"काण्व वंश": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
पंक्ति 11: पंक्ति 11:




{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
|आधार=आधार1

11:48, 10 जनवरी 2011 का अवतरण

(ई. पू. 75 से ई. पू. 30)

  • शुंग वंश के अन्तिम सम्राट देवभूति की हत्या करके उसके सचिव वसुदेव ने ई. पू. 75 में मगध में काण्व वंश की नींव डाली।
  • इसमें केवल चार ही शासक हुए -
  1. वसुदेव,
  2. भूमिमित्र,
  3. नारायण
  4. सुशर्मन।
  • इन्होंने ई. पू. 30 तक राज्य किया।
  • पुराणों के अनुसार इस वंश को आंध्र भृत्यों ने उखाड़ फैंका, किन्तु आंध्र भृत्यों के मगध तक राज्य करने का कोई अन्य प्रमाण नहीं है।
  • पाटलिपुत्र में कुछ काल के लिए मित्र वंश के राजाओं ने राज्य किया।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