"वाच्य": अवतरणों में अंतर
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|हिन्दी=जो वाचा के रूप में आता हो या आ सकता हो, जो कहा जा सके या कहे जाने के योग्य हो, जिसका बोध शब्द द्वारा हो सकता हो, | |हिन्दी=जो वाचा के रूप में आता हो या आ सकता हो, जो कहा जा सके या कहे जाने के योग्य हो, जिसका बोध शब्द द्वारा हो सकता हो, | ||
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|विशेष=उक्त व्यक्त अर्थ को 'वाच्यार्थ' कहते हैं। | |विशेष=उक्त व्यक्त अर्थ को 'वाच्यार्थ' कहते हैं। | ||
|विलोम=अवाच्य | |विलोम=अवाच्य | ||
05:54, 7 फ़रवरी 2011 का अवतरण
| हिन्दी | जो वाचा के रूप में आता हो या आ सकता हो, जो कहा जा सके या कहे जाने के योग्य हो, जिसका बोध शब्द द्वारा हो सकता हो, |
| -व्याकरण | विशेषण |
| -उदाहरण | वाच्य-क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वाक्य में क्रिया द्वारा संपादित विधान का विषय कर्ता है, या कर्म है, अथवा भाव है, उसे वाच्य कहते हैं। |
| -विशेष | उक्त व्यक्त अर्थ को 'वाच्यार्थ' कहते हैं। |
| -विलोम | अवाच्य |
| -पर्यायवाची | कथ्य, कहने योग्य, भाष्य, सूच्य। |
| संस्कृत | वच्+ण्यत् |
| अन्य ग्रंथ | |
| संबंधित शब्द | |
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