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12:00, 28 अप्रैल 2011 का अवतरण
हिन्दी | पृथ्वी का पुत्र, पृथ्वीतल के चारों ओर की वह कल्पित रेखा या स्थान जहाँ पर पृथ्वी और आकाश एक दूसरे से मिलते हुए से जान पड़ते हैं, भूमि का पुत्र मनुष्य, पृथ्वी से जन्मे वृक्ष इत्यादि। |
-व्याकरण | पुल्लिंग |
-उदाहरण | जहाँ पहुँच अनजान क्षितिज को मिलता एक सहारा। प्रसाद[1] |
-विशेष | क्षितिज को आज तक किस ने पाया है किसी ने भी तो नही, न तुमने, न मैंने क्षितिज कभी नहीं मिल पाता है पर, हम अपने ह्रदय के प्रेम क्षितिज पर अवश्य मिल रहें है! यही अपना क्षितिज है, हाँ यही अपना क्षितिज है |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | |
संस्कृत | क्षिति+ज |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ (चन्द्रगुप्त 2/1)