"गोरक्ष विजय": अवतरणों में अंतर
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*गोरक्षनाथ और मत्स्येन्द्रनाथ की प्रसिद्ध कथा पर यह नाटक आधारित है। | *गोरक्षनाथ और मत्स्येन्द्रनाथ की प्रसिद्ध कथा पर यह नाटक आधारित है। | ||
*कहते हैं कि महाकवि ने इस नाटक की रचना महाराजा शिवसिंह की आज्ञा से किया था।<ref>{{cite web |url=http://vimisahitya.wordpress.com/2007/10/29/vidyapati/|title=विद्यापति|accessmonthday=2 जून|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language= | *कहते हैं कि महाकवि ने इस नाटक की रचना महाराजा शिवसिंह की आज्ञा से किया था।<ref>{{cite web |url=http://vimisahitya.wordpress.com/2007/10/29/vidyapati/|title=विद्यापति|accessmonthday=2 जून|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> | ||
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06:44, 2 जुलाई 2011 का अवतरण
- विद्यापति ने गोरक्षविजय ग्रंथ की रचना की है।
- गोरक्षविजय के रुप में विद्यापति ने एक नूतन प्रयोग किया है।
- गोरक्षविजय एक एकांकी नाटक है।
- इसके कथनोपकथन में संस्कृत और प्राकृत का प्रयोग है।
- गीत कवि की मातृभाषा मैथिली में है।
- गोरक्षनाथ और मत्स्येन्द्रनाथ की प्रसिद्ध कथा पर यह नाटक आधारित है।
- कहते हैं कि महाकवि ने इस नाटक की रचना महाराजा शिवसिंह की आज्ञा से किया था।[1]
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