"प्रयोग:लक्ष्मी5": अवतरणों में अंतर
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-[[यजुर्वेद]] | -[[यजुर्वेद]] | ||
-[[सामवेद]] | -[[सामवेद]] | ||
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||[[चित्र:Rigveda.jpg|ॠग्वेद का आवरण पृष्ठ|100px|right]]सबसे प्राचीनतम है। 'ॠक' का अर्थ होता है छन्दोबद्ध रचना या श्लोक। ॠग्वेद के सूक्त विविध [[देवता|देवताओं]] की स्तुति करने वाले भाव भरे गीत हैं। इनमें भक्तिभाव की प्रधानता है। यद्यपि ॠग्वेद में अन्य प्रकार के सूक्त भी हैं, परन्तु देवताओं की स्तुति करने वाले स्त्रोतों की प्रधानता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ॠग्वेद]] | ||[[चित्र:Rigveda.jpg|ॠग्वेद का आवरण पृष्ठ|100px|right]]सबसे प्राचीनतम है। 'ॠक' का अर्थ होता है छन्दोबद्ध रचना या श्लोक। ॠग्वेद के सूक्त विविध [[देवता|देवताओं]] की स्तुति करने वाले भाव भरे गीत हैं। इनमें भक्तिभाव की प्रधानता है। यद्यपि ॠग्वेद में अन्य प्रकार के सूक्त भी हैं, परन्तु देवताओं की स्तुति करने वाले स्त्रोतों की प्रधानता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ॠग्वेद]] | ||
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-[[केरल]] | -[[केरल]] | ||
-[[उड़ीसा]] | -[[उड़ीसा]] | ||
+उत्तरी | +उत्तरी भारत | ||
{चोल राजाओं ने किस धर्म को संरक्षण दिया? | {चोल राजाओं ने किस धर्म को संरक्षण दिया? | ||
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+[[शैव धर्म]] | +[[शैव धर्म]] | ||
-[[वैष्णव धर्म]] | -[[वैष्णव धर्म]] | ||
||भारत के धार्मिक सम्प्रदायों में शैवमत प्रमुख हैं। [[वैष्णव]], [[शाक्त]] आदि सम्प्रदायों के अनुयायियों से इसके मानने वालों की सख्या अधिक है। [[शिव]] त्रिमूर्ति में से तीसरे हैं जिनका विशिष्ट कार्य संहार करना है शैव वह धार्मिक सम्प्रदाय हैं जो शिव को ही ईश्वर मानकर आराधना करता है। शिव का शाब्दिक अर्थ है 'शुभ', 'कल्याण', 'मंगल', श्रेयस्कर' आदि, यद्यपि शिव का कार्य संहार करना है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शैव धर्म]] | |||
{[[भारत]] में चित्रकला किसके समय में प्रसिद्धि के शिखर पर पहुँचा? | {[[भारत]] में चित्रकला किसके समय में प्रसिद्धि के शिखर पर पहुँचा? | ||
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-[[अकबर]] | -[[अकबर]] | ||
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-[[शाहजहाँ]] | -[[शाहजहाँ]] | ||
-[[औरंगजेब]] | -[[औरंगजेब]] | ||
||[[चित्र:Jahangir.jpg|जहाँगीर|100px|right]]जहाँगीर का जन्म फ़तेहपुर सीकरी में स्थित ‘शेख़ सलीम चिश्ती’ की कुटिया में राजा भारमल की बेटी ‘मरियम ज़मानी’ के गर्भ से 30 अगस्त, 1569 ई. को हुआ था। अकबर सलीम को ‘शेख़ू बाबा’ कहा करता था। सलीम का मुख्य शिक्षक अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जहांगीर]] | ||[[चित्र:Jahangir.jpg|जहाँगीर|100px|right]]जहाँगीर का जन्म [[फ़तेहपुर सीकरी]] में स्थित ‘शेख़ सलीम चिश्ती’ की कुटिया में राजा भारमल की बेटी ‘मरियम ज़मानी’ के गर्भ से [[30 अगस्त]], 1569 ई. को हुआ था। अकबर सलीम को ‘शेख़ू बाबा’ कहा करता था। सलीम का मुख्य शिक्षक अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जहांगीर]] | ||
{वेद शब्द का शाब्दिक अर्थ है? | {वेद शब्द का शाब्दिक अर्थ है? | ||
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-[[इन्दौर]] में | -[[इन्दौर]] में | ||
-[[भोपाल]] में | -[[भोपाल]] में | ||
||[[चित्र:Khajuraho-Temple-10.jpg|खजुराहो मन्दिर, मध्य प्रदेश|100px|right]]खजुराहो में 64 योगिनियों का खुला मन्दिर खुरदुरे ग्रेनाइट पत्थर का बना हुआ है। उत्तरमुखी इस मन्दिर का निर्माण 900 ईसवी में माना जाता है। जबकि 10वीं शताब्दी के मध्य में बने नागर शैली के उत्कृष्ट मन्दिर, चिकने बलुआ पत्थर से निर्मित हैं। | ||[[चित्र:Khajuraho-Temple-10.jpg|खजुराहो मन्दिर, मध्य प्रदेश|100px|right]]खजुराहो में 64 योगिनियों का खुला मन्दिर खुरदुरे ग्रेनाइट पत्थर का बना हुआ है। उत्तरमुखी इस मन्दिर का निर्माण 900 ईसवी में माना जाता है। जबकि 10वीं शताब्दी के मध्य में बने नागर शैली के उत्कृष्ट मन्दिर, चिकने बलुआ पत्थर से निर्मित हैं। यहाँ से ब्रह्माणी, इंद्राणी व महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमाऐं प्राप्त हुई हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[खजुराहो]] | ||
{निम्नलिखित में कौन हिन्दुस्तानी [[संगीत]] शैली का हिस्सा नहीं है? | {निम्नलिखित में कौन हिन्दुस्तानी [[संगीत]] शैली का हिस्सा नहीं है? |
11:22, 9 जून 2011 का अवतरण
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