"नगाड़ा": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - '[[category' to '[[Category') |
छो (1 अवतरण) |
(कोई अंतर नहीं)
|
11:20, 29 मार्च 2010 का अवतरण
नगाड़ा / Nagada
- लोक उत्सवों के अवसर पर इसे बजाते हैं।
- फाग गीतों में इसका विशेष प्रयोग होते हैं ।
- नगाड़ों में जोड़े अलग-अलग होते हैं । जिसमें एकाकी आवाज पतली तथा दूसरे की आवाज मोटी होती है । जिसे लकड़ी की डंडियों से पीटकर बजाया जाते हैं ।
- यह नीचे पकी हुई मिट्टी का बना होता है ।