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-कुरुक्षेत्र' पर
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-'परशुराम की प्रतीक्षा' पर
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{[[हिन्दी]] साहित्य के इतिहास के सर्वप्रथम लेखक का नाम क्या है?
|type="()"}
- जार्ज ग्रियर्सन
+गार्सा द तासी
-शिवसिंह सेंगर
-[[रामचन्द्र शुक्ल|आचार्य रामचन्द्र शुक्ल]]
{'पद्मावत' किसकी रचना है?
|type="()"}
-नाभादास
-[[केशवदास]]
+[[मलिक मुहम्मद जायसी]]
-[[तुलसीदास]]
{'बैताल पच्चीसी' के रचनाकार हैं-
|type="()"}
-[[लल्लू लालजी]]
-[[सदल मिश्र]]
+सूरति मिश्र
-नाभादास
   
   
{'सुहाग के नूपुर' के रचयिता हैं-
{'सुहाग के नूपुर' के रचयिता हैं-
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-[[महादेवी वर्मा]]
-[[महादेवी वर्मा]]
-सुभद्रा कुमारी चौहान  
-सुभद्रा कुमारी चौहान  
{'दुरित, दुःख, दैन्य न थे जब ज्ञात, अपरिचित जरा-मरण-भ्रू पात।।' पंक्ति के रचनाकार हैं?
|type="()"}
-[[सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला]]
-[[जयशंकर प्रसाद]]
+[[सुमित्रानंदन पंत]]
-[[महादेवी वर्मा]]
||[[चित्र:Sumitranandan.jpg|150px|सुमित्रानंदन पंत|right]] सुमित्रानंदन पंत हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार स्तंभों में से एक हैं। सुमित्रानंदन पंत उस नये युग के प्रवर्तक के रूप में आधुनिक हिन्दी साहित्य में उदित हुए। सुमित्रानंदन पंत का जन्म [[20 मई]] [[1900]] में कौसानी, [[उत्तराखण्ड]], [[भारत]] में हुआ था। जन्म के छह घंटे बाद ही माँ को क्रूर मृत्यु ने छीन लिया। शिशु को उसकी दादी ने पाला पोसा। शिशु का नाम रखा गया गुसाई दत्त।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[सुमित्रानंदन पंत]]
{'निराला के [[राम]] [[तुलसीदास]] के राम से भिन्न और भवभूति के राम के निकट हैं।' यह कथन किस [[हिन्दी]] आलोचक का है?
|type="()"}
-डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी
-डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित
+डॉ. रामविलास शर्मा
-डॉ. गंगाप्रसाद पाण्डेय
{'राम की शक्तिपूजा' में [[सूर्यकांत त्रिपाठी निराला|निराला]] की इन दो कविताओं का सारतत्त्व समाहित है?
|type="()"}
-तुलसीदास और सरोजस्मृति
-तुलसीदास और बादल
-सरोजस्मृति और तोड़ती पत्थर
+जागो फिर एक बार और तुलसीदास


{'भारत भारती' (काव्य) के रचनाकार हैं-
{'भारत भारती' (काव्य) के रचनाकार हैं-
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-धर्मवीर भारती
-धर्मवीर भारती


{'दोहाकोश' के रचयिता हैं-
{'मनुष्य के आचरण के प्रवर्तक भाव या मनोविकार ही होते हैं, बुद्धि नहीं।' यह कथन है?
|type="()"}
|type="()"}
-लुइपा
-सरदार पूर्णसिंह का
-जोइन्दु
+[[रामचन्द्र शुक्ल]] का
+सरहपा
-[[महावीर प्रसाद द्विवेदी]] का
-कण्हपा
-बालकृष्ण भट्ट का


{'प्रेमसागर' के रचनाकार हैं-
{'रस मीमांसा' रस-सिद्धांत से सम्बन्धित पुस्तक है, इस पुस्तक के लेखक हैं?
|type="()"}
|type="()"}
-[[सदल मिश्र]]
-[[डॉ. श्यामसुन्दर दास]]
-उसमान
-डॉ. गुलाब राय
+[[लल्लू लालजी]]
-डॉ. नगेन्द्र
-सुन्दर दास
+[[आचार्य रामचन्द्र शुक्ल]]
||[[चित्र:RamChandraShukla.jpg|150px|right|रामचन्द्र शुक्ल]] रामचन्द्र शुक्ल जी का जन्म [[बस्ती ज़िला|बस्ती ज़िले]] के अगोना नामक गाँव में सन 1884 ई. में हुआ था। सन 1888 ई. में वे अपने पिता के साथ राठ हमीरपुर गये तथा वहीं पर विद्याध्ययन प्रारम्भ किया। सन 1892 ई. में उनके पिता की नियुक्ति मिर्ज़ापुर में सदर क़ानूनगो के रूप में हो गई और वे पिता के साथ [[मिर्ज़ापुर]] आ गये। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[रामचन्द्र शुक्ल]]
 


{'पंच परमेश्वर' के लेखक हैं-
{'पंच परमेश्वर' के लेखक हैं-
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|| [[चित्र:Hazari Prasad Dwivedi.JPG|डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी|100px|right]]  डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी [[हिन्दी]] के शीर्षस्थानीय साहित्यकारों में से हैं। वे उच्चकोटि के निबन्धकार, उपन्यास लेखक, आलोचक, चिन्तक तथा शोधकर्ता हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हजारी प्रसाद द्विवेदी]]
|| [[चित्र:Hazari Prasad Dwivedi.JPG|डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी|100px|right]]  डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी [[हिन्दी]] के शीर्षस्थानीय साहित्यकारों में से हैं। वे उच्चकोटि के निबन्धकार, उपन्यास लेखक, आलोचक, चिन्तक तथा शोधकर्ता हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हजारी प्रसाद द्विवेदी]]


{'आँसू' (काव्य) के रचयिता हैं-
{मसि कागद छुयो नहीं कलम गही नहिं हाथ॥ प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता हैं?
|type="()"}
|type="()"}
-[[सुमित्रानंदन पंत]]
-[[दादू दयाल]]
+[[जयशंकर प्रसाद]]
-[[रैदास]]
-[[मैथिलीशरण गुप्त]]
+[[कबीरदास]]
-[[सूर्यकांत त्रिपाठी निराला]]
-सुन्दर दास
|| [[चित्र:Jaishankar-Prasad.jpg|जयशंकर प्रसाद|100px|right]] महाकवि जयशंकर प्रसाद हिन्दी नाट्य जगत और कथा साहित्य में एक विशिष्ट स्थान रखते हैं। कथा साहित्य के क्षेत्र में भी उनकी देन महत्त्वपूर्ण है। भावना-प्रधान कहानी लिखने वालों में जयशंकर प्रसाद अनुपम थे। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[जयशंकर प्रसाद]]


{'चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग'। इस पंक्ति के रचयिता हैं-
{'चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग'। इस पंक्ति के रचयिता हैं-

06:20, 28 फ़रवरी 2011 का अवतरण

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इस सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी में कुल 15 प्रश्न हैं। इसे हल करने के उपरांत पन्ने के नीचे की ओर "परिणाम देखें" पर क्लिक करें और उत्तरों का मिलान करें साथ ही अर्जित अंक भी देखें।

1 हिन्दी के सर्वप्रथम प्रकाशित पत्र का नाम क्या है?

सम्मेलन पत्रिका
सरस्वती
उतण्ड मार्तण्ड
नागरी प्रचारिणी पत्रिका

2 छायावाद के प्रवर्तक का नाम है-

सुमित्रानंदन पंत
जयशंकर प्रसाद
श्रीधर पाठक
मुकुटधर पांडेय

3 'प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है।' यह कथन किसका है?

राम विलास शर्मा
प्रेमचंद
नन्द दुलारे बाजपेयी
सुमित्रानंदन पंत

4 प्रेमचन्द के अधूरे उपन्यास का नाम क्या है?

गबन
मंगलसूत्र
रंगभूमि
सेवासदन

5 रामधारी सिंह 'दिनकर' को भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ था-

'रश्मिरथी' पर
'उर्वशी' पर
कुरुक्षेत्र' पर
'परशुराम की प्रतीक्षा' पर

6 'सुहाग के नूपुर' के रचयिता हैं-

निराला
अमृतलाल नागर
मोहन राकेश
प्रेमचन्द

7 'संस्कृति के चार अध्याय' किसकी रचना है?

