"नवग्रह आरती": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('<blockquote><span style="color: maroon"><poem> आरती श्री नवग्रहों की कीजै | बाध, कष...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
छो (Text replace - "तेज " to "तेज़ ")
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
आरती श्री नवग्रहों की कीजै | बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ||
आरती श्री नवग्रहों की कीजै | बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ||


सूर्य तेज व्यापे जीवन भर | जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ||
सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर | जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ||


रुप चंद्र शीतलता लायें | शांति स्नेह सरस रसु भीजै ||
रुप चंद्र शीतलता लायें | शांति स्नेह सरस रसु भीजै ||

11:38, 20 फ़रवरी 2011 का अवतरण

आरती श्री नवग्रहों की कीजै | बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ||

सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर | जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ||

रुप चंद्र शीतलता लायें | शांति स्नेह सरस रसु भीजै ||

मंगल हरे अमंगल सारा | सौम्य सुधा रस अमृत पीजै ||

बुद्ध सदा वैभव यश लीये | सुख सम्पति लक्ष्मी पसीजै ||

विद्या बुद्धि ज्ञान गुरु से ले लो | प्रगति सदा मानव पै रीझे||

शुक्र तर्क विज्ञान बढावै | देश धर्म सेवा यश लीजे ||

न्यायधीश शनि अति ज्यारे | जप तप श्रद्धा शनि को दीजै ||

राहु मन का भरम हरावे | साथ न कबहु कुकर्म न दीजै ||

स्वास्थ्य उत्तम केतु राखै | पराधीनता मनहित खीजै ||


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