"प्रयोग:लक्ष्मी2": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 7: | पंक्ति 7: | ||
| | | | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{निम्न में से | {निम्न में से किस व्यक्ति ने दो बार कार्यकारी [[प्रधानमंत्री]] के रूप में पद संभाला? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[सरदार पटेल]] | -[[सरदार पटेल]] | ||
-कृष्ण मेनन | -कृष्ण मेनन | ||
-कामराज | -कामराज | ||
+[[ | +[[गुलज़ारीलाल नन्दा]] | ||
||[[चित्र:Gulzarilal-Nanda.jpg|गुलज़ारीलाल नन्दा|100px|right]]गुलज़ारीलाल नन्दा (जन्म- [[4 जुलाई]], [[1898]], सियालकोट, [[पंजाब]], [[पाकिस्तान]]; मृत्यु- [[15 जनवरी]], 1998) [[भारत]] के तेरह प्रधानमंत्रियों के अतिरिक्त कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में अब तक के एकमात्र ऐसे व्यक्ति रहे, जिन्होंने इस ज़िम्मेदारी को दो बार निभाया। | ||[[चित्र:Gulzarilal-Nanda.jpg|गुलज़ारीलाल नन्दा|100px|right]]गुलज़ारीलाल नन्दा (जन्म- [[4 जुलाई]], [[1898]], सियालकोट, [[पंजाब]], [[पाकिस्तान]]; मृत्यु- [[15 जनवरी]], 1998) [[भारत]] के तेरह प्रधानमंत्रियों के अतिरिक्त कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में अब तक के एकमात्र ऐसे व्यक्ति रहे, जिन्होंने इस ज़िम्मेदारी को दो बार निभाया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गुलजारी लाल नन्दा]] | ||
{[[प्रधानमंत्री]] पद से पदत्याग करने | {[[प्रधानमंत्री]] पद से पदत्याग करने वाले प्रथम व्यक्ति कौन हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[जवाहर लाल नेहरू]] | -[[जवाहर लाल नेहरू]] | ||
पंक्ति 21: | पंक्ति 21: | ||
+[[मोरारजी देसाई]] | +[[मोरारजी देसाई]] | ||
-[[चौधरी चरण सिंह]] | -[[चौधरी चरण सिंह]] | ||
||[[चित्र:Morarji Desai.jpg|मोरारजी देसाई|100px|right]] मोरारजी का पूरा नाम मोरारजी रणछोड़जी देसाई (प्रधानमंत्री कार्यकाल-[[29 फ़रवरी]], [[1896]] से [[10 अप्रैल]], [[1995]]) था। उन्हें [[भारत]] के चौथे प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाता है। वह 81 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बने थे। इसके पूर्व कई बार उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की कोशिश की परंतु असफल रहे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मोरारजी देसाई]] | ||[[चित्र:Morarji Desai.jpg|मोरारजी देसाई|100px|right]] मोरारजी का पूरा नाम 'मोरारजी रणछोड़जी देसाई' (प्रधानमंत्री कार्यकाल-[[29 फ़रवरी]], [[1896]] से [[10 अप्रैल]], [[1995]]) था। उन्हें [[भारत]] के चौथे प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाता है। वह 81 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बने थे। इसके पूर्व कई बार उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की कोशिश की, परंतु असफल रहे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मोरारजी देसाई]] | ||
{अभी तक पद पर रहते हुए कितने प्रधानमन्त्रियों की मृत्यु हुई है? | {अभी तक पद पर रहते हुए कितने प्रधानमन्त्रियों की मृत्यु हुई है? | ||
पंक्ति 30: | पंक्ति 30: | ||
-4 | -4 | ||
{[[भारत]] के पहले उप-प्रधानमंत्री कौन रहे हैं? | |||
{[[भारत]] | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[मोरारजी देसाई]] | -[[मोरारजी देसाई]] | ||
+[[सरदार पटेल]] | +[[सरदार वल्लभ भाई पटेल]] | ||
-देवी लाल | -देवी लाल | ||
-आचार्य जे. बी. कृपलानी | -आचार्य जे. बी. कृपलानी | ||
