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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| | | {फ्रांसिस्को गोया किस आंदोलन का चित्रकार था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-115,प्रश्न-13 |
| {'[[जोगीमारा]]' किसलिए प्रसिद्ध है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-28,प्रश्न-10 | |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -मूर्तियों के लिए | | +रोमांटिक आंदोलन |
| +भित्तिचित्र के लिए
| | -पुनर्जागरण आंदोलन |
| -योगियों की समाधि के लिए | | -नव प्रभाववादी आंदोलन |
| -इनमें से किसी के लिए नहीं | | -दादावादी आंदोलन |
| ||[[जोगीमारा]] भित्तिचित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ के भित्तिचित्रों में पशु-पक्षी, स्त्री-पुरुष, मकान, तालाब, पुष्प आदि का अंकन किया गया है। | | ||फ्रांसिस्को डी गोया (Francisco De Goya, 1746ई- 1829ई.) एक स्पेनिश चित्रकार था। गोया चित्रकारी के रोमांटिक आंदोलन से संबंधित था। |
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| {[[पाल चित्रकला]] किस प्रदेश की हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-10 | | {'हरी पट्टी' किसका चित्र है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-137,प्रश्न-13 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -[[नेपाल]] की | | -रेम्ब्रां |
| -[[उड़ीसा]] की | | -गोया |
| -[[बिहार]] की | | +हेनरा |
| +[[बंगाल]] की
| | -पिकासो |
| ||[[पाल चित्रकला]] बंगाल, बिहार और नेपाल में लिखी गई है, लेकिन यह मुख्य रूप से [[बंगाल]] से ही [[बिहार]] एबं [[नेपाल]] में पहुंची है। अत: पाल चित्रकला बंगाल प्रदेश से ही संबंधित है। | | ||'हरी पट्टी' हेनरी मातिस द्वारा चित्रित चित्र है। इस चित्र का संबंध हेनरी मातिस की पत्नी से है। |
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| {'परली आँख' किस शैली के चित्रों की विशेषता है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-45,प्रश्न-36 | | {[[उत्तर प्रदेश]] के समकालीन चित्रकार का नाम बताइए।(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-141,प्रश्न-28 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -[[मुगल कालीन चित्रकला|मुगल]] | | +जयकृष्ण |
| -[[पहाड़ी चित्रकला|पहाड़ी]]
| | -जी. आर. संतोष |
| +[[अपभ्रंश चित्रकला|अपभ्रंश]]
| | -लक्ष्मण |
| -[[राजस्थानी चित्रकला|राजस्थानी]]
| | -के.सी.एस. पन्निकर |
| ||'परली आँख' [[अपभ्रंश चित्रकला|अपभ्रंश शैली]] या जैन शैली की मुख्य विशेषताओं में से एक है, क्योंकि इस चित्र में चेहरे का पूरा हिस्सा न होने के बावजूद भी दूसरी आँख को पूरा चित्रित किया गया है।
| | ||जयकृष्ण [[उत्तर प्रदेश]] के समकालीन चित्रकार हैं। जयकृष्ण का जन्म [[27 जनवरी]], [[1921]] ई. मुजफ्फरनगर में हुआ वर्ष 1956 में इन्हें [[भारत सरकार]] से [[पद्म भूषण]] सम्मान प्राप्त हुआ । |
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| {किस मुग़ल सम्राट ने महान संगीतज्ञ [[हरिदास]] से भेंट की थी?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-63,प्रश्न-54 | | {निम्नलिखित में से किसके द्वारा कांस्य मूर्तियाँ भी निर्मित की गई?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-84,प्रश्न-55 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| +[[अकबर]]
| | -राम कुमार |
| -[[जहाँगीर]] | | -गगेन्द्रनाथ टैगोर |
| -[[शाहजहाँ]] | | -शांति दूबे |
| -[[बाबर]]
| | +सोमनाथ होर |
| ||[[अकबर]] ने अपने दरबार के महान संगीतज्ञ [[तानसेन]] के प्रारंभिक शिक्षक [[हरिदास]] से भेंट की थी। | | ||सोमनाथ होर के द्वारा कांस्य मूर्तियाँ भी निर्मित की गई। इन्होंने अपने चित्रकला के क्षेत्र में वर्ष 1954 से शोध आरंभ किया। इनका जन्म वर्ष 1921 में चितागोंग (अब बंगलादेश में) के बर्मा नामक गाँव में हुआ था। |
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| {'लाल पुष्प' किस मुग़ल कलाकार का चित्र है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-63,प्रश्न-52
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| |type="()"}
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| -गोवर्धन
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| -[[अबुल हसन]]
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| -किशन दास
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| +[[उस्ताद मंसूर]]
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| ||पुष्पों की चित्रकारी में मंसूर को महारत हासिल थी। 'लाल पुष्पों की बहार' का चित्र उसके सर्वोत्तम चित्रों में से एक है।
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| {मुग़ल चित्रकार का क्या नाम था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-64,प्रश्न-57 | | {'रंग रसिया' फ़िल्म किस चित्रकार के जीवन पर बनाई गई है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-92,प्रश्न-23 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| +[[बसावन]]
| | -डी. पी. रायचौधरी |
| -मौलाराम
| | -एम.एफ. हुसैन |
| -[[राजा रवि वर्मा]] | | -अंजली इला मेनन |
| -[[अमृता शेरगिल]]
| | +राजा रवि वर्मा |
| ||[[बसावन]] मुग़लकालीन विशिष्ट चित्रकार था। बसावन अकबरकालीन चित्रकारों में सर्वश्रेष्ठ था क्योंकि वह चित्रकला की सभी शैलियों का पारखी था।
| | ||'रंग रसिया' फ़िल्म का प्रदर्शन नवंबर 2008 में किया गया। यह फ़िल्म भारतीय कलाकार राजा रवि वर्मा के जीवन पर आधारित है। |
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| {[[रामकिंकर बैज|राम किंकर]] का सबसे प्रसिद्ध कार्य कौन सा है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-83,प्रश्न-48
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| |type="()"}
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| -न्युडफेम्ड
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| -पहाड़ी परिवार
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| +संथाल परिवार
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| -राजस्थानी परिवार
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| ||[[रामकिंकर बैज|राम किंकर बैज]] की प्रसिद्ध कृति संथाल परिवार है, जो खुरदुरी सतह वाली अनेक मानव आकृतियों तथा दृढ़ गतियों वाली उनकी एक समूह कृति है।
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| {[[भारतीय रिजर्व बैंक]], [[नई दिल्ली]] स्थित यक्ष-यक्षिणी स्थापत्य किसके द्वारा निर्मित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-84,प्रश्न-53
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| |type="()"}
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| -जी.के. म्हात्रे | |
| -हिरण्यमय राय चौधरी
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| -सोमनाथ होर | |
| +[[रामकिंकर बैज|राम किंकर बैज]] | |
| ||[[भारतीय रिजर्व बैंक]], [[नई दिल्ली]] स्थित यक्ष-यक्षिणी की मूर्तियाँ [[रामकिंकर बैज|राम किंकर बैज]] द्वारा निर्मित की गई हैं। | |
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| {निम्नलिखित समकालीन कलाकारों में से बंगाल शैली का प्रभाव किस पर सर्वाधिक है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-93,प्रश्न-3 | | {निम्नलिखित समकालीन कलाकारों में से बंगाल शैली का प्रभाव किस पर सर्वाधिक है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-93,प्रश्न-3 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -[[राजा रवि वर्मा]] | | -राजा रवि वर्मा |
| -एस.एन. बेन्द्रे
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| -के. एस. कुलकर्णी | | -के. एस. कुलकर्णी |
| | -एस. एन. बेन्द्रे |
| +असित कुमार हल्दर | | +असित कुमार हल्दर |
