"वासुकीनाथ देवघर": अवतरणों में अंतर
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*वासुकीनाथ अपने शिव मंदिर के लिए जाना जाता है। | *वासुकीनाथ अपने शिव मंदिर के लिए जाना जाता है। | ||
*[[वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग|बैद्यनाथ मंदिर]] की यात्रा तब तक अधूरी मानी जाती है जब तक वासुकीनाथ में दर्शन नहीं किए जाते। | *[[वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग|बैद्यनाथ मंदिर]] की यात्रा तब तक अधूरी मानी जाती है जब तक वासुकीनाथ में दर्शन नहीं किए जाते। | ||
*यह मंदिर देवघर से 45.20 | *यह मंदिर देवघर से 45.20 किलोमीटर दूर स्थित हिन्दुओं का यह तीर्थ स्थल [[दुमका ज़िला|दुमका ज़िले]] में स्थित है। | ||
*सावन मास में देवघर की तरह यहाँ भी हिन्दू श्रद्धालुओं की काफ़ी भीड़ रहती है। | *सावन मास में देवघर की तरह यहाँ भी हिन्दू श्रद्धालुओं की काफ़ी भीड़ रहती है। | ||
*यहाँ पर स्थानीय कला के विभिन्न रूपों को देखा जा सकता है। | *यहाँ पर स्थानीय कला के विभिन्न रूपों को देखा जा सकता है। |
05:53, 30 मार्च 2011 का अवतरण
- झारखंड के शहर देवघर में कई पर्यटन स्थल है जिनमें से ये एक है।
- वासुकीनाथ अपने शिव मंदिर के लिए जाना जाता है।
- बैद्यनाथ मंदिर की यात्रा तब तक अधूरी मानी जाती है जब तक वासुकीनाथ में दर्शन नहीं किए जाते।
- यह मंदिर देवघर से 45.20 किलोमीटर दूर स्थित हिन्दुओं का यह तीर्थ स्थल दुमका ज़िले में स्थित है।
- सावन मास में देवघर की तरह यहाँ भी हिन्दू श्रद्धालुओं की काफ़ी भीड़ रहती है।
- यहाँ पर स्थानीय कला के विभिन्न रूपों को देखा जा सकता है।
- इसके इतिहास का संबंध नोनीहाट के घाटवाल से जोड़ा जाता है।
- वासुकीनाथ मंदिर परिसर में कई अन्य छोटे-छोटे मंदिर भी हैं।
- देवघर तथा वासुकीनाथ में नेपाल, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल से काफ़ी तादाद में पर्यटक आते हैं।
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