"प्रयोग:फ़ौज़िया5": अवतरणों में अंतर
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वेग एक [[सदिश राशि]] है। इसका SI [[मात्रक]] मीटर/सेकेण्ड होता है। वस्तु का वेग धनात्मक व ऋणात्मक दोनों ही हो सकता है, जबकि [[चाल (भौतिकी)|चाल]] सदैव धनात्मक होती है। वेग बताते समय उसकी दिशा भी अवश्य ही बताई जाती है। जब कोई वस्तु एक वृत्तीय मार्ग पर एक समान चाल से चल रही हो तो उसका वेग हर बिन्दु पर बदल जाता है, क्योंकि वेग कि दिशा बदल रही है। वृत्त के किसी बिन्दु पर खींची गई स्पर्श रेखा की दिशा ही उस बिन्दु पर वेग की दिशा होती है। | वेग एक [[सदिश राशि]] है। इसका SI [[मात्रक]] मीटर/सेकेण्ड होता है। वस्तु का वेग धनात्मक व ऋणात्मक दोनों ही हो सकता है, जबकि [[चाल (भौतिकी)|चाल]] सदैव धनात्मक होती है। वेग बताते समय उसकी दिशा भी अवश्य ही बताई जाती है। जब कोई वस्तु एक वृत्तीय मार्ग पर एक समान चाल से चल रही हो तो उसका वेग हर बिन्दु पर बदल जाता है, क्योंकि वेग कि दिशा बदल रही है। वृत्त के किसी बिन्दु पर खींची गई स्पर्श रेखा की दिशा ही उस बिन्दु पर वेग की दिशा होती है। | ||
{प्रेशर कुकर में खाना जल्दी पक जाता है, क्योंकि? | |||
|type="[]"} | |||
- प्रेशर कुकर के अन्दर दाब कम होता है | |||
+ प्रेशर कुकर के अन्दर दाब अधिक होता है | |||
- प्रेशर कुकर के आकार के कारण | |||
- उपर्युक्त में से कोई नहीं | |||
{[[दाब]] बढ़ाने पर जल का [[क्वथनांक]]? | |||
|type="[]"} | |||
+ बढ़ता है | |||
- घटता है | |||
- पहले बढ़ता है फिर घटता है | |||
- अपरिवर्तित रहता है | |||
|| ;क्वथनांक | |||
*([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Boiling point)- [[रसायन विज्ञान]] में [[दाब]] के किसी दिए हुए नियत मान के लिए वह नियत [[ताप]] जिस पर कोई [[द्रव]] उबलकर द्रव अवस्था से वाष्प की अवस्था में परिणत हो जाय तो वह नियत ताप द्रव का क्वथनांक कहलाता है। | |||
*दाब बढ़ाने से द्रव का क्वथनांक बढ़ जाता है और दाब घटने से द्रव का क्वथनांक घट जाता है। | |||
;दाब | |||
([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Pressure) यदि किसी सतह पर उसके लम्बवत् कोई [[बल]] आकर लग रहा हो तो कहा जाता है कि सतह पर दाब लग रहा है। इस प्रकार दाब को हम निम्न प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं। | |||
"किसी सतह के एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाब कहते हैं।" दाब का मात्रक एम. के. एस. पद्धति में न्यूटन प्रति वर्ग मीटर होता है। जिस वस्तु का क्षेत्रफल जितना कम होता है, वह किसी सतह पर उतना ही अधिक दाब डालती है। | |||
<math>\mathbf{P}</math> = <math>\frac{F}{A}</math> | |||
दाब = पृष्ठ के लम्बवत् बल / पृष्ठ का क्षेत्रफल | |||
