"वाष्पन": अवतरणों में अंतर

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*'''द्रव का क्षेत्रफल''':- द्रव के खुले पृष्ठ का क्षेत्रफल अधिक होने पर वाष्पन तेजी से होगा।
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*'''द्रव के पृष्ठ पर''':-  
*'''द्रव के पृष्ठ पर''':-  
**द्रव के पृष्ठ पर वायु बदलने पर वाष्पन तेज होगा।  
**द्रव के पृष्ठ पर वायु बदलने पर वाष्पन तेज़ होगा।  
**द्रव के पृष्ठ पर वायु का दाब जितना ही कम होगा वाष्पन उतनी ही तेज़ी से होगा।
**द्रव के पृष्ठ पर वायु का दाब जितना ही कम होगा वाष्पन उतनी ही तेज़ी से होगा।
**द्रव के पृष्ठ पर वाष्प [[दाब]] जितना बढ़ता जाएगा वाष्पन की दर उतनी ही घटती जाएगी।
**द्रव के पृष्ठ पर वाष्प [[दाब]] जितना बढ़ता जाएगा वाष्पन की दर उतनी ही घटती जाएगी।

11:40, 20 फ़रवरी 2011 का अवतरण

(अंग्रेज़ी:Evaporation) रसायन विज्ञान में क्वथनांक से कम तापमान पर द्रव के वाष्प में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को वाष्पन कहते हैं।

वाष्पन की क्रिया

वाष्पन की क्रिया निम्न बातों पर निर्भर करती है-

  • क्वथनांक का कम होना:- क्वथनांक जितना कम होगा, वाष्पन की क्रिया उतनी ही अधिक तेज़ी से होगी।
  • द्रव का ताप:- द्रव का ताप अधिक होने पर वाष्पन अधिक होगा।
  • द्रव का क्षेत्रफल:- द्रव के खुले पृष्ठ का क्षेत्रफल अधिक होने पर वाष्पन तेजी से होगा।
  • द्रव के पृष्ठ पर:-
    • द्रव के पृष्ठ पर वायु बदलने पर वाष्पन तेज़ होगा।
    • द्रव के पृष्ठ पर वायु का दाब जितना ही कम होगा वाष्पन उतनी ही तेज़ी से होगा।
    • द्रव के पृष्ठ पर वाष्प दाब जितना बढ़ता जाएगा वाष्पन की दर उतनी ही घटती जाएगी।



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