत]]
|मृत्यु=
|मृत्यु स्थान=
|अभिभावक=पिता-मीर ताज मोहम्‍मद ख़ान, मात-लतीफ फातिमा
|पति/पत्नी=गौरी ख़ान
|संतान=आर्यन, सुहाना और अबराम
|गुरु=
|कर्म भूमि=[[मुम्बई]], [[महाराष्ट्र]]
|कर्म-क्षेत्र=अभिनेता
|मुख्य रचनाएँ=
|विषय=
|खोज=
|भाषा=
|शिक्षा=स्नातकोत्तर
|विद्यालय=कोलम्‍बस स्‍कूल, [[दिल्ली]], हंसराज कॉलेज, जामिया मीलिया इस्‍लामिया, दिल्ली
|पुरस्कार-उपाधि=
|प्रसिद्धि=
|विशेष योगदान=
|नागरिकता=
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|शीर्षक 3=
|पाठ 3=
|शीर्षक 4=पहली फ़िल्म
|पाठ 4=दीवाना
|शीर्षक 5=प्रसिद्ध फ़िल्म
|पाठ 5=दिलवाले दुल्‍हनियां ले जाएंगे
|अन्य जानकारी=शाह रुख़ ख़ान के प्रशंसक केवल भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी बहुत अधिक संख्या में हैं। [[लंदन]] के [[मैडम तुसाद संग्रहालय]] में उनकी वैक्‍स की मूर्ति भी स्‍थापित है।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन={{अद्यतन|18:25, 15 फ़रवरी 2017 (IST)}}
}}
'''शाह रुख़ ख़ान''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Shah Rukh Khan'', जन्म- [[2 नवम्बर]], [[1965]], [[नई दिल्ली]], [[भारत]]) [[हिन्‍दी]] फ़िल्‍मों के [[अभिनेता]] हैं। वह लगभग सभी प्रकार की फ़िल्‍मों जैसे- रोमांस, ड्रामा, कॉमेडी, एक्‍शन आदि में काम कर चुके हैं। लॉस एंजिलेस टाइम्‍स ने उन्‍हें दुनिया का सबसे बड़ा मूवी स्‍टार बताया है। उनके प्रशंसक भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी बहुत अधिक संख्या में हैं। [[2014]] की एक रिपोर्ट के अनुसार, शाह रुख़ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर एक्‍टर हैं। [[लंदन]] के [[मैडम तुसाद संग्रहालय]] में उनकी वैक्‍स (मोम) की मूर्ति भी स्‍थापित है। उन्‍हें लोग 'बॉलीवुड का बादशाह', 'किंग ऑफ़ बॉलीवुड', 'किंग ख़ान' भी कहते हैं। फ़िल्म इंडस्‍ट्री में सबसे सफल रोमांटिक जोड़ी शाह रुख़-काजोल की मानी जाती है।  
==परिचय==
==परिचय==
शाह रुख़ ख़ान का जन्‍म [[2 नवम्बर]], [[1965]] को [[नई दिल्‍ली]] में हुआ था। उनके पिता का नाम मीर ताज मोहम्‍मद ख़ान [[पेशावर]], [[पाकिस्तान]] से थे। उनकी मां का नाम लतीफ फातिमा है। उनकी एक बड़ी बहन भी हैं जिनका नाम शहनाज लालारुख है और वे भी शाह रुख़ के साथ [[मुंबई]] में ही रहती हैं। शाह रुख़ ने एक बार ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया था कि उनके पिता पठानी और मां हैदराबादी हैं।
शाह रुख़ ख़ान का जन्‍म [[2 नवम्बर]], [[1965]] को [[नई दिल्‍ली]] में हुआ था। उनके पिता का नाम मीर ताज मोहम्‍मद ख़ान [[पेशावर]], [[पाकिस्तान]] से थे। उनकी मां का नाम लतीफ फातिमा है। उनकी एक बड़ी बहन भी हैं जिनका नाम शहनाज लालारुख है और वे भी शाह रुख़ के साथ [[मुंबई]] में ही रहती हैं। शाह रुख़ ने एक बार ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया था कि उनके पिता पठानी और मां हैदराबादी हैं।
====शिक्षा====
====शिक्षा====
शाह रुख़ ख़ान की शुरूआती पढ़ाई सेंट कोलम्‍बस स्‍कूल, [[दिल्ली]] से हुई थी। उन्‍होंने स्‍नातक की पढ़ाई पूरी करने के लिए हंसराज कॉलेज ज्‍वाइन किया लेकिन उनका ज्‍यादातर समय दिल्‍ली थियेटर एक्‍शन ग्रुप में बीतता था। जहां से उन्‍होंने थियेटर निर्देशक बैरी जॉन के सानिध्‍य में अभिनय के गुण सीखे। इसके बाद उन्‍होंने जामिया मीलिया इस्‍लामिया से जनसंचार में स्‍नाकोत्‍तर की पढ़ाई शुरू तो की लेकिन अपने अभिनय करियर को आगे बढ़ाने के लिए उन्‍होंने यह छोड़ दिया।
