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*पुलिस के साथ युद्ध करने और उसे नीचा दिखाने में रोहिदास मापारी को बहुत आनंद आता था। | *पुलिस के साथ युद्ध करने और उसे नीचा दिखाने में रोहिदास मापारी को बहुत आनंद आता था। |
14:31, 7 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
रोहिदास मापारी
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पूरा नाम | रोहिदास मापारी |
जन्म | 12 दिसंबर, 1924 |
जन्म भूमि | गोवा |
मृत्यु | 28 सितंबर, 1956 |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | स्वतंत्रता सेनानी |
विशेष योगदान | पुलिस के साथ युद्ध करने और उसे नीचा दिखाने में रोहिदास मापारी को बहुत आनंद आता था। |
अन्य जानकारी | गोवा के उन भयंकर क्रांतिकारियों में से एक थे, जिनके नाम से पुर्तग़ाल की पुलिस काँपती थी। |
रोहिदास मापारी का जन्म अस्सोनोरा ग्राम में 12 दिसंबर, 1924 को हुआ था। उनके पिता श्री पांडुरंग मापारी एक कृषक थे।
- रोहिदास मापारी गोवा के उन भयंकर क्रांतिकारियों में से एक थे, जिनके नाम से पुर्तग़ाल की पुलिस काँपती थी।
- वह गोमांतक दल के अत्यंत उग्र क्रांतिकारी थे।
- पुलिस के साथ युद्ध करने और उसे नीचा दिखाने में रोहिदास मापारी को बहुत आनंद आता था।
मृत्यु
एक बार उन्होंने अस्सोनोरा की बहुत बड़ी पुलिस चौकी पर हमला करके सारा गोला-बारूद और हथियार लूट लिये तथा पुलिस के कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया। बाद में पुलिस ने घात लगाकर उन्हें गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली। उन्हें अठारह महिने तक हिरासत में रखा गया। उन्हें प्रतिदिन ही यातनाएँ दी जाती थीं। इन्हीं यातनाओं के परिणाम स्वरूप 28 सितंबर, 1956 को उनकी मृत्यु हो गई।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रोहिदास मापारी (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 19 फरवरी, 2017।
संबंधित लेख
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