"पहेली 13 नवम्बर 2022": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | right|120px <quiz display=simple> {भक्त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[आलवार|आलवार संत]] | +[[आलवार|आलवार संत]] | ||
||भक्ति आंदोलन का प्रारंभ [[आलवार|आलवार संतों]] द्वारा किया गया था। [[मध्य काल]] में [[भक्ति आंदोलन]] की शुरुआत सर्वप्रथम [[दक्षिण भारत]] के आलवारों एवं नायनारों से हुई, जो कालान्तर में [[उत्तर भारत]] सहित सम्पूर्ण दक्षिण एशिया में फैल गया। जबकि इस [[हिंदू]] क्रांतिकारी अभियान के नेता [[शंकराचार्य]] थे जो एक महान विचारक और जाने-माने दार्शनिक रहे। इस अभियान को [[ | ||भक्ति आंदोलन का प्रारंभ [[आलवार|आलवार संतों]] द्वारा किया गया था। [[मध्य काल]] में [[भक्ति आंदोलन]] की शुरुआत सर्वप्रथम [[दक्षिण भारत]] के आलवारों एवं नायनारों से हुई, जो कालान्तर में [[उत्तर भारत]] सहित सम्पूर्ण दक्षिण एशिया में फैल गया। जबकि इस [[हिंदू]] क्रांतिकारी अभियान के नेता [[शंकराचार्य]] थे जो एक महान विचारक और जाने-माने दार्शनिक रहे। इस अभियान को [[चैतन्य महाप्रभु]], [[नामदेव]], [[तुकाराम]], [[जयदेव]] ने और अधिक मुखरता प्रदान की। इस अभियान की प्रमुख उपलब्धि मूर्ति पूजा को समाप्त करना रहा। 'आलवार' का अर्थ होता है कि "जिसने अध्यात्म-ज्ञान रूपी समुद्र में गोता लगाया हो।" आलवार संत '[[गीता]]' की सजीव मूर्ति थे। वे उपनिषदों के उपदेश के जीते जागते उदाहरण थे।→अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[आलवार]] | ||
-[[सूफ़ी सम्प्रदाय|सूफ़ी संत]] | -[[सूफ़ी सम्प्रदाय|सूफ़ी संत]] | ||
-[[सूरदास]] | -[[सूरदास]] |
12:41, 22 सितम्बर 2022 के समय का अवतरण
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
|