"प्रभाव": अवतरणों में अंतर
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|उदाहरण=संगीत का मानव जीवन पर प्रारम्भिक दौर से ही महत्त्वपूर्ण '''प्रभाव''' रहा है। | |उदाहरण=संगीत का मानव जीवन पर प्रारम्भिक दौर से ही महत्त्वपूर्ण '''प्रभाव''' रहा है। | ||
|विशेष='''प्रभाव''' शब्द का वर्णन अनेक शास्त्रों में मिलता है जैसे- काव्यशास्त्र/साहित्यशास्त्र में साहित्य को पढ़ने, देखने, सुनने से उत्पन्न या उससे प्रेरित पाठक, श्रोता, दर्शक की प्रतिक्रिया को '''प्रभाव''' कहते हैं। | |विशेष='''प्रभाव''' शब्द का वर्णन अनेक शास्त्रों में मिलता है जैसे- काव्यशास्त्र/साहित्यशास्त्र में साहित्य को पढ़ने, देखने, सुनने से उत्पन्न या उससे प्रेरित पाठक, श्रोता, दर्शक की प्रतिक्रिया को '''प्रभाव''' कहते हैं। | ||
|पर्यायवाची=असर, गुण, छाप, ज़ोर, तासीर, थाप, दाप, रंग, रंगत, ललाम, विभव, संस्कार, साया, स्पर्श। | |पर्यायवाची=असर, गुण, छाप, ज़ोर, तासीर, थाप, दाप, रंग, रंगत, [[ललाम]], विभव, संस्कार, साया, स्पर्श। | ||
|संस्कृत='''प्रभाव''': [प्र + भू + घञ् ] कान्ति, दीप्ति, उजाला, गरिमा, यश, महिमा, तेज, भव्य कान्ति- '''प्रभाव'''- <ref>वानिव लक्ष्यते शकुन्तला नाटक</ref> 1, सामर्थ्य, शौर्य, शक्ति, अव्यर्थता- <ref>पंचतन्त्र 1/7</ref>, राजोचित शक्ति (तीन शक्तियों में से एक), अतिमानव शक्ति, अलौकिक- शक्ति – <ref>रघुवंश 2/41, 62, 3/40</ref>, <ref>विक्रमांकदेवचरित 1, 2, 5</ref>, महानुभावता । समस्त पद-ज (विक्रमोर्वशीयम्) राजशक्ति से उत्पन्न प्रभाव से युक्त । | |संस्कृत='''प्रभाव''': [प्र + भू + घञ् ] कान्ति, दीप्ति, उजाला, गरिमा, यश, महिमा, तेज, भव्य कान्ति- '''प्रभाव'''- <ref>वानिव लक्ष्यते शकुन्तला नाटक</ref> 1, सामर्थ्य, शौर्य, शक्ति, अव्यर्थता- <ref>पंचतन्त्र 1/7</ref>, राजोचित शक्ति (तीन शक्तियों में से एक), अतिमानव शक्ति, अलौकिक- शक्ति – <ref>रघुवंश 2/41, 62, 3/40</ref>, <ref>विक्रमांकदेवचरित 1, 2, 5</ref>, महानुभावता । समस्त पद-ज (विक्रमोर्वशीयम्) राजशक्ति से उत्पन्न प्रभाव से युक्त । | ||
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13:04, 21 फ़रवरी 2011 का अवतरण
हिन्दी | दवाब, असर, अधिकार, इख़्तियार, प्रताप, तेज, (अन्न/ दवा आदि का) गुण या गुणकारिता, सामर्थ्य, शक्ति, बल, महत्व, गौरव, अलौकिक शक्ति, चमत्कारी असर, महिमा, महात्म्य, (रोग आदि का) परिणाम, फल, (आयुर्वेद) द्रव्यों की अपनी शक्ति विशेष। (राजनीतिशास्त्र/राजनीतिविज्ञान) राज्य, राजा, शासक की शक्ति जो दंड, कोष आदि के रूप में प्रकट होती है। (धर्मशास्त्र) ॠषि, मुनि आदि के तप की अथवा दिए गए वरदान, शाप आदि की शक्ति। | ||||||
-व्याकरण | धातु, पुल्लिंग | ||||||
-उदाहरण (शब्द प्रयोग) |
संगीत का मानव जीवन पर प्रारम्भिक दौर से ही महत्त्वपूर्ण प्रभाव रहा है। | ||||||
-विशेष | प्रभाव शब्द का वर्णन अनेक शास्त्रों में मिलता है जैसे- काव्यशास्त्र/साहित्यशास्त्र में साहित्य को पढ़ने, देखने, सुनने से उत्पन्न या उससे प्रेरित पाठक, श्रोता, दर्शक की प्रतिक्रिया को प्रभाव कहते हैं। | ||||||
-विलोम | |||||||
-पर्यायवाची | असर, गुण, छाप, ज़ोर, तासीर, थाप, दाप, रंग, रंगत, ललाम, विभव, संस्कार, साया, स्पर्श। | ||||||
संस्कृत | प्रभाव: [प्र + भू + घञ् ] कान्ति, दीप्ति, उजाला, गरिमा, यश, महिमा, तेज, भव्य कान्ति- प्रभाव- [1] 1, सामर्थ्य, शौर्य, शक्ति, अव्यर्थता- [2], राजोचित शक्ति (तीन शक्तियों में से एक), अतिमानव शक्ति, अलौकिक- शक्ति – [3], [4], महानुभावता । समस्त पद-ज (विक्रमोर्वशीयम्) राजशक्ति से उत्पन्न प्रभाव से युक्त । | ||||||
अन्य ग्रंथ | |||||||
संबंधित शब्द | |||||||
संबंधित लेख | |||||||
अन्य भाषाओं मे | |||||||
भाषा | असमिया | उड़िया | उर्दू | कन्नड़ | कश्मीरी | कोंकणी | गुजराती |
शब्द | प्रभाव | प्रभाव | असर, तासीर | प्रभाव | असर | प्रभाव, शक्ति, प्रताप | |
भाषा | डोगरी | तमिल | तेलुगु | नेपाली | पंजाबी | बांग्ला | बोडो |
शब्द | सेल्-वाक्कु | प्रभावमु | प्रभाव | प्रभाव | |||
भाषा | मणिपुरी | मराठी | मलयालम | मैथिली | संथाली | सिंधी | अंग्रेज़ी |
शब्द | प्रभाव | प्रभावं, स्वाधीनं | प्रभा, असरु | Power, Might, Majesty, Influence, Effect, Impression |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश