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#एक काष्ठा = 5 क्षण = 8 सैकिण्ड
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#एक लघु =15 काष्ठा = 2 मिनट
#एक लघु =15 काष्ठा = 2 मिनट
#15 लघु = एक नाड़ी, जिसे दण्ड भी कहते हैं। इसका मान उस समय के बराबर होता है, जिसमें कि छः पल भार के<ref>चौदह आउन्स</ref> के ताम्र पात्र से [[जल]] पूर्ण रूप से निकल जाये, जबकि उस पात्र में चार मासे की चार [[अंगुल]] लम्बी सूईं से छिद्र किया गया हो। ऐसा पात्र समय आकलन हेतु बनाया जाता है।
#15 लघु = एक नाड़ी, जिसे दण्ड भी कहते हैं। इसका मान उस समय के बराबर होता है, जिसमें कि छह पल भार के<ref>चौदह आउन्स</ref> के ताम्र पात्र से [[जल]] पूर्ण रूप से निकल जाये, जबकि उस पात्र में चार मासे की चार [[अंगुल]] लम्बी सूईं से छिद्र किया गया हो। ऐसा पात्र समय आकलन हेतु बनाया जाता है।
#2 दण्ड = एक मुहूर्त
#2 दण्ड = एक मुहूर्त
#6 या 7 मुहूर्त = एक याम या एक चौथाई दिन या रत्रि
#6 या 7 मुहूर्त = एक याम या एक चौथाई दिन या रत्रि

10:28, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण

काष्ठा हिन्दू समय मापन इकाई है। यह इकाई अति लघु श्रेणी की है।

  1. एक तॄसरेणु = 6 ब्रह्माण्डीय अणु
  2. एक त्रुटि = 3 तॄसरेणु या सैकिण्ड का 1/1687.5 भाग
  3. एक वेध =100 त्रुटि
  4. एक लावा = 3 वेध
  5. एक निमेष = 3 लावा या पलक झपकना
  6. एक क्षण = 3 निमेष
  7. एक काष्ठा = 5 क्षण = 8 सैकिण्ड
  8. एक लघु =15 काष्ठा = 2 मिनट
  9. 15 लघु = एक नाड़ी, जिसे दण्ड भी कहते हैं। इसका मान उस समय के बराबर होता है, जिसमें कि छह पल भार के[1] के ताम्र पात्र से जल पूर्ण रूप से निकल जाये, जबकि उस पात्र में चार मासे की चार अंगुल लम्बी सूईं से छिद्र किया गया हो। ऐसा पात्र समय आकलन हेतु बनाया जाता है।
  10. 2 दण्ड = एक मुहूर्त
  11. 6 या 7 मुहूर्त = एक याम या एक चौथाई दिन या रत्रि
  12. 4 याम या प्रहर = एक दिन या रात्रि
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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. चौदह आउन्स

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