||[[चित्र:Sardar-Vallabh-Bhai-Patel.jpg|सरदार वल्लभ भाई पटेल|100px|right]]सरदार वल्लभ भाई पटेल का उपनाम सरदार पटेल है। सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म [[31 अक्टूबर]] [[1875]], नाडियाड [[गुजरात]], [[भारत]] में हुआ था। सरदार पटेल भारतीय बैरिस्टर और राजनेता थे। भारत के स्वाधीनता संग्राम के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेताओं में से एक थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सरदार पटेल]] | ||[[चित्र:Sardar-Vallabh-Bhai-Patel.jpg|सरदार वल्लभ भाई पटेल|100px|right]]सरदार वल्लभ भाई पटेल का उपनाम सरदार पटेल है। सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म [[31 अक्टूबर]] [[1875]], नाडियाड [[गुजरात]], [[भारत]] में हुआ था। सरदार पटेल भारतीय बैरिस्टर और राजनेता थे। भारत के स्वाधीनता संग्राम के दौरान वे [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के नेताओं में से एक थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सरदार पटेल]] | ||
{संघीय मंत्रिपरिषद से पदत्याग करने | {संघीय मंत्रिपरिषद से पदत्याग करने वाले प्रथम मंत्री कौन थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[सरदार पटेल]] | -[[सरदार पटेल]] | ||
पंक्ति 46: | पंक्ति 45: | ||
-गोपालस्वामी यायंगर | -गोपालस्वामी यायंगर | ||
{सबसे लम्बी अवधि तक एक ही विभाग का कार्यभार | {सबसे लम्बी अवधि तक एक ही विभाग का कार्यभार संभालने वाले केन्द्रीय मंत्री कौन थे? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[जगजीवन राम]] | -[[जगजीवन राम]] | ||
पंक्ति 53: | पंक्ति 52: | ||
-टी. टी. कृष्णमचारी | -टी. टी. कृष्णमचारी | ||
{[[भारत]] के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की नियुक्ति कौन करता है? | |||
{[[भारत]] के नियंत्रक एवं | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[राष्ट्रपति]] | +[[राष्ट्रपति]] | ||
-उपराष्ट्रपति | -[[उपराष्ट्रपति]] | ||
-[[प्रधानमंत्री]] | -[[प्रधानमंत्री]] | ||
-लोकसभा का अध्यक्ष | -लोकसभा का अध्यक्ष | ||
||[[भारत]] के राष्ट्रपति राष्ट्रप्रमुख और भारत के प्रथम नागरिक हैं, साथ ही [[भारतीय सशस्त्र सेना|भारतीय सशस्त्र सेनाओं]] के प्रमुख सेनापति भी हैं। राष्ट्रपति के पास पर्याप्त शक्ति होती है पर कुछ अपवादों के अलावा राष्ट्रपति के पद में निहित अधिकांश अधिकार वास्तव में [[प्रधानमंत्री]] की अध्यक्षता वाले मंत्रिपरिषद के द्वारा उपयोग किए जाते हैं। भारत के राष्ट्रपति [[नई दिल्ली]] स्थित [[राष्ट्रपति भवन]] में रहते हैं, जिसे 'रायसीना हिल' के नाम से भी जाना जाता है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राष्ट्रपति]] | |||
{निम्न में से कौन [[संसद]] का अनन्य भाग नहीं है? | |||
{निम्न में से कौन संसद का अनन्य भाग नहीं है? | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[राष्ट्रपति]] | -[[राष्ट्रपति]] | ||
+उपराष्ट्रपति | +[[उपराष्ट्रपति]] | ||
-लोकसभा | -[[लोकसभा]] | ||
-राज्यसभा | -[[राज्यसभा]] | ||
||उपराष्ट्रपति का निर्वाचन एक ऐसे निर्वाचक मण्डल के द्वारा किया जाता है, जो कि [[संसद]] के दोनों सदनों से मिलकर बना है, अर्थात् उपराष्ट्रपति का निर्वाचन राज्यसभा तथा [[लोकसभा]] के सदस्यों के द्वारा किया जाएगा। राज्य विधानमण्डल के सदस्य इसमें भाग नहीं लेते हैं। यह निर्वाचन आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत तथा गुप्त मतदान के द्वारा होगा। उपराष्ट्रपति पद के लिए अभ्यर्थी का नाम 20 मतदाताओं के द्वारा प्रस्तावित और 20 मतदाताओं के द्वारा समर्थित होना आवश्यक है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उपराष्ट्रपति]] | |||
{निम्न में से कौन जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित सदन है? | {निम्न में से कौन जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित सदन है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+लोकसभा | +[[लोकसभा]] | ||
-राज्यसभा | -[[राज्यसभा]] | ||
-उपर्युक्त दोनों | -उपर्युक्त दोनों | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