किसी वस्तु का क्षेत्रफल जितना कम होता है, वह सतह पर उतना ही अधिक दाब डालती है, इसके दैनिक जीवन में अनेक उदाहरण देखने को मिलते हैं, जैसे दलदल में फंसे व्यक्ति को लेट जाने की सलाह दी जाती है ताकि उसके शरीर का अधिक क्षेत्रफल दलदल के सम्पर्क में आ जाय व नीचे की ओर कम दाब लगे। कील का निचला हिस्सा नुकीला बनाया जाता है ताकि क्षेत्रफल कम होने से वह सतह पर अधिक दाब डाल सके व ठोंकने पर आसानी से गड़ जाये। S.I. पद्धति में दाब का [[मात्रक]] [[पास्कल]] कहलाता है। | |||
{'प्रत्येक क्रिया के बराबर व विपरीत दिशा में एक प्रतिक्रिया होती है।' यह [[न्यूटन के नियम|न्यूटन]] का | |||
|type="[]"} | |||
- [[न्यूटन के नियम#प्रथम नियम|पहला नियम]] है | |||
- [[न्यूटन के नियम#द्वितीय नियम|दूसरा नियम]] है | |||
+ [[न्यूटन के नियम#तृतीय नियम|तीसरा नियम]] है | |||
- उपर्युक्त में से कोई नहीं | |||
{दलदल में फँसे व्यक्ति को लेट जाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि? | |||
|type="[]"} | |||
+ क्षेत्रफल अधिक होने से दाब कम हो जाता है | |||
- क्षेत्रफल अधिक होने से दाब अधिक हो जाता है | |||
- दाब व क्षेत्रफल में कोई सम्बन्ध नहीं है | |||
- उपर्युक्त सभी कारणों से | |||
{बर्फ के टुकड़ों को आपस में दबाने पर टुकड़े आपस में चिपक जाते हैं, क्योंकि? | |||
|type="[]"} | |||
+ दाब अधिक होने से बर्फ का गलनांक घट जाता है | |||
- दाब अधिक होने से बर्फ का गलनांक बढ़ जाता है | |||
- दाब अधिक होने से गलनांक पहले घटता है, फिर बढ़ता है | |||
- दाब व गलनांक में कोई सम्बन्ध नहीं है | |||
{उगते व डूबते समय सूर्य लाल क्यों प्रतीत होता है? | |||
|type="[]"} | |||
- [[लाल रंग]] का प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है | |||
+ लाल रंग का प्रकीर्णन सबसे कम होता है | |||
- लाल रंग का प्रकीर्णन नहीं होता है | |||
- उगते व डूबते समय सूर्य का ताप अधिक होता है | |||
{समुद्र की गहराई नापने के लिए कौन-सा उपकरण प्रयोग किया जाता है? | |||
|type="[]"} | |||
- [[अल्टीमीटर]] | |||
+ [[फ़ेदोमीटर]] | |||
- [[बैरोमीटर]] | |||
- [[पायरोमीटर]] | |||
{[[कम्प्यूटर]] की IC चिप्स किस पदार्थ की बनी होती है? | |||
|type="[]"} | |||
+ सिलिकन की | |||
- [[कार्बन]] की | |||
- कैल्शियम की | |||
- इस्पात की | |||
{रेडियोऐक्टिवता की खोज किसने की थी? | |||
|type="[]"} | |||
+ हेनरी बेकरल ने | |||
- मैडम क्यूरी ने | |||
- फ़ैराडे | |||
- एडीसन ने | |||
{1.5 मीटर लम्बे व्यक्ति को अपना सम्पूर्ण प्रतिबिम्ब देखने के लिए आवश्यक दर्पण की न्यूनतम लम्बाई होगी? | |||
|type="[]"} | |||
- 1.5 मीटर | |||
+ 0.75 मीटर | |||
- 3 मीटर | |||
- 2 मीटर | |||