शाह रुख़ ख़ान की शुरूआती पढ़ाई सेंट कोलम्‍बस स्‍कूल, [[दिल्ली]] से हुई थी। उन्‍होंने स्‍नातक की पढ़ाई पूरी करने के लिए हंसराज कॉलेज ज्‍वाइन किया लेकिन उनका ज्‍यादातर समय दिल्‍ली थियेटर एक्‍शन ग्रुप में बीतता था। जहां से उन्‍होंने थियेटर निर्देशक बैरी जॉन के सानिध्‍य में अभिनय के गुण सीखे। इसके बाद उन्‍होंने जामिया मीलिया इस्‍लामिया से जनसंचार में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू तो की लेकिन अपने अभिनय करियर को आगे बढ़ाने के लिए उन्‍होंने यह छोड़ दिया।
==विवाह==
==विवाह==
शाह रुख़ एक ऐसे अभिनेता रहें हैं जिनके प्रशंसक हर उम्र और हर वर्ग के लोग हैं। खासकर, लड़कियां उनकी काफी दीवानी हैं लेकिन बावजूद इसके शाहरूख का किसी के साथ अफेयर या प्रेम संबंध नहीं रहा है। वे अपनी पत्‍नी के लिए हमेशा से वफ़ादार रहे हैं और अपने परिवार से बेहद प्‍यार करते हैं। शाह रुख़ ने गौरी से शादी की है जो [[हिन्दू|हिन्‍दू]]-पंजाबी परिवार से  हैं। उनके 3 बच्‍चे हैं- आर्यन, सुहाना और अबराम। फ़िल्‍म इंडस्‍ट्री में उन्‍हें सबसे अच्‍छा पिता भी माना जाता है क्‍योंकि वे अपने बच्‍चों से बेहद प्‍यार करते हैं और उनके साथ अच्‍छा समय भी व्‍यतीत करते हैं।
शाह रुख़ एक ऐसे अभिनेता रहें हैं जिनके प्रशंसक हर उम्र और हर वर्ग के लोग हैं। खासकर, लड़कियां उनकी काफी दीवानी हैं लेकिन बावजूद इसके शाहरूख का किसी के साथ अफेयर या प्रेम संबंध नहीं रहा है। वे अपनी पत्‍नी के लिए हमेशा से वफ़ादार रहे हैं और अपने परिवार से बेहद प्‍यार करते हैं। शाह रुख़ ने गौरी से शादी की है जो [[हिन्दू|हिन्‍दू]]-पंजाबी परिवार से  हैं। उनके 3 बच्‍चे हैं- आर्यन, सुहाना और अबराम। फ़िल्‍म इंडस्‍ट्री में उन्‍हें सबसे अच्‍छा पिता भी माना जाता है क्‍योंकि वे अपने बच्‍चों से बेहद प्‍यार करते हैं और उनके साथ अच्‍छा समय भी व्‍यतीत करते हैं।
==फ़िल्मी कॅरियर==
==फ़िल्मी कॅरियर==
शाह रुख़ के कॅरियर की शुरूआत टेलीविजन से हुई थी। दिल दरिया, फौजी, सर्कस जैसे सीरियल्‍स से उन्‍होंने अपनी पहचान बनाई। उनके फ़िल्‍मी कॅरियर की शुरूआत फ़िल्‍म 'दीवाना' से हुई थी, जिसके लिए उन्‍हें सर्वश्रेष्ठ नवोदित [[अभिनेता]] का फ़िल्‍मफ़ेयर पुरस्‍कार भी मिला था। उस समय यह फिल्‍म सुपरहिट हुई और इसी फ़िल्‍म ने शाह रुख़ को हिन्‍दी फ़िल्‍म इंडस्‍ट्री में स्‍थापित किया। इसके बाद शाह रुख़ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वे लगातार सफलता की सीढि़यों पर चढ़ते गए। धीरे-धीरे वे आलोचकों के साथ-साथ जनता की पसंद बन गए और लड़कियों के बीच तो काफी प्रसिद्ध हो गए।
शाह रुख़ के कॅरियर की शुरूआत टेलीविजन से हुई थी। दिल दरिया, फौजी, सर्कस जैसे सीरियल्‍स से उन्‍होंने अपनी पहचान बनाई। उनके फ़िल्‍मी कॅरियर की शुरूआत फ़िल्‍म 'दीवाना' से हुई थी, जिसके लिए उन्‍हें सर्वश्रेष्ठ नवोदित [[अभिनेता]] का फ़िल्‍मफ़ेयर पुरस्‍कार भी मिला था। उस समय यह फिल्‍म सुपरहिट हुई और इसी फ़िल्‍म ने शाह रुख़ को हिन्‍दी फ़िल्‍म इंडस्‍ट्री में स्‍थापित किया। इसके बाद शाह रुख़ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वे लगातार सफलता की सीढि़यों पर चढ़ते गए। धीरे-धीरे वे आलोचकों के साथ-साथ जनता की पसंद बन गए और लड़कियों के बीच तो काफी प्रसिद्ध हो गए।
