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जिसे ग्रहण करना या पकड़ना कठिन हो, जिसे धारण करना, समझना या कहना कठिन हो, कठिन, दुस्तर,
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|हिन्दी=जो ग्रहण किये जाने के योग्य न हो, जिसे ग्रहण करना या पकड़ना कठिन हो, जिसे समझना या जिसका वर्णन करना असम्भव या कठिन हो।  
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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शब्द संदर्भ
हिन्दी जो ग्रहण किये जाने के योग्य न हो, जिसे ग्रहण करना या पकड़ना कठिन हो, जिसे समझना या जिसका वर्णन करना असम्भव या कठिन हो।
-व्याकरण    व्युत्पत्ति सूचक, विशेषण
-उदाहरण   नृपगति अगह, गिरा जाति न गही है[1], जुक्ति जतन करि जोग अगह गहि।[2]
-विशेष   
-विलोम   
-पर्यायवाची   
संस्कृत अग्राह्य।
अन्य ग्रंथ
संबंधित शब्द
संबंधित लेख

अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. तुलसीदास गीता., 1/87
  2. सूरसागर (10/3744)