"पहेली 23 जनवरी 2022": अवतरणों में अंतर

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-[[दादू दयाल]]
-[[दादू दयाल]]
-[[जायसी]]
-[[मलिक मुहम्मद जायसी]]
+[[पद्माकर]]
+[[पद्माकर]]
-[[गिरिधरदास]]
-[[गिरिधरदास]]
||'पद्माकर' को [[रीति काल]] के कवियों में बहुत श्रेष्ठ स्थान प्राप्त है। सर्वप्रिय [[कवि]] इस काल के भीतर [[बिहारी]] को छोड़ दूसरा नहीं हुआ है। इनकी रचना की रमणीयता ही इस सर्वप्रियता का एकमात्र कारण है। [[संवत]] 1856 में [[पद्माकर]] [[सतारा]] के महाराज रघुनाथ राव (प्रसिद्ध [[राघोवा]]) के यहाँ गए और एक [[हाथी]], एक लाख [[रुपया]] और दस गाँव पाए। इसके बाद पद्माकर [[जयपुर]] के महाराज प्रतापसिंह के यहाँ पहुँचे और वहाँ बहुत दिनों तक रहे। महाराज प्रतापसिंह के पुत्र महाराज जगतसिंह के समय में भी ये बहुत काल तक जयपुर रहे और उन्हीं के नाम पर अपना प्रसिद्ध ग्रंथ 'जगद्विनोद' बनाया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पद्माकर]]
||'पद्माकर' को [[रीति काल]] के कवियों में बहुत श्रेष्ठ स्थान प्राप्त है। सर्वप्रिय [[कवि]] इस काल के भीतर [[बिहारी]] को छोड़कर दूसरा नहीं हुआ है। इनकी रचना की रमणीयता ही इस सर्वप्रियता का एकमात्र कारण है। [[संवत]] 1856 में [[पद्माकर]] [[सतारा]] के महाराज रघुनाथराव (प्रसिद्ध [[राघोवा]]) के यहाँ गए और एक [[हाथी]], एक लाख [[रुपया]] और दस गाँव पाए। इसके बाद पद्माकर [[जयपुर]] के महाराज प्रतापसिंह के यहाँ पहुँचे और वहाँ बहुत दिनों तक रहे। महाराज प्रतापसिंह के पुत्र महाराज जगतसिंह के समय में भी ये बहुत काल तक जयपुर में रहे और उन्हीं के नाम पर अपना प्रसिद्ध ग्रंथ 'जगद्विनोद' बनाया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पद्माकर]]
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05:26, 6 दिसम्बर 2021 के समय का अवतरण