"साँचा:एक पर्यटन स्थल": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Lakshmi-Narsmiha-Hampi.jpg|right|100px|लक्ष्मी नरसिम्हा, हम्पी|link=हम्पी|border]]
[[चित्र:Sarnath-Stupa.jpg|right|130px|सारनाथ स्तूप|link=सारनाथ|border]]
*'''[[हम्पी]]''' का नाम पम्पपति के कारण ही हुआ है। स्थानीय लोग '' का उच्चारण 'ह' करते हैं और पम्पापति को हम्पापति (हंपपथी) कहते हैं। हम्पी हम्पपति का ही लघुरूप है।
*'''[[सारनाथ]]''' पहले घना वन था और यहाँ मृग-विहार किया करते थे। उस समय इसका नाम 'ऋषिपत्तन मृगदाय' था। ज्ञान प्राप्त करने के बाद [[गौतम बुद्ध]] ने अपना प्रथम उपदेश यहीं पर दिया था।
*[[कृष्णदेव राय]] के शासनकाल में बनाया गया प्रसिद्ध हजाराराम मन्दिर विद्यमान [[हिन्दू]] मन्दिरों की वास्तुकला के पूर्णतम नमूनों में से एक है।
*सन 1905 में पुरातत्त्व विभाग ने यहाँ खुदाई का काम किया, उस समय [[बौद्ध धर्म]] के अनुयायियों और इतिहासवेत्ताओं का ध्यान इस पर गया।
* [[फ़र्ग्यूसन]] के विचार में यह फूलों से अलंकृत वैभव की पराकाष्ठा का द्योतक है, जहाँ तक यह शैली (वल्लरी शैली) विकसित हो चुकी थी।
*सारनाथ के इतिहास में सबसे गौरवपूर्ण समय [[गुप्त साम्राज्य|गुप्तकाल]] था। उस समय यह [[मथुरा]] के अतिरिक्त उत्तर [[भारत]] में [[कला]] का सबसे बड़ा केंद्र था।
* [[भारत]] के [[कर्नाटक]] राज्य में स्थित यह नगर यूनेस्को द्वारा [[विश्व विरासत स्थल|विश्व के विरासत स्थलों]] की संख्या में शामिल है।[[हम्पी|... और पढ़ें]]
*[[अशोक|सम्राट अशोक]] के समय में यहाँ बहुत से निर्माण-कार्य हुए। [[सिंह|सिंहों]] की मूर्ति वाला [[अशोक चिह्न|भारत का राजचिह्न]] सारनाथ के अशोक के स्तंभ के शीर्ष से ही लिया गया है [[सारनाथ|... और पढ़ें]]
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15:36, 24 जून 2011 का अवतरण

एक पर्यटन स्थल
सारनाथ स्तूप
सारनाथ स्तूप
  • सारनाथ पहले घना वन था और यहाँ मृग-विहार किया करते थे। उस समय इसका नाम 'ऋषिपत्तन मृगदाय' था। ज्ञान प्राप्त करने के बाद गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश यहीं पर दिया था।
  • सन 1905 में पुरातत्त्व विभाग ने यहाँ खुदाई का काम किया, उस समय बौद्ध धर्म के अनुयायियों और इतिहासवेत्ताओं का ध्यान इस पर गया।
  • सारनाथ के इतिहास में सबसे गौरवपूर्ण समय गुप्तकाल था। उस समय यह मथुरा के अतिरिक्त उत्तर भारत में कला का सबसे बड़ा केंद्र था।
  • सम्राट अशोक के समय में यहाँ बहुत से निर्माण-कार्य हुए। सिंहों की मूर्ति वाला भारत का राजचिह्न सारनाथ के अशोक के स्तंभ के शीर्ष से ही लिया गया है ... और पढ़ें

पिछले पर्यटन स्थल → हम्पी · खजुराहो · गोवा