====प्रसिद्ध फ़िल्म====
शाह रुख़ और काजोल की [[1995]] में बनी फ़िल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे' दर्शकों बहुत पसंद आयी। ये उस समय की बेहद रोमांटिक फ़िल्म मानी जाती है, जो डीडीएलजे के नाम से भी प्रसिद्ध है। इसका पहला प्रदर्शन [[19 अक्टूबर]] 1995 को हुआ और [[20 अक्टूबर]] 1995 को यह पूरे [[भारत]] में देखी गई। इस फ़िल्म का निर्देशन प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता और निर्देशक [[यश चोपड़ा]] के पुत्र आदित्य चोपड़ा ने किया। इसमें प्रमुख कलाकार शाह रुख़ ख़ान, काजोल और [[अमरीश पुरी]] थे। इस फ़िल्म के नाम सबसे ज्यादा चलने का रिकॉर्ड है। यह [[मुंबई]] के मराठा मंदिर में तेरह सालों से भी ज्यादा समय तक चली थी। [[मार्च]] [[2009]] में इसने मुंबई के मराठा मंदिर में 700 सप्ताहों तक चलने का रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले यह रिकॉर्ड शोले के नाम था जो करीब साढ़े पांच सालों तक एक ही सिनेमाघर में चली। इस फ़िल्म ने [[भारत]] में 58 करोड़ रुपये, जबकि विदेशों में 17.5 करोड़ रुपये की कमाई की। इस फ़िल्म से शाह रुख़ ख़ान और काजोल की जोड़ी काफी मशहूर हो गई। इसके बाद इस जोड़ी को काफी फ़िल्मों में देखा गया।
==प्रमुख फ़िल्‍में==
==प्रमुख फ़िल्‍में==
दीवाना, बाज़ीगर, डर, कभी हां कभी ना, करन अर्जुन, दिलवाले दुल्‍हनियां ले जाएंगे, चाहत, कोयला, यस बॉस, परदेस, दिल तो पागल है, दिल से, कुछ कुछ होता है, जोश, मोहब्‍बतें, कभी खुशी कभी गम, देवदास, कल हो न हो, मैं हूं ना, वीर जारा, डॉन, चक दे इंडिया, ओम शांति ओम, रब ने बना दी जोड़ी, माय नेम इज खान, रा.वन, डान-2, जब तक है जान, चेन्‍नई एक्‍सप्रेस, हैप्‍पी न्‍यू ईयर जैसी प्रसिद्ध फिल्‍मों से शाह रुख़ ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया।
दीवाना, बाज़ीगर, डर, कभी हां कभी ना, करन अर्जुन, दिलवाले दुल्‍हनियां ले जाएंगे, चाहत, कोयला, यस बॉस, परदेस, दिल तो पागल है, दिल से, कुछ कुछ होता है, जोश, मोहब्‍बतें, कभी खुशी कभी गम, देवदास, कल हो न हो, मैं हूं ना, वीर जारा, डॉन, चक दे इंडिया, ओम शांति ओम, रब ने बना दी जोड़ी, माय नेम इज खान, रा.वन, डान-2, जब तक है जान, चेन्‍नई एक्‍सप्रेस, हैप्‍पी न्‍यू ईयर जैसी प्रसिद्ध फिल्‍मों से शाह रुख़ ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया।
==पुरस्कार एवं नामांकन==
*[[1994]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - बाज़ीगर
*[[1996]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे
*[[1998]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - दिल तो पागल है
*[[1999]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - कुछ कुछ होता है
*[[2003]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - देवदास
*[[2005]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - स्वदेश
*[[2007]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - चक दे! इंडिया
*[[2011]] - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - माई नेम इज़ ख़ान

