"क्षत": अवतरणों में अंतर
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|हिन्दी=जिसे क्षति या हानि पहुँची हो, घायल, जिसका कोई भाग टूट चुका हो, खंडित, घाव, जख़्म, जिसका आघात या चोट लगने से कोई अंग टूट या बिगड़ गया हो | |हिन्दी=जिसे क्षति या हानि पहुँची हो, घायल, जिसका कोई भाग टूट चुका हो, खंडित, घाव, जख़्म, जिसका आघात या चोट लगने से कोई अंग टूट या बिगड़ गया हो| | ||
|व्याकरण=[[विशेषण]], पुल्लिंग, धातु | |व्याकरण=[[विशेषण]], पुल्लिंग, धातु | ||
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भटक रहे हैं लक्ष्य विरत हम ! | भटक रहे हैं लक्ष्य विरत हम ! | ||
समय अहेरी वार करे नित, | समय अहेरी वार करे नित, | ||
हैं बहिरंतर क्षत विक्षत हम !</poem> | हैं बहिरंतर '''क्षत''' विक्षत हम !</poem> | ||
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09:53, 11 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण
हिन्दी | जिसे क्षति या हानि पहुँची हो, घायल, जिसका कोई भाग टूट चुका हो, खंडित, घाव, जख़्म, जिसका आघात या चोट लगने से कोई अंग टूट या बिगड़ गया हो |
-व्याकरण | विशेषण, पुल्लिंग, धातु |
-उदाहरण | निधि जो पाई खो दी हमने, |
-विशेष | |
-विलोम | अक्षत |
-पर्यायवाची | आहत, अभिहत, अभ्याहत, उपहत, क्षतिग्रस्त, ज़ख़्मी, निहत, विहत |
संस्कृत | [क्षण्+क्त] |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | क्षतज |
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