{दो समतल दर्पण एक-दूसरे से 60 के कोण पर झुके हैं। इनके बीच रखी एक [[गेंद]] के बने प्रतिबिम्बों की संख्या कितनी होगी? | |||
|type="[]"} | |||
- चार | |||
+ पाँच | |||
- दौ | |||
- छ: | |||
{यदि कोई मनुष्य समतल दर्पण की ओर 4 मीटर/सेकेण्ड की चाल से आ रहा है, तो दर्पण में मनुष्य का प्रतिबिम्ब किस चाल से आता हुआ प्रतीत होगा? | |||
|type="[]"} | |||
- 3 मीटर/सेकेण्ड | |||
- 4 मीटर/सेकेण्ड | |||
- 2 मीटर/सेकेण्ड | |||
+ 8 मीटर/सेकेण्ड | |||
{कारों, ट्रकों और बसों में ड्राइवर की सीट के बगल में कौन-सा दर्पण लगा होता है? | |||
|type="[]"} | |||
+ उत्तल दर्पण | |||
- अवतल दर्पण | |||
- समतल दर्पण | |||
- कोई नहीं | |||
{घरों में विद्युत की पूर्ति 200 वोल्ट पर की जाती है। 220 वोल्ट प्रदर्शित करता है? | |||
|type="[]"} | |||
- प्रभावी वोल्टेज | |||
+ औसत वोल्टेज | |||
- शीर्ष वोल्टेज | |||
- स्थिर वोल्टेज | |||
{[[परमाणु]] के नाभिक में होते हैं? | |||
|type="[]"} | |||
+ [[प्रोटॉन]] व [[न्यूट्रॉन]] | |||
- [[प्रोटॉन]] व [[इलेक्ट्रॉन]] | |||
- [[न्यूट्रॉन]] व [[इलेक्ट्रॉन]] | |||
- सिर्फ़ [[इलेक्ट्रॉन]] | |||
{एम्पियर किसका मात्रक है? | |||
|type="[]"} | |||
- [[विद्युत]] आवेश का | |||
+ [[विद्युत धारा]] का | |||
- प्रतिरोध का | |||
- चुम्बकीय क्षेत्र का | |||
||([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Electric Current) [[आवेश]] के प्रवाह को विद्युत धारा कहते हैं। [[ठोस]] चालकों में आवेश का प्रवाह [[इलेक्ट्रॉन|इलेक्ट्रॉनों]] के एक स्थान से दूसरे स्थान तक स्थानान्तरण के कारण होता है, जबकि [[द्रव|द्रवों]] जैसे- अम्लों, क्षारों व लवणों के जलीय विलयनों तथा [[गैस|गैसों]] में यह प्रवाह आयनों की गति के कारण होता है। साधारणः विद्युत धारा की दिशा धन आवेश के गति की दिशा की ओर तथा ॠण अवेश के गति की विपरीत दिशा में मानी जाती है। | |||
{विद्युत परिपथ में फ़्यूज का क्या कार्य होता है? | |||
|type="[]"} | |||
- यह विद्युतधारा को कम-ज़्यादा करता है | |||
+ विद्युत परिपथ की रक्षा करता है | |||
- विभवान्तर को नियंत्रित करता है | |||
- उपर्युक्त सभी | |||
{विद्युत बल्ब का तन्तु धारा प्रवाहित करने से चमकने लगता है, परन्तु तन्तु में धारा ले जाने वाले तार नहीं चमकते। इसका कारण क्या है? | |||
|type="[]"} | |||
- तन्तु में तारों की अपेक्षा अधिक धारा प्रवाहित होती है | |||
- तन्तु का प्रतिरोध तारों की अपेक्षा कम होता है | |||
+ तन्तु का प्रतिरोध तारों की अपेक्षा अधिक होता है | |||
- धारा प्रवाहित करने से केवल टंगस्टन धातु ही चमकती है | |||
{एक अश्व-शक्ति में कितने वाट होते हैं? | |||
|type="[]"} | |||
- 200 वाट | |||
+ 746 वाट | |||
- 500 वाट | |||
- 700 वाट | |||