12:55, 15 फ़रवरी 2017 का अवतरण

रिंकू4
शाह रुख़ ख़ान
शाह रुख़ ख़ान
पूरा नाम शाह रुख़ ख़ान
अन्य नाम किंग ख़ान, एसआरके
जन्म 2 नवम्बर, 1965
जन्म भूमि नई दिल्ली, भारत
अभिभावक पिता-मीर ताज मोहम्‍मद ख़ान, मात-लतीफ फातिमा
पति/पत्नी गौरी ख़ान
संतान आर्यन, सुहाना और अबराम
कर्म भूमि मुम्बई, महाराष्ट्र
कर्म-क्षेत्र अभिनेता
शिक्षा स्नातकोत्तर
विद्यालय कोलम्‍बस स्‍कूल, दिल्ली, हंसराज कॉलेज, जामिया मीलिया इस्‍लामिया, दिल्ली
पहली फ़िल्म दीवाना
प्रसिद्ध फ़िल्म दिलवाले दुल्‍हनियां ले जाएंगे
अन्य जानकारी शाह रुख़ ख़ान के प्रशंसक केवल भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी बहुत अधिक संख्या में हैं। लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय में उनकी वैक्‍स की मूर्ति भी स्‍थापित है।
अद्यतन‎

शाह रुख़ ख़ान (अंग्रेज़ी: Shah Rukh Khan, जन्म- 2 नवम्बर, 1965, नई दिल्ली, भारत) हिन्‍दी फ़िल्‍मों के अभिनेता हैं। वह लगभग सभी प्रकार की फ़िल्‍मों जैसे- रोमांस, ड्रामा, कॉमेडी, एक्‍शन आदि में काम कर चुके हैं। लॉस एंजिलेस टाइम्‍स ने उन्‍हें दुनिया का सबसे बड़ा मूवी स्‍टार बताया है। उनके प्रशंसक भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी बहुत अधिक संख्या में हैं। 2014 की एक रिपोर्ट के अनुसार, शाह रुख़ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर एक्‍टर हैं। लंदन के मैडम तुसाद संग्रहालय में उनकी वैक्‍स (मोम) की मूर्ति भी स्‍थापित है। उन्‍हें लोग 'बॉलीवुड का बादशाह', 'किंग ऑफ़ बॉलीवुड', 'किंग ख़ान' भी कहते हैं। फ़िल्म इंडस्‍ट्री में सबसे सफल रोमांटिक जोड़ी शाह रुख़-काजोल की मानी जाती है।

परिचय

शाह रुख़ ख़ान का जन्‍म 2 नवम्बर, 1965 को नई दिल्‍ली में हुआ था। उनके पिता का नाम मीर ताज मोहम्‍मद ख़ान पेशावर, पाकिस्तान से थे। उनकी मां का नाम लतीफ फातिमा है। उनकी एक बड़ी बहन भी हैं जिनका नाम शहनाज लालारुख है और वे भी शाह रुख़ के साथ मुंबई में ही रहती हैं। शाह रुख़ ने एक बार ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया था कि उनके पिता पठानी और मां हैदराबादी हैं।

शिक्षा

शाह रुख़ ख़ान की शुरूआती पढ़ाई सेंट कोलम्‍बस स्‍कूल, दिल्ली से हुई थी। उन्‍होंने स्‍नातक की पढ़ाई पूरी करने के लिए हंसराज कॉलेज ज्‍वाइन किया लेकिन उनका ज्‍यादातर समय दिल्‍ली थियेटर एक्‍शन ग्रुप में बीतता था। जहां से उन्‍होंने थियेटर निर्देशक बैरी जॉन के सानिध्‍य में अभिनय के गुण सीखे। इसके बाद उन्‍होंने जामिया मीलिया इस्‍लामिया से जनसंचार में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू तो की लेकिन अपने अभिनय करियर को आगे बढ़ाने के लिए उन्‍होंने यह छोड़ दिया।

