"मनोरंजन साहू": अवतरणों में अंतर
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'''मनोरंजन साहू''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Manoranjan Sahu'', जन्म- [[2 मार्च]], [[1953]], मिदनापुर, [[पश्चिम बंगाल]]) [[बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय]] के [[आयुर्वेद]] संकाय के पूर्व प्रमुख, शल्य चिकित्सा विभाग के पूर्व अध्यक्ष और क्षारसूत्र चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञ हैं। प्रो. मनोरंजन साहू को [[राष्ट्रपति]] [[द्रौपदी मुर्मू]] ने [[राष्ट्रपति भवन]] में [[पद्म श्री]], [[2023]] से सम्मानित किया है। प्रो. मनोरंजन साहू शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में यह सम्मान पाने वाले पहले प्रोफेसर हैं। | {{सूचना बक्सा प्रसिद्ध व्यक्तित्व | ||
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11:23, 13 जुलाई 2023 के समय का अवतरण
मनोरंजन साहू
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पूरा नाम | मनोरंजन साहू |
जन्म | 2 मार्च, 1953 |
जन्म भूमि | मिदनापुर, पश्चिम बंगाल |
कर्म भूमि | भारत |
विद्यालय | स्नातक, स्टेट आयुर्वेदिक कॉलेज एमडी और पीएचडी की उपाधि, काशी हिंदू विश्वविद्यालय |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री, 2023 वैद्य सुंदरलाल जोशी मेमोरियल अवार्ड, 2014 |
प्रसिद्धि | क्षारसूत्र चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञ |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | प्रो. मनोरंजन साहू बीएचयू आयुर्वेद संकाय के डीन रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में बीएचयू में वर्ष 2013 में देश का पहला क्षार सूत्र केंद्र बनवाया था। |
अद्यतन | 16:53, 13 जुलाई 2023 (IST)
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मनोरंजन साहू (अंग्रेज़ी: Manoranjan Sahu, जन्म- 2 मार्च, 1953, मिदनापुर, पश्चिम बंगाल) बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय के पूर्व प्रमुख, शल्य चिकित्सा विभाग के पूर्व अध्यक्ष और क्षारसूत्र चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञ हैं। प्रो. मनोरंजन साहू को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में पद्म श्री, 2023 से सम्मानित किया है। प्रो. मनोरंजन साहू शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में यह सम्मान पाने वाले पहले प्रोफेसर हैं।
परिचय
प्रोफेसर साहू का जन्म 2 मार्च, 1953 को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में हुआ था। सन 1977 में उन्होंने स्टेट आयुर्वेदिक कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उसके बाद एमडी और पीएचडी की उपाधि काशी हिंदू विश्वविद्यालय से 1982 व 1986 में प्राप्त की। इसके बाद बी.एच.यू. में उन्होंने बतौर शिक्षक 34 वर्षों तक कार्य किया।
कॅरियर
- प्रो. मनोरंजन साहू बीएचयू आयुर्वेद संकाय के डीन रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में बीएचयू में वर्ष 2013 में देश का पहला क्षार सूत्र केंद्र बनवाया था।
- वह सामाजिक संस्थाओं में भी बवासीर का मुफ्त इलाज किया करते थे।
- मूल रूप से पश्चिम बंगाल के मिदनापुर निवासी प्रो. मनोरंजन साहू ने कोलकाता के जेबी रॉय स्टेट आयुर्वेदिक कॉलेज से वर्ष 1977 में स्नातक किया ।
- सन 1982 और 1986 में बीएचयू में आयुर्वेद में एमडी और शोध करने के बाद काठमांडू चिकित्सा संस्थान में लेक्चरर नियुक्त हुए।
- वर्ष 1993 में बीएचयू आयुर्वेद फैकल्टी के शल्य तंत्र विभाग में रीडर नियुक्त हुए। इसके बाद वे 2003 में प्रोफेसर बने।
- प्रो. मनोरंजन साहू को आयुष विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 2008 में सम्मान, 2014 में वैद्य सुंदरलाल जोशी मेमोरियल अवार्ड सहित अन्य पुरस्कार मिल चुका है।
- दो शोध का पेटेंट और 32 अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन भी प्रो. साहू ने किया है।
- दुनिया के कई देशों में आयोजित मनोरंजन साहू आयुर्वेद सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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