"प्रयोग:लक्ष्मी2": अवतरणों में अंतर
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गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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{ | { न्यून तापमानों (क्रायोजेनिक्स) का अनुप्रयोग होता है- | ||
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-अंततिक्ष यात्रा, शल्यकर्म एवं चुम्बकीय प्रोत्थापन में | -अंततिक्ष यात्रा, शल्यकर्म एवं चुम्बकीय प्रोत्थापन में | ||
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॥जब कोई वस्तु पृथ्वी की ओर गिरती है, तो उसका [[वेग]] बढ़ता जाता है, जिससे उसका संवेग भी बढ़ता जाता है। वस्तु भी पृथ्वी को ऊपर की खींचती है, जिससे पृथ्वी का भी ऊपर की ओर संवेग उसी दर से बढ़ता जाता है। इस प्रकार (पृथ्वी + वस्तु) का संवेग संरक्षित रहता है। चूँकि पृथ्वी का [[द्रव्यमान]] वस्तु की अपेक्षा बहुत अधिक होता है, अतः पृथ्वी में उत्पन्न वेग उपेक्षणीय होता है। जब बन्दूक़ से गोली छोड़ी जाती है तो वह अत्यधिक वेग से आगे की ओर बढ़ती है, जिससे गोली में आगे की दिशा में संवेग उत्पन्न हो जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[संवेग]] | ॥जब कोई वस्तु पृथ्वी की ओर गिरती है, तो उसका [[वेग]] बढ़ता जाता है, जिससे उसका संवेग भी बढ़ता जाता है। वस्तु भी पृथ्वी को ऊपर की खींचती है, जिससे पृथ्वी का भी ऊपर की ओर संवेग उसी दर से बढ़ता जाता है। इस प्रकार (पृथ्वी + वस्तु) का संवेग संरक्षित रहता है। चूँकि पृथ्वी का [[द्रव्यमान]] वस्तु की अपेक्षा बहुत अधिक होता है, अतः पृथ्वी में उत्पन्न वेग उपेक्षणीय होता है। जब बन्दूक़ से गोली छोड़ी जाती है तो वह अत्यधिक वेग से आगे की ओर बढ़ती है, जिससे गोली में आगे की दिशा में संवेग उत्पन्न हो जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[संवेग]] | ||
{ जब किसी झील की तली से उठकर वायु का बुलबुला ऊपरी सतह तक आएगा तो उसका आकार? | { जब किसी [[झील]] की तली से उठकर वायु का बुलबुला ऊपरी सतह तक आएगा तो उसका आकार? | ||
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||हीलियम और [[ऑक्सीजन]] का मिश्रण गहरे समुद्रों में गोताखोरों द्वारा वायु के स्थान पर प्रयोग किया जाता है, क्योंकि अधिक [[दाब]] पर हीलियम [[नाइट्रोजन]] की अपेक्षा रक्त में कम विलेय होता है। अस्पतालों में दमा के रोगियों को कृत्रिम साँस के रूप में हीलियम और ऑक्सीजन गैस का मिश्रण दिया जाता है। द्रव हीलियम का उपयोग निम्न [[ताप]] पर प्रयोगों में निम्न तापीय अभिकर्मक के रूप में किया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हीलियम]] | ||हीलियम और [[ऑक्सीजन]] का मिश्रण गहरे समुद्रों में गोताखोरों द्वारा वायु के स्थान पर प्रयोग किया जाता है, क्योंकि अधिक [[दाब]] पर हीलियम [[नाइट्रोजन]] की अपेक्षा रक्त में कम विलेय होता है। अस्पतालों में दमा के रोगियों को कृत्रिम साँस के रूप में हीलियम और ऑक्सीजन गैस का मिश्रण दिया जाता है। द्रव हीलियम का उपयोग निम्न [[ताप]] पर प्रयोगों में निम्न तापीय अभिकर्मक के रूप में किया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हीलियम]] | ||
{ | { केल्विन मात्रक में [[मानव शरीर]] का सामान्य [[ताप|तापमान]] है- | ||
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12:27, 9 मई 2011 का अवतरण
विज्ञान
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