विवाह

शाह रुख़ एक ऐसे अभिनेता रहें हैं जिनके प्रशंसक हर उम्र और हर वर्ग के लोग हैं। खासकर, लड़कियां उनकी काफी दीवानी हैं लेकिन बावजूद इसके शाहरूख का किसी के साथ अफेयर या प्रेम संबंध नहीं रहा है। वे अपनी पत्‍नी के लिए हमेशा से वफ़ादार रहे हैं और अपने परिवार से बेहद प्‍यार करते हैं। शाह रुख़ ने गौरी से शादी की है जो हिन्‍दू-पंजाबी परिवार से हैं। उनके 3 बच्‍चे हैं- आर्यन, सुहाना और अबराम। फ़िल्‍म इंडस्‍ट्री में उन्‍हें सबसे अच्‍छा पिता भी माना जाता है क्‍योंकि वे अपने बच्‍चों से बेहद प्‍यार करते हैं और उनके साथ अच्‍छा समय भी व्‍यतीत करते हैं।

फ़िल्मी कॅरियर

शाह रुख़ के कॅरियर की शुरूआत टेलीविजन से हुई थी। दिल दरिया, फौजी, सर्कस जैसे सीरियल्‍स से उन्‍होंने अपनी पहचान बनाई। उनके फ़िल्‍मी कॅरियर की शुरूआत फ़िल्‍म 'दीवाना' से हुई थी, जिसके लिए उन्‍हें सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता का फ़िल्‍मफ़ेयर पुरस्‍कार भी मिला था। उस समय यह फिल्‍म सुपरहिट हुई और इसी फ़िल्‍म ने शाह रुख़ को हिन्‍दी फ़िल्‍म इंडस्‍ट्री में स्‍थापित किया। इसके बाद शाह रुख़ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वे लगातार सफलता की सीढि़यों पर चढ़ते गए। धीरे-धीरे वे आलोचकों के साथ-साथ जनता की पसंद बन गए और लड़कियों के बीच तो काफी प्रसिद्ध हो गए।

प्रसिद्ध फ़िल्म

शाह रुख़ और काजोल की 1995 में बनी फ़िल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे' दर्शकों बहुत पसंद आयी। ये उस समय की बेहद रोमांटिक फ़िल्म मानी जाती है, जो डीडीएलजे के नाम से भी प्रसिद्ध है। इसका पहला प्रदर्शन 19 अक्टूबर 1995 को हुआ और 20 अक्टूबर 1995 को यह पूरे भारत में देखी गई। इस फ़िल्म का निर्देशन प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता और निर्देशक यश चोपड़ा के पुत्र आदित्य चोपड़ा ने किया। इसमें प्रमुख कलाकार शाह रुख़ ख़ान, काजोल और अमरीश पुरी थे। इस फ़िल्म के नाम सबसे ज्यादा चलने का रिकॉर्ड है। यह मुंबई के मराठा मंदिर में तेरह सालों से भी ज्यादा समय तक चली थी। मार्च 2009 में इसने मुंबई के मराठा मंदिर में 700 सप्ताहों तक चलने का रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले यह रिकॉर्ड शोले के नाम था जो करीब साढ़े पांच सालों तक एक ही सिनेमाघर में चली। इस फ़िल्म ने भारत में 58 करोड़ रुपये, जबकि विदेशों में 17.5 करोड़ रुपये की कमाई की। इस फ़िल्म से शाह रुख़ ख़ान और काजोल की जोड़ी काफी मशहूर हो गई। इसके बाद इस जोड़ी को काफी फ़िल्मों में देखा गया।

प्रमुख फ़िल्‍में

दीवाना, बाज़ीगर, डर, कभी हां कभी ना, करन अर्जुन, दिलवाले दुल्‍हनियां ले जाएंगे, चाहत, कोयला, यस बॉस, परदेस, दिल तो पागल है, दिल से, कुछ कुछ होता है, जोश, मोहब्‍बतें, कभी खुशी कभी गम, देवदास, कल हो न हो, मैं हूं ना, वीर जारा, डॉन, चक दे इंडिया, ओम शांति ओम, रब ने बना दी जोड़ी, माय नेम इज खान, रा.वन, डान-2, जब तक है जान, चेन्‍नई एक्‍सप्रेस, हैप्‍पी न्‍यू ईयर जैसी प्रसिद्ध फिल्‍मों से शाह रुख़ ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया।

पुरस्कार एवं नामांकन

  • 1994 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - बाज़ीगर
  • 1996 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे
  • 1998 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - दिल तो पागल है
  • 1999 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - कुछ कुछ होता है
  • 2003 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - देवदास
  • 2005 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - स्वदेश
  • 2007 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - चक दे! इंडिया
  • 2011 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - माई नेम इज़ ख़ान