{पराश्रव्य [[तरंग|तरंगें]] मनुष्य के द्वारा | |||
|type="[]"} | |||
- सुनी जा सकती हैं | |||
+ नहीं सुनी जा सकती हैं | |||
- कभी-कभी सुनी जा सकती हैं | |||
- सभी असत्य हैं | |||
{भूस्थिर उपग्रह का आवर्त काल कितना होता है | |||
|type="[]"} | |||
- 28 घण्टे | |||
- 12 घण्टे | |||
- 6 घण्टे | |||
+ 24 घण्टे | |||
{पराश्रव्य तरंगों की आवृत्ति कितनी होती है? | |||
|type="[]"} | |||
+ 20,000 हर्ट्ज से अधिक | |||
- 20,000 हर्ट्ज से कम | |||
- 20 हर्ट्ज | |||
- 1000 हर्ट्ज | |||
{आवृत्ति की इकाई क्या है? | |||
|type="[]"} | |||
- एम्पियर | |||
- वोल्ट | |||
+ हर्ट्ज | |||
- न्यूटन | |||
{किसी ध्वनि स्रोत की आवृत्ति में होने वाले उतार-चढ़ाव को कहते हैं? | |||
|type="[]"} | |||
+ डाप्लर प्रभाव | |||
- रमन प्रभाव | |||
- [[प्रकाश]] विद्युत प्रभाव | |||
- क्राम्पटन प्रभाव | |||
{कोई कण एक सेकेण्ड में जितने कम्पन्न करता है, उस संख्या को कहते हैं? | |||
|type="[]"} | |||
+ आवृत्ति | |||
- आवर्तकाल | |||
- तरंग दैर्ध्य | |||
-[[चाल]]| | |||
{वायु में [[ध्वनि]] की चाल 332 मीटर/सेकेण्ड होती है। यदि [[दाब]] बढ़ाकर दो गुना कर दिया जाए, तो ध्वनि की चाल क्या होगी? | |||
|type="[]"} | |||
- 664 मी./से. | |||
+ 332 मी./से. | |||
- 166 मी./से. | |||
- 100 मी./से. | |||
{निम्नलिखित में से किसमें ध्वनि की चाल सबसे अधिक होगी? | |||
|type="[]"} | |||
- वायु में | |||
- निर्वात में | |||
- जल में | |||
+इस्पात में | |||
{एक व्यक्ति घूमते हुए स्टूल पर बांहें फैलाये खड़ा है। एकाएक वह बांहें सिकोड़ लेता है, तो स्टूल का कोणीय वेग? | |||
|type="[]"} | |||
- घट जायेगा | |||
+ बढ़ जायेगा | |||
- अपरिवर्तित रहेगा | |||
- उपरोक्त में से कोई नहीं | |||
{चन्द्रमा पर एक बम विस्फ़ोट होता है। इसकी आवाज़ पृथ्वी पर? | |||
|type="[]"} | |||
+ सुनाई नहीं देगी | |||
- सुनाई देगी | |||
- 24 घण्टे बाद सुनाई देगी | |||
- 48 घण्टे बाद सुनाई देगी | |||
{चन्द्रमा पर वायुमण्डल न होने का कारण है? | |||
|type="[]"} | |||
- कोणीय संवेग | |||
- कक्षीय वेग | |||
- गुरुत्वीय त्वरण | |||
+पलायन वेग | |||
{यदि किसी सरल लोलक की लम्बाई 4% बढ़ा दी जाये, तो उसका आवर्तकाल? | |||
|type="[]"} | |||
+ 2% बढ़ जायेगा | |||
- 2% घट जायेगा | |||
- 4% बढ़ जायेगा | |||
- अपरिवर्तित रहेगा | |||
{एक लड़की झूला झूल रही है। उसके पास एक अन्य लड़की आकर बैठ जाती है, तो झूले का आवर्तकाल? | |||
|type="[]"} | |||
- घट जायेगा | |||
- बढ़ जायेगा | |||
- पहले घटेगा, फिर बढ़ेगा | |||
+ अपरिवर्तित रहेगा | |||
{हम रेडियो की घुण्डी घुमाकर, विभिन्न स्टेशनों के प्रोग्राम सुनते हैं। यह सम्भव है? | |||
|type="[]"} | |||
+ अनुनाद के कारण | |||
