"मुद्राराक्षस ग्रंथ": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो (मुद्राराक्षस का नाम बदलकर मुद्राराक्षस ग्रंथ कर दिया गया है) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति") |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*चौथी शती का उत्तरार्द्ध एवं पांचवी शती ई. के पूर्वार्द्ध में विशाखदत्त द्वारा रचित इस ग्रंथ से [[चन्द्रगुप्त मौर्य]] एवं उनके गुरु [[चाणक्य]] के विषय में और साथ ही [[नंद वंश]] के पतन एवं [[मौर्य वंश]] की स्थापना के इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है। | *चौथी शती का उत्तरार्द्ध एवं पांचवी शती ई. के पूर्वार्द्ध में विशाखदत्त द्वारा रचित इस ग्रंथ से [[चन्द्रगुप्त मौर्य]] एवं उनके गुरु [[चाणक्य]] के विषय में और साथ ही [[नंद वंश]] के पतन एवं [[मौर्य वंश]] की स्थापना के इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है। | ||
{{प्रचार}} | |||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार=आधार1 | |आधार=आधार1 |
13:23, 10 जनवरी 2011 का अवतरण
- चौथी शती का उत्तरार्द्ध एवं पांचवी शती ई. के पूर्वार्द्ध में विशाखदत्त द्वारा रचित इस ग्रंथ से चन्द्रगुप्त मौर्य एवं उनके गुरु चाणक्य के विषय में और साथ ही नंद वंश के पतन एवं मौर्य वंश की स्थापना के इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है।
|
|
|
|
|