"वरुण देवता": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - '[[category' to '[[Category') |
छो (1 अवतरण) |
(कोई अंतर नहीं)
|
08:01, 31 मार्च 2010 का अवतरण
वरूण / Varun
- सर्वप्रथम समस्त सुरासुरों को जीत कर राजसूय-यज्ञ जलाधीश वरूण ने ही किया था।
- वरूण सम्पूर्ण सम्राटों के सम्राट हैं।
- वरूण पश्चिम दिशा के लोकपाल और जलों के अधिपति हैं।
- पश्चिम समुद्र-गर्भ में इनकी रत्नपुरी विभावरी है।
- वरूण का मुख्य अस्त्र पाश है।
- वरूण के पुत्र पुष्कर इनके दक्षिण भाग में सदा उपस्थित रहते हैं।
- अनावृष्टि के समय भगवान वरूण की उपासना प्राचीन काल से होती है। ये जलों के स्वामी, जल के निवासी हैं।
- श्रुतियों में वरूण की स्तुतियाँ हैं।
- कुछ आचार्यों के मत से केवल देवराज इन्द्र का पद कर्म के द्वारा प्राप्त होता है।
- वरूण, कुबेर, यम आदि लोकपाल कारक-कोटि के हैं।
- वरूण भगवान के ही स्वरूप हैं।