"अलहज्जाज": अवतरणों में अंतर
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*अलहज्जाज ख़लीफ़ा वालिद के समय ईराक़ का मुसलमान सूबेदार था। | *अलहज्जाज ख़लीफ़ा वालिद के समय ईराक़ का मुसलमान सूबेदार था। | ||
*उस समय [[सिंध प्रांत|सिंध]] में राजा [[दाहिर]] का शासन था। | *उस समय [[सिंध प्रांत|सिंध]] में राजा [[दाहिर]] का शासन था। | ||
*सिंध के कुछ लुटेरों की लूटमार से क्रुद्ध होकर अलहज्जाज ने उन्हें | *सिंध के कुछ लुटेरों की लूटमार से क्रुद्ध होकर अलहज्जाज ने उन्हें दण्डित करने के लिए कई बार चढ़ाई की, किन्तु राजा दाहिर ने उसकी फ़ौजों को पराजित कर दिया। | ||
*इसके बाद में अलहज्जाज ने अपने भतीजे और दामाद मुहम्मद इब्नकासिद के साथ बड़ी फ़ौज भेजी, जिसने राउर की लड़ाई (712 ई.) में राजा दाहिर को पराजित करके उसको क़त्ल कर दिया और सिंध में मुसलमानी राज्य की स्थापना की। | *इसके बाद में अलहज्जाज ने अपने भतीजे और दामाद मुहम्मद इब्नकासिद के साथ बड़ी फ़ौज भेजी, जिसने राउर की लड़ाई (712 ई.) में राजा दाहिर को पराजित करके उसको क़त्ल कर दिया और सिंध में मुसलमानी राज्य की स्थापना की। | ||
18:07, 14 मार्च 2011 का अवतरण
- अलहज्जाज ख़लीफ़ा वालिद के समय ईराक़ का मुसलमान सूबेदार था।
- उस समय सिंध में राजा दाहिर का शासन था।
- सिंध के कुछ लुटेरों की लूटमार से क्रुद्ध होकर अलहज्जाज ने उन्हें दण्डित करने के लिए कई बार चढ़ाई की, किन्तु राजा दाहिर ने उसकी फ़ौजों को पराजित कर दिया।
- इसके बाद में अलहज्जाज ने अपने भतीजे और दामाद मुहम्मद इब्नकासिद के साथ बड़ी फ़ौज भेजी, जिसने राउर की लड़ाई (712 ई.) में राजा दाहिर को पराजित करके उसको क़त्ल कर दिया और सिंध में मुसलमानी राज्य की स्थापना की।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