| ||बंगाल शैली के मुख्य कलाकारों में सम्मिलित हैं-- [[नंदलाल बोस]], क्षितिन्द्रनाथ मजूमदार, असित कुमार हल्दर। इन पर बंगाल शैली का अत्यधिक प्रभाव रहा। | | ||बंगाल शैली के मुख्य कलाकारों में सम्मिलित हैं- नंदलाल बोस, क्षितिन्द्रनाथ मजूमदार, असित कुमार हल्दर। इन पर बंगाल शैली का अत्यधिक प्रभाव रहा। |
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| {'शैलखंडों की कुमारी' किस कलाकार ने बनाया है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-109,प्रश्न-48 | | {क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार की चित्रण शैली को निम्न में से कौन सी संज्ञा दी जाती है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-97,प्रश्न-1 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -राफेल | | -टैम्परा चित्रण |
| -[[नंदलाल बोस]] | | +जलरंग (वॉश) |
| -[[जामिनी राय]] | | -तैल चित्रण |
| +[[लियोनार्डो दा विंची|लियोनार्दो द विंसी]]
| | -ग्राफ़िक्स |
| ||लियोनार्दो द विंसी ने 'शैलखंडों की कुमारी' नामक चित्र को चित्रित किया है जो सर्वप्रथम उत्कृष्ट चित्र माना जाता है। वर्तमान में यह चित्र लूव्र संग्रहालय ([[पेरिस]]) में है। | | ||क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार की चित्रण शैली को जलरंग (वॉश) की संज्ञा दी जाती है। |
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| {फ्रांसिस्को गोया किस आंदोलन का चित्रकार था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-115,प्रश्न-13 | | {रंगीन काँच की खिड़कियों का प्रयोग किस कला में हुआ?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-103,प्रश्न-15 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| +रोमांटिक आंदोलन
| | -मिस्र की कला |
| -पुनर्जागरण आंदोलन | | -जर्मन कला |
| -नव प्रभाववादी आंदोलन
| | +ईसाई कला |
| -दादावादी आंदोलन | | -यहुदी कला |
| ||फ्रांसिस्को डी गोया (Francisco De Goya, 1746ई- 1829ई.) एक स्पेनिश चित्रकार था। गोया चित्रकारी के रोमांटिक आंदोलन से संबंधित था। | | ||रंगीन काँच की खिड़कियों का प्रयोग ईसाई कला में हुआ। ईसाई धर्म से संबंधित कला को बाइजेन्टाइन कला कहा गया। इसमें, मणिकुट्टिम चित्र शामिल है। |
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| {'हरी पट्टी' किसका चित्र है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-137,प्रश्न-13 | | {मेल्टिंग वाच किसकी पेंटिंग है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-134,प्रश्न-15 |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -रेम्ब्रां | | -एम. एफ. हुसैन |
| -गोया | | +सल्वाडोर डॉली |
| +हेनरा
| | -माने |
| -पिकासो | | -पिकासो |
| ||'हरी पट्टी' हेनरी मातिस द्वारा चित्रित चित्र है। इस चित्र का संबंध हेनरी मातिस की पत्नी से है। | | ||सल्वाडोर डॉली ने अपने प्रसिद्ध चित्र 'द परसिस्टेंस ऑफ़ मेमोरी' में 'मेल्टिंग वाच' के चित्र को दर्शाया है जो डॉली के प्रसिद्ध चित्रों में से एक है। |
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| {[[उत्तर प्रदेश]] के समकालीन चित्रकार का नाम बताइए।(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-141,प्रश्न-28
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| |type="()"}
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| +जयकृष्ण
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| -जी. आर. संतोष
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| -लक्ष्मण
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| -के.सी.एस. पन्निकर
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| ||जयकृष्ण [[उत्तर प्रदेश]] के समकालीन चित्रकार हैं। जयकृष्ण का जन्म [[27 जनवरी]], [[1921]] ई. मुजफ्फरनगर में हुआ वर्ष 1956 में इन्हें [[भारत सरकार]] से [[पद्म भूषण]] सम्मान प्राप्त हुआ ।
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| </quiz> | | </quiz> |
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