"कुल्लू": अवतरणों में अंतर
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कुल्लू (भूतपूर्व सुल्तानपुर), मध्य [[हिमाचल प्रदेश]], उत्तरी भारत में राजधानी [[शिमला]] से लगभग 100 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। | कुल्लू (भूतपूर्व सुल्तानपुर), मध्य [[हिमाचल प्रदेश]], उत्तरी भारत में राजधानी [[शिमला]] से लगभग 100 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। कुल्लू हिमाचल प्रदेश में बसा एक ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल है। कुल्लू की ख़ूबसूरती और हरियाली बरसों से पर्यटकों को अपनी ओर खींचती आई है। कुल्लू विज नदी के किनारे बसा हुआ है, यह स्थान अपने यहाँ मनाए जाने वाले रंगबिरंगे दशहरा के लिए प्रसिद्ध है। 17वीं शताब्दी में निर्मित रघुनाथजी का मंदिर भी कुल्लू में है जो [[हिंदू धर्म|हिंदुओं]] का प्रमुख तीर्थ स्थान है। कुल्लू का प्राचीन नाम कुलंतपीठ था। यह जगह सिल्वर वैली के नाम से मशहूर है। कुल्लू केवल सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों के लिए ही नहीं बल्कि एडवेंचर स्पोर्ट के लिए भी प्रसिद्ध है। | ||
==इतिहास== | ==इतिहास== | ||
कुल्लू मध्यकालीन समय में राजपूत राजाओं के शक्तिशाली राज्य का एक हिस्सा था। कुल्लू अपने दशहरे के त्योहार के लिए प्रसिद्ध है। | कुल्लू मध्यकालीन समय में राजपूत राजाओं के शक्तिशाली राज्य का एक हिस्सा था। कुल्लू अपने दशहरे के त्योहार के लिए प्रसिद्ध है। |
06:41, 20 जनवरी 2011 का अवतरण
कुल्लू (भूतपूर्व सुल्तानपुर), मध्य हिमाचल प्रदेश, उत्तरी भारत में राजधानी शिमला से लगभग 100 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। कुल्लू हिमाचल प्रदेश में बसा एक ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल है। कुल्लू की ख़ूबसूरती और हरियाली बरसों से पर्यटकों को अपनी ओर खींचती आई है। कुल्लू विज नदी के किनारे बसा हुआ है, यह स्थान अपने यहाँ मनाए जाने वाले रंगबिरंगे दशहरा के लिए प्रसिद्ध है। 17वीं शताब्दी में निर्मित रघुनाथजी का मंदिर भी कुल्लू में है जो हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ स्थान है। कुल्लू का प्राचीन नाम कुलंतपीठ था। यह जगह सिल्वर वैली के नाम से मशहूर है। कुल्लू केवल सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों के लिए ही नहीं बल्कि एडवेंचर स्पोर्ट के लिए भी प्रसिद्ध है।
इतिहास
कुल्लू मध्यकालीन समय में राजपूत राजाओं के शक्तिशाली राज्य का एक हिस्सा था। कुल्लू अपने दशहरे के त्योहार के लिए प्रसिद्ध है।
यातायात और परिवहन
कुल्लू शिमला से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा है।
कृषि और खनिज
यह एक कृषि व्यापार केंन्द्र है। चाय, फल, गेहूँ, जौ और अन्य फ़सलें आसपास के क्षेत्र में उगाई जाती हैं, जिसका अधिकांश हिस्सा वनाच्छादित है।
उद्योग और व्यापार
हथकरघा बुनाई कुल्लू का सबसे महत्त्वपूर्ण उद्योग है, जिसके अंतर्गत कुल्लू में टोपी, शॉल, रूमाल और गुलूबंद का निर्माण होता है।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार इस शहर की जनसंख्या 18,306 है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