"प्रभाकरवर्धन": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('प्रभाकरवर्धन थानेश्वर का राजा था, जो [[पुष्यभूतिवं...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
प्रभाकरवर्धन [[थानेश्वर]] का राजा था, जो [[पुष्यभूतिवंश]] का था और छठी शताब्दी के अंत में राज्य करता था। उसकी माता [[गुप्तवंश]] की राजकुमारी [[महासेनगुप्त]] नामक थी। उसने अपने पड़ोसी राज्यों, मालवों, उत्तर-पश्चिमी [[पंजाब]] के [[हूण|हूणों]] तथा गुर्जरों के साथ युद्ध करके काफ़ी प्रतिष्ठ प्राप्त की। उसने अपनी पुत्री [[राज्यश्री]] का विवाह [[कन्नौज]] के मौखरि राजा [[ग्रहवर्मा]] से कर दिया। प्रभाकरवर्धन की मृत्यु 604 ई. में हुई। उसके बाद उसका सबसे बड़ा पुत्र [[राज्यवर्धन]] उत्तराधिकारी बना।
प्रभाकरवर्धन [[थानेश्वर]] का राजा था, जो [[पुष्यभूतिवंश]] का था और छठी शताब्दी के अंत में राज्य करता था। उसकी माता [[गुप्तवंश]] की राजकुमारी [[महासेनगुप्त]] नामक थी। उसने अपने पड़ोसी राज्यों, मालवों, उत्तर-पश्चिमी [[पंजाब]] के [[हूण|हूणों]] तथा गुर्जरों के साथ युद्ध करके काफ़ी प्रतिष्ठ प्राप्त की। उसने अपनी पुत्री [[राज्यश्री]] का विवाह [[कन्नौज]] के मौखरि राजा [[ग्रहवर्मा]] से कर दिया। प्रभाकरवर्धन की मृत्यु 604 ई. में हुई। उसके बाद उसका सबसे बड़ा पुत्र [[राज्यवर्धन]] उत्तराधिकारी बना।


{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
|आधार=आधार1

12:54, 10 जनवरी 2011 का अवतरण

प्रभाकरवर्धन थानेश्वर का राजा था, जो पुष्यभूतिवंश का था और छठी शताब्दी के अंत में राज्य करता था। उसकी माता गुप्तवंश की राजकुमारी महासेनगुप्त नामक थी। उसने अपने पड़ोसी राज्यों, मालवों, उत्तर-पश्चिमी पंजाब के हूणों तथा गुर्जरों के साथ युद्ध करके काफ़ी प्रतिष्ठ प्राप्त की। उसने अपनी पुत्री राज्यश्री का विवाह कन्नौज के मौखरि राजा ग्रहवर्मा से कर दिया। प्रभाकरवर्धन की मृत्यु 604 ई. में हुई। उसके बाद उसका सबसे बड़ा पुत्र राज्यवर्धन उत्तराधिकारी बना।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