||अनुच्छेद 81(1) (क) तथा (ख) के अनुसार लोकसभा का गठन राज्यों में प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों से प्रत्यक्ष निर्वाचन द्वारा चुने हुए 530 से अधिक न होने वाले सदस्यों तथा संघ राज्य क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 20 से अधिक न होने वाले सदस्यों के द्वारा किया जाएगा। इस प्रकार लोकसभा में [[भारत]] की जनसंख्या द्वारा निर्वाचित 550 सदस्य हो सकते हैं। अनुच्छेद 331 के अनुसार यदि [[राष्ट्रपति]] की राय में लोकसभा में आंग्ल भारतीय समुदाय को पर्याप्त प्रतिनिधित्व न मिला हो तो वह आंग्ल भारतीय समुदाय के दो व्यक्तियों को लोकसभा के लिए नाम निर्देशित कर सकता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लोकसभा]] | |||
- | |||
{राज्य सभा के लिए प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधियों का निर्वाचित कौन करता है? | {राज्य सभा के लिए प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधियों का निर्वाचित कौन करता है? | ||
पंक्ति 93: | पंक्ति 83: | ||
-विधानमण्डल के निर्वाचित सदस्य | -विधानमण्डल के निर्वाचित सदस्य | ||
{31वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम द्वारा [[लोकसभा]] की अधिकतम सदस्य संख्या कितनी निर्धारित की गयी है? | |||
{31वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम द्वारा लोकसभा की अधिकतम सदस्य संख्या कितनी निर्धारित की गयी है? | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-530 | -530 | ||
पंक्ति 108: | पंक्ति 90: | ||
-540 | -540 | ||
{[[लोकसभा]] का विरोधी दल का पहला मान्यता प्राप्त नेता कौन है? | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -श्यामा प्रसाद मुखर्जी | ||
-[[इंदिरा गाँधी | |||
]] | |||
+रामसुभग सिंह | |||
-वाई. वी. चाव्हाण | |||
{ | {सर्वोच्च न्यायालय में तदर्थ न्यायाधीशों की नियुक्ति कौन कर सकता है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ | -[[राष्ट्रपति]] | ||
-सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से राष्ट्रपति | |||
- | -सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश | ||
+राष्ट्रपति की अनुमति प्राप्त कर सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश | |||
{लोकसभा की सदस्यता के लिए उम्मीदवार को कितने वर्ष से कम नहीं होना चाहिए? | {[[लोकसभा]] की सदस्यता के लिए उम्मीदवार को कितने वर्ष से कम नहीं होना चाहिए? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-18 वर्ष | -18 वर्ष | ||
पंक्ति 131: | पंक्ति 114: | ||
+25 वर्ष | +25 वर्ष | ||
{दीवानी मामलों में [[संसद]] के सदस्यों को किस दौरान गिरफ़्तार नहीं किया जा सकता? | |||
{ | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -संसद के सत्र के दौरान | ||
-संसद के सत्र आरम्भ होने के 40 दिन पूर्व तक | |||
- | -संसद के सत्र आरम्भ होने के 40 दिन बाद तक | ||
+उपर्युक्त सभी | |||
{[[भारत]] के संपरीक्षा और लेखा प्रणालियों का प्रधान कौन होता है? | |||
{ | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -वित्त आयोग | ||
- | -योजना आयोग | ||
+ | +भारत का नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक | ||
- | -भारत का महान्यायवादी | ||
{ | {[[लोकसभा]] के अध्यक्ष को कौन चुनता है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-राष्ट्रपति | -[[राष्ट्रपति]] | ||
-लोकसभा के निर्वाचित सदस्य | -लोकसभा के निर्वाचित सदस्य | ||
+लोकसभा के सदस्य | +लोकसभा के सदस्य | ||
-संसद के सदस्य | -[[संसद]] के सदस्य | ||