- विस्पन्द के कारण | |||
- व्यतिकरण के कारण | |||
- विवर्तन के कारण | |||
{एक गुब्बारे में [[हाइड्रोजन]] व [[ऑक्सीजन]] गैस के बराबर-बराबर अणु हैं। यदि गुब्बारे में एक छेद कर दिया जाए तो? | |||
|type="[]"} | |||
+ हाइड्रोजन गैस तेज़ी से निकलेगी | |||
- ऑक्सीजन गैस तेज़ी से निकलेगी | |||
- दोनों गैसें समान वेगों से निकलेगी | |||
-सभी असत्य हैं | |||
{कपूर के छोटे-छोटे टुकड़े जल की सतह पर नाचते हैं? | |||
|type="[]"} | |||
+ पृष्ठ तनाव के कारण | |||
- श्यानता के कारण | |||
- कपूर का यह गुण है | |||
- जल के घनत्व के कारण | |||
{'वेन्चुरीमीटर' से क्या ज्ञात करते हैं? | |||
|type="[]"} | |||
- जल का पृष्ठ तनाव | |||
- जल का आयतन | |||
- जल का घनत्व | |||
+ जल के प्रवाह की दर | |||
{चौराहों पर पानी के फुहारे में गेंद नाचती रहती है, क्योंकि? | |||
|type="[]"} | |||
+ पानी का वेग अधिक होने से दाब घट जाता है | |||
- पानी का वेग अधिक होने से दाब अधिक हो जाता है | |||
- पानी के पृष्ठ तनाव के कारण | |||
- पानी की श्यानता के कारण | |||
{यदि [[द्रव्यमान]] परिवर्तित हुए बिना पृथ्वी अपनी वर्तमान त्रिज्या की सिकुड़कर आधी रह जाये तो दिन होगा? | |||
|type="[]"} | |||
- 24 घण्टे का | |||
+ 12 घण्टे का | |||
- 6 घण्टे का | |||
- 48 घण्टे का | |||
{यदि किसी पिण्ड को पृथ्वी से 11.2 किमी./से. के वेग से फेंका जाये तो पिण्ड? | |||
|type="[]"} | |||
+ पृथ्वी पर कभी नहीं लौटेगा | |||
- 2 घण्टे के बाद लौट आयेगा | |||
- 24 घण्टे के बाद लौट आयेगा | |||
- कुछ निश्चित नहीं है | |||
{उपग्रह में समय ज्ञात करने के लिए, अन्तरिक्ष यात्री को प्रयोग करना चाहिए? | |||
|type="[]"} | |||
- लोलक घड़ी | |||
+ स्प्रिंग घड़ी | |||
- दोनों | |||
- उपग्रह में समय ज्ञात नहीं किया जा सकता | |||
{यदि पृथ्वी की त्रिज्या 1% कम हो जाये, किन्तु द्रव्यमान वही रहे तो पृथ्वी तल का गुरुत्वीय त्वरण? | |||
|type="[]"} | |||
- 2% बढ़ जायेगा | |||
- 1% घट जायेगा | |||
+2% घट जायेगा | |||
- 1% बढ़ जायेगा | |||
{एक किलो चीनी का भार? | |||
|type="[]"} | |||
- गहरी ख़ान में अखिक होगा | |||
- ऊँचे पर्वत पर अधिक होगा | |||
+ समुद्र तल पर सर्वाधिक होगा | |||
- सर्वत्र समान होगा | |||
{[[हाइड्रोजन]] गैस से भरा गुब्बारा, पृथ्वी से चन्द्रमा पर ले जाया जाता है तो गुब्बारा चन्द्रमा पर? | |||
|type="[]"} | |||
- ऊपर उठेगा | |||
+ फट जायेगा | |||
- नीचे गिरेगा | |||
-न उठेगा, न गिरेगा | |||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} | ||
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07:01, 23 दिसम्बर 2010 का अवतरण
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