"जोर्डन का 'पेत्रा'": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो (जोर्डन का 'पोत्र' का नाम बदलकर जोर्डन का 'पेत्रा' कर दिया गया है) |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*जोर्डन का ' | [[चित्र:Petra.jpg|thumb|150px|जोर्डन का 'पेत्रा']] | ||
*जोर्डन का 'पेत्रा' [[विश्व के सात आश्चर्य (आधुनिक)|आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों]] में से एक है। | |||
*यह अपने तरह-तरह की पत्थ की ईमारतों के लिये प्रसिद्ध है जो लाल चट्टानों से बनी हैं। | *यह अपने तरह-तरह की पत्थ की ईमारतों के लिये प्रसिद्ध है जो लाल चट्टानों से बनी हैं। | ||
*इनमें 138 फुट ऊँचा नक़्क़ाशी किया मंदिर प्रसिद्ध है। इसके अलावा नहरें, पानी के तालाब, तथा खुला स्टेडियम जिसमें 4000 लोग बैठते थे, जैसी कई चीजें हैं। | *इनमें 138 फुट ऊँचा नक़्क़ाशी किया मंदिर प्रसिद्ध है। इसके अलावा नहरें, पानी के तालाब, तथा खुला स्टेडियम जिसमें 4000 लोग बैठते थे, जैसी कई चीजें हैं। | ||
पंक्ति 6: | पंक्ति 7: | ||
*यह पहाड़ मृत सागर से अक़ाबा की खाड़ी तक चलने वाली 'वादी अरबा' नामक घाटी की पूर्वी सीमा हैं। | *यह पहाड़ मृत सागर से अक़ाबा की खाड़ी तक चलने वाली 'वादी अरबा' नामक घाटी की पूर्वी सीमा हैं। | ||
{{लेख प्रगति|आधार= | {{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
08:09, 14 अगस्त 2011 का अवतरण
- जोर्डन का 'पेत्रा' आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों में से एक है।
- यह अपने तरह-तरह की पत्थ की ईमारतों के लिये प्रसिद्ध है जो लाल चट्टानों से बनी हैं।
- इनमें 138 फुट ऊँचा नक़्क़ाशी किया मंदिर प्रसिद्ध है। इसके अलावा नहरें, पानी के तालाब, तथा खुला स्टेडियम जिसमें 4000 लोग बैठते थे, जैसी कई चीजें हैं।
- जार्डन जैसा देश अपनी धरोहर के विश्व आश्चर्य चुने जाने से प्रसन्न है क्योंकि पड़ोस के ईराक तथा अन्य देशों में अशांति से जॉर्डन में सैलