"वितर्क": अवतरणों में अंतर
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|हिन्दी=किसी के तर्क से भिन्न या विपरीत तर्क, अनुमान, विचार, संदेह, शंका, कुतर्क करना, साहित्य में एक संचारी भाव जो उस समय माना जाता है जब मन में कोई विचार उत्पन्न होने पर मन ही मन उसके विरुद्ध तर्क किया जाता है और इस प्रकार असमंजस में रहा जाता है, एक प्रकार का अर्थालंकार जिसमें किसी प्रकार के सन्देह या वितर्क का उल्लेख होता है और कुछ निर्णय नहीं | |हिन्दी=किसी के तर्क से भिन्न या विपरीत तर्क, अनुमान, विचार, संदेह, शंका, कुतर्क करना, साहित्य में एक संचारी भाव जो उस समय माना जाता है जब मन में कोई विचार उत्पन्न होने पर मन ही मन उसके विरुद्ध तर्क किया जाता है और इस प्रकार असमंजस में रहा जाता है, एक प्रकार का अर्थालंकार जिसमें किसी प्रकार के सन्देह या '''वितर्क''' का उल्लेख होता है और कुछ निर्णय नहीं होता। | ||
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10:24, 28 मार्च 2011 के समय का अवतरण
| हिन्दी | किसी के तर्क से भिन्न या विपरीत तर्क, अनुमान, विचार, संदेह, शंका, कुतर्क करना, साहित्य में एक संचारी भाव जो उस समय माना जाता है जब मन में कोई विचार उत्पन्न होने पर मन ही मन उसके विरुद्ध तर्क किया जाता है और इस प्रकार असमंजस में रहा जाता है, एक प्रकार का अर्थालंकार जिसमें किसी प्रकार के सन्देह या वितर्क का उल्लेख होता है और कुछ निर्णय नहीं होता। |
| -व्याकरण | धातु, पुल्लिंग |
| -उदाहरण | |
| -विशेष | |
| -विलोम | |
| -पर्यायवाची | अपोह, तर्क, निवारक तर्क, शंका निवारक तर्क। |
| संस्कृत | वितर्क् + अच् |
| अन्य ग्रंथ | |
| संबंधित शब्द | वितर्कण |
| संबंधित लेख |