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12:39, 10 जनवरी 2011 का अवतरण
- यह ऐतिहासिक नगर मध्य प्रदेश के ग्वालियर के समीप है।
- महाभारत में वर्णित यह नगर राजा नल की राजधानी बताया गया है।
- 12वीं शताब्दी तक इस नगर को नलपुर कहा जाता था।
- यहाँ स्थित क़िला जो विंध्य पर्वतश्रेणी की एक खड़ी चट्टान पर स्थित है, मध्यकालीन भारतीय इतिहास में महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है।
- 12वीं शताब्दी के बाद नरवर पर क्रमशः कछवाहा, परिहास और तोमर राजपूतों का शासन रहा।
- मानसिंह तोमर (1486-1516ई.) और मृगनयनी की प्रसिद्ध प्रेम कथा से नरवर का सम्बन्ध बताया जाता है।
- राजस्थान की प्रसिद्ध प्रेम कथा ढोला-मारु का नायक ढोला नरवर नरेश का पुत्र बताया गया है।
- नरवर परवर्ती काल में मालवा के सुल्तानों के कब्जे में रहा और 18वीं शताब्दी में मराठों के आधिपत्य में चला गया।
- मराठा सरदार सिंधिया ने जीत लिया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