"शहनाई": अवतरणों में अंतर
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*[[भारत]] में [[संगीत]] का प्रचलन बहुत पुराना है। शहनाई भारत के सबसे लोकप्रिय [[वाद्य यंत्र|वाद्य यंत्रों]] में से है। | *[[भारत]] में [[संगीत]] का प्रचलन बहुत पुराना है। शहनाई भारत के सबसे लोकप्रिय [[वाद्य यंत्र|वाद्य यंत्रों]] में से है। | ||
*शहनाई का प्रयोग शास्त्रीय संगीत से लेकर हर तरह के | *शहनाई का प्रयोग शास्त्रीय संगीत से लेकर हर तरह के संगीत में किया जाता है। | ||
*शहनाई एक खोखली नली होती है, जिसका एक सिरा अधिक चौड़ा तथा दूसरा पतला होता है। | *शहनाई एक खोखली नली होती है, जिसका एक सिरा अधिक चौड़ा तथा दूसरा पतला होता है। | ||
*शहनाई के संकरे सिरे पर विशेष प्रकार की पत्तियों और दलदली घासों से डैने के आकार की बनी 1 सेंटीमीटर लम्बी दो रीड या पत्तियाँ लगी होती है। | *शहनाई के संकरे सिरे पर विशेष प्रकार की पत्तियों और दलदली घासों से डैने के आकार की बनी 1 सेंटीमीटर लम्बी दो रीड या पत्तियाँ लगी होती है। |
13:19, 1 अप्रैल 2011 का अवतरण
- भारत में संगीत का प्रचलन बहुत पुराना है। शहनाई भारत के सबसे लोकप्रिय वाद्य यंत्रों में से है।
- शहनाई का प्रयोग शास्त्रीय संगीत से लेकर हर तरह के संगीत में किया जाता है।
- शहनाई एक खोखली नली होती है, जिसका एक सिरा अधिक चौड़ा तथा दूसरा पतला होता है।
- शहनाई के संकरे सिरे पर विशेष प्रकार की पत्तियों और दलदली घासों से डैने के आकार की बनी 1 सेंटीमीटर लम्बी दो रीड या पत्तियाँ लगी होती है।
- उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहनाई वादक माने जाते हैं।
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