"पहेली 23 मार्च 2021": अवतरणों में अंतर
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{ | {[[भगतसिंह]], [[राजगुरु]] और [[सुखदेव]] की शहादत के बाद उनकी देह को किस नदी के किनारे जला दिया गया? | ||
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-[[व्यास नदी|व्यास]] | |||
-[[ | -[[रावी नदी|रावी]] | ||
+[[सतलुज नदी|सतलुज]] | |||
-[[ | -[[झेलम नदी|झेलम]] | ||
||' | ||[[चित्र:Freedom-Fighters.jpg|right|border|80px|सुखदेव, भगतसिंह, राजगुरु]][[भारत]] में '[[शहीद दिवस]]' [[23 मार्च]] को मनाया जाता है। 23 मार्च, [[1931]] की मध्य रात्रि को [[अंग्रेज़]] हुकूमत ने भारत के तीन सपूतों- [[भगतसिंह]], [[सुखदेव]] और [[राजगुरु]] को फाँसी पर लटका दिया था। अदालती आदेश के मुताबिक़ भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव को [[24 मार्च]], 1931 को फाँसी लगाई जानी थी, सुबह क़रीब 8 बजे। लेकिन 23 मार्च, 1931 को ही माँ भारती के इन तीनों सपूतों को देर शाम क़रीब सात बजे फाँसी लगा दी गई और शव रिश्तेदारों को न देकर रातों रात ले जाकर [[सतलुज नदी]] के किनारे जला दिए गए। अंग्रेज़ी हुकूमत ने भगतसिंह और अन्य क्रांतिकारियों की बढ़ती लोकप्रियता और 24 मार्च को होने वाले विद्रोह की वजह से [[23 मार्च]] को ही क्रांतिकारियों को फाँसी दे दी थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शहीद दिवस]] | ||
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05:40, 23 मार्च 2021 के समय का अवतरण
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