"काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) छो (काठ की हंडी बार बार नहीं चढ़ती का नाम बदलकर काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती कर दिया गया है) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:47, 19 मई 2011 का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- यह लोकोक्ति एक प्रचलित कहावत है।
- इसका अर्थ- लकड़ी की हंडिया बार बार नहीं चढ़ती। किसी व्यक्ति को एक बार ही मूर्ख बनाया जा सकता है, बार-बार नहीं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