||लोकसभा अध्यक्ष का निर्वाचन लोकसभा के सदस्यों के द्वारा किया जाता है। निर्वाचन किस तिथि को होगा, इसे [[राष्ट्रपति]] निश्चित करता है और राष्ट्रपति के द्वारा निश्चित की गयी तिथि की सूचना लोकसभा का महासचित सदस्यों को देता है। राष्ट्रपति के द्वारा निश्चित की गयी तिथि के पूर्व दिन के मध्याह्न से पहले कोई भी सदस्य किसी अन्य सदस्य को अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव महासचिव को लिखित रूप में देता है तथा इस प्रस्ताव का अनुमोदन तीसरे सदस्य द्वारा दिया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लोकसभा]] | |||
{प्रथम लोकसभा का अध्यक्ष कौन था? | {प्रथम [[लोकसभा]] का अध्यक्ष कौन था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जी. वी. मावलंकर | +जी. वी. मावलंकर | ||
पंक्ति 163: | पंक्ति 143: | ||
-के. एस. हेगड़े | -के. एस. हेगड़े | ||
{चौथी [[लोकसभा]] के कार्यकाल के दौरान निम्न में कौन लोकसभा के अध्यक्ष नहीं थे? | |||
{चौथी लोकसभा के कार्यकाल के दौरान निम्न में कौन लोकसभा | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हुकुम सिह | -हुकुम सिह | ||
पंक्ति 171: | पंक्ति 150: | ||
+बलिराम भगत | +बलिराम भगत | ||
{ | {[[उपराष्ट्रपति]] [[राष्ट्रपति]] का कार्यभार तब सम्भालता है, जबकि राष्ट्रपति- | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनुपस्थित हो | |||
- | -बीमार हो | ||
- | -अपना कार्य करने में अक्षम हो | ||
- | +उपर्युक्त सभी मामलों में | ||
{प्रथम लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या कितनी थी? | {प्रथम [[लोकसभा]] चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या कितनी थी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-1519 | -1519 | ||
पंक्ति 186: | पंक्ति 164: | ||
-2439 | -2439 | ||
{[[राष्ट्रपति]] अपनी क्षमादान शक्ति का प्रयोग निम्न में से किस प्रकार के दण्डों पर कर सकता है? | |||
|type="()"} | |||
-मृत्यु दण्ड | |||
-सैनिक अदालत द्वारा दिये गए दण्ड | |||
-दण्ड ऐसे मामलों में दिये गए हों, जो संघीय कार्यपालिका के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आते हों | |||
+उपर्युक्त सभी | |||
{ | {आपातकाल के दौरान निम्न में से किस प्रकार के स्वाधीनता के अधिकार को समाप्त या सीमित नहीं किया जा सकता है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -सम्पत्ति का अधिकार | ||
- | -विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता | ||
- | -वृत्ति, उपजीविका या कारोबार की स्वतन्त्रता | ||
+ | +जीवन और शारीरिक स्वतन्त्रा | ||
{ | {पहली बार राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कब की गई? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-5 | +[[26 अक्टूबर]], [[1962]] | ||
- | -[[5 नवम्बर]], 1962 | ||
-[[4 दिसम्बर]], [[1965]] | |||
- | -[[3 दिसम्बर]], [[1971]] | ||
{किस | {किस राज्य में सबसे अल्प अवधि ([[16 दिसम्बर]], [[1976]] से [[28 दिसम्बर]], [[1976]]) के लिए [[राष्ट्रपति]] शासन लागू रहा था? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[केरल]] | ||
- | +[[उड़ीसा]] | ||
- | -[[गुजरात]] | ||
-[[महाराष्ट्र]] | |||
||[[चित्र:High-Court-Orissa.jpg|उड़ीसा उच्च न्यायालय, [[कटक]]|thumb|100px|right]][[1 अप्रैल]] सन [[1936]] को उड़ीसा को स्वतंत्र प्रांत बनाया गया। स्वतंत्रता के बाद उड़ीसा तथा इसके आसपास की रियासतों ने [[भारत]] सरकार को अपनी सत्ता सौंप दी। रियासतों (गवर्नर के अधीन प्रांतों) के विलय संबंधी आदेश [[1949]] के अंतर्गत जनवरी 1949 में उड़ीसा की सभी रियासतों का उड़ीसा राज्य में सम्पूर्ण विलय हो गया। उड़ीसा के [[कलिंग]], उत्कल और उद्र जैसे कई प्राचीन नाम हैं, परन्तु यह प्रदेश मुख्यत: भगवान जगन्नाथ की भूमि के लिए प्रसिद्ध है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उड़ीसा]] | |||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} | ||
|} | |} | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
13:17, 11 मई 2011 का अवतरण
राजनीति
|