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*रूपनाथ में [[शिव]] का प्राचीन मन्दिर स्थित है। | *रूपनाथ में [[शिव]] का प्राचीन मन्दिर स्थित है। | ||
*यह एक तीर्थ स्थल है, जहाँ [[राम]], [[लक्ष्मण]] तथा [[सीता]] के नाम पर तीन सरोवर बने हुए हैं। | *यह एक तीर्थ स्थल है, जहाँ [[राम]], [[लक्ष्मण]] तथा [[सीता]] के नाम पर तीन सरोवर बने हुए हैं। | ||
*मौर्य शासक [[अशोक के शिलालेख|अशोक का लघु शिलालेख]] सं. 1 यहाँ एक चट्टान पर उत्कीर्ण है। | *मौर्य शासक [[अशोक के शिलालेख|अशोक का लघु शिलालेख]] सं.1 यहाँ एक चट्टान पर उत्कीर्ण है। | ||
*लेख में [[अशोक]] यह दावा करता है कि उसके धम्म प्रचार के फलस्वरूप [[भारत]] के निवासी अपने नैतिक आचरण के कारण [[देवता|देवताओं]] से मिल गये हैं। | *लेख में [[अशोक]] यह दावा करता है कि उसके धम्म प्रचार के फलस्वरूप [[भारत]] के निवासी अपने नैतिक आचरण के कारण [[देवता|देवताओं]] से मिल गये हैं। | ||
12:06, 19 मई 2011 का अवतरण
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- मध्यप्रदेश के जबलपुर की कैमूर पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित यह एक रमणीक स्थल है।
- रूपनाथ में शिव का प्राचीन मन्दिर स्थित है।
- यह एक तीर्थ स्थल है, जहाँ राम, लक्ष्मण तथा सीता के नाम पर तीन सरोवर बने हुए हैं।
- मौर्य शासक अशोक का लघु शिलालेख सं.1 यहाँ एक चट्टान पर उत्कीर्ण है।
- लेख में अशोक यह दावा करता है कि उसके धम्म प्रचार के फलस्वरूप भारत के निवासी अपने नैतिक आचरण के कारण देवताओं से मिल गये हैं।
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