"पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (Text replace - "खाली" to "ख़ाली")
पंक्ति 8: पंक्ति 8:
*पूर्वाषाढ नक्षत्र के [[देवता]] शुक्र को माना जाता है।  
*पूर्वाषाढ नक्षत्र के [[देवता]] शुक्र को माना जाता है।  
*सीता अशोक के पेड  को पूर्वाषाढ नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और पूर्वाषाढ नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग सीता अशोक के पेड की पूजा करते है।  
*सीता अशोक के पेड  को पूर्वाषाढ नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और पूर्वाषाढ नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग सीता अशोक के पेड की पूजा करते है।  
*इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के खाली हिस्से में सीता अशोक के पेड  को लगाते है
*इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में सीता अशोक के पेड  को लगाते है


{{प्रचार}}
{{प्रचार}}

10:59, 6 अप्रैल 2011 का अवतरण

अर्थ - विजय से पूर्व
देव - अपाह (जल का देवता)

  • पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र मंडल का 20वाँ नक्षत्र है।
  • यह धनु राशि में आता है।
  • इस नक्षत्र का स्वामी शुक है तो राशि स्वामी शुक्र है।
  • पूर्वाषाढ़ा में दही और साने हुए सत्तू का बर्तन समेत दान करने का नियम है।
  • पूर्वाषाढ़ा में जल का व्रत और पूजन किया जाता है।
  • पूर्वाषाढ नक्षत्र के देवता शुक्र को माना जाता है।
  • सीता अशोक के पेड को पूर्वाषाढ नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और पूर्वाषाढ नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग सीता अशोक के पेड की पूजा करते है।
  • इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में सीता अशोक के पेड को लगाते है


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख