"अनमोल वचन 1": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('हम '''अनमोल वचन''' उन बातो और लेखो को कहते हैं, जिन्हें स...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
हम '''अनमोल वचन''' उन बातो और लेखो को कहते हैं, जिन्हें संसार के अनेकानेक विद्वानों ने कहे और लिखे है, जो जीवन उपयोगी हैं । इन अनमोल वचनो को हम अपने जीवन में अपना कर अपने जीवन में नई उंमग एवं उत्साह का संचार कर सकते हैं । अनमोल वचन को हम '''सूक्ति ( सु + उक्ति ) या सुभाषित ( सु + भाषित )''' भी कहते हैं। इन बातो को अनमोल इसलिए भी कहा जाता हैं क्योंकि यदि हम इन बातो का अर्थ या सार समझेगें, तो हम पायेंगे की इन बातो का कोई मोल नहीं लगा सकता । इन बातो को हम अपने जीवन में अपनाकर अपने जीवन की दिशा को बदल सकते हैं और जीवन की दिशा बदलनें वाली बातों का कभी कोई मोल नही लगा सकता हैं क्योकि ये बातें तो अनमोल होती हैं।
हम '''अनमोल वचन''' उन बातो और लेखो को कहते हैं, जिन्हें संसार के अनेकानेक विद्वानों ने कहे और लिखे है, जो जीवन उपयोगी हैं । इन अनमोल वचनो को हम अपने जीवन में अपना कर अपने जीवन में नई उंमग एवं उत्साह का संचार कर सकते हैं । अनमोल वचन को हम '''सूक्ति ( सु + उक्ति ) या सुभाषित ( सु + भाषित )''' भी कहते हैं। इन बातो को अनमोल इसलिए भी कहा जाता हैं क्योंकि यदि हम इन बातो का अर्थ या सार समझेगें, तो हम पायेंगे की इन बातो का कोई मोल नहीं लगा सकता । इन बातो को हम अपने जीवन में अपनाकर अपने जीवन की दिशा को बदल सकते हैं और जीवन की दिशा बदलनें वाली बातों का कभी कोई मोल नही लगा सकता हैं क्योकि ये बातें तो अनमोल होती हैं।
<div style="float:right; width:100%; border:thin solid #aaaaaa; margin:10px">
{| width="98%" class="bharattable" style="float:right";
|-
! width="100%"| अनमोल वचन
|}
<div style="height: 100px; overflow: auto;overflow-x:hidden;">
{| class="bharattable" border="1" width="98%"
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|-
|
|}
</div>
</div>





12:57, 19 जनवरी 2011 का अवतरण

हम अनमोल वचन उन बातो और लेखो को कहते हैं, जिन्हें संसार के अनेकानेक विद्वानों ने कहे और लिखे है, जो जीवन उपयोगी हैं । इन अनमोल वचनो को हम अपने जीवन में अपना कर अपने जीवन में नई उंमग एवं उत्साह का संचार कर सकते हैं । अनमोल वचन को हम सूक्ति ( सु + उक्ति ) या सुभाषित ( सु + भाषित ) भी कहते हैं। इन बातो को अनमोल इसलिए भी कहा जाता हैं क्योंकि यदि हम इन बातो का अर्थ या सार समझेगें, तो हम पायेंगे की इन बातो का कोई मोल नहीं लगा सकता । इन बातो को हम अपने जीवन में अपनाकर अपने जीवन की दिशा को बदल सकते हैं और जीवन की दिशा बदलनें वाली बातों का कभी कोई मोल नही लगा सकता हैं क्योकि ये बातें तो अनमोल होती हैं।

अनमोल वचन



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