रामधारी सिंह 'दिनकर'
भगवती चरण वर्मा
माखनलाल चतुर्वेदी
सुभद्रा कुमारी चौहान

8 'अशोक के फूल' (निबंध सग्रह) के रचनाकार हैं-

कुबेरनाथ राय
गुलाब राय
हजारी प्रसाद द्विवेदी
रामचन्द्र शुक्ल

9 'झरना' (काव्य संग्रह) के रचयिता हैं-

जयशंकर प्रसाद
सोहन लाल द्विवेदी
महादेवी वर्मा
सुभद्रा कुमारी चौहान

10 'दुरित, दुःख, दैन्य न थे जब ज्ञात, अपरिचित जरा-मरण-भ्रू पात।।' पंक्ति के रचनाकार हैं?

सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
जयशंकर प्रसाद
सुमित्रानंदन पंत
महादेवी वर्मा

11 'निराला के राम तुलसीदास के राम से भिन्न और भवभूति के राम के निकट हैं।' यह कथन किस हिन्दी आलोचक का है?

डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी
डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित
डॉ. रामविलास शर्मा
डॉ. गंगाप्रसाद पाण्डेय

12 'राम की शक्तिपूजा' में निराला की इन दो कविताओं का सारतत्त्व समाहित है?

तुलसीदास और सरोजस्मृति
तुलसीदास और बादल
सरोजस्मृति और तोड़ती पत्थर
जागो फिर एक बार और तुलसीदास

13 'भारत भारती' (काव्य) के रचनाकार हैं-

गोपालशरण सिंह 'नेपाली'
मैथिलीशरण गुप्त
नरेश मेहता
धर्मवीर भारती

14 'मनुष्य के आचरण के प्रवर्तक भाव या मनोविकार ही होते हैं, बुद्धि नहीं।' यह कथन है?

सरदार पूर्णसिंह का
रामचन्द्र शुक्ल का
महावीर प्रसाद द्विवेदी का
बालकृष्ण भट्ट का

15 'रस मीमांसा' रस-सिद्धांत से सम्बन्धित पुस्तक है, इस पुस्तक के लेखक हैं?

डॉ. श्यामसुन्दर दास
डॉ. गुलाब राय
डॉ. नगेन्द्र
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल

17 'तोड़ती पत्थर' (कविता) के कवि हैं-

सुभद्रा कुमारी चौहान
महादेवी वर्मा
सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
माखन लाल चतुर्वेदी

18 'हार की जीत' (कहानी) के कहानीकार हैं-

सुदर्शन
यादवेन्द्र शर्मा 'चन्द्र'
कमलेश्वर
रांगेय राघव

19 'रानी केतकी की कहानी' के रचयिता हैं-

वृन्दावन लाल वर्मा
किशोरी लाल गोस्वामी
इंशा अल्ला ख़ाँ
माधव राव सप्रे

20 'शिव शंभु के चिट्ठे' से संबंधित रचनाकार हैं-

बाबू तोता राम
केशव राम भट्ट
बाल मुकुन्द गुप्त
अम्बिका दत्त व्यास

21 'रसिक प्रिया' के रचयिता हैं-

केशवदास
मलूक दास
दादू दयाल
बिहारी लाल

22 'कुटज' के रचयिता हैं-

शांति प्रिय द्विवेदी
हजारी प्रसाद द्विवेदी
विद्या निवास मिश्र
कुबेरनाथ राय

23 मसि कागद छुयो नहीं कलम गही नहिं हाथ॥ प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता हैं?

दादू दयाल
रैदास
कबीरदास
सुन्दर दास

24 'चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग'। इस पंक्ति के रचयिता हैं-

सूरदास
बिहारीलाल
कबीर
रहीम

25 'जब-जब होय धर्म की हानी, बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी'। इस पंक्ति के रचयिता हैं-

रसखान
तुलसीदास
बिहारीलाल
कबीर

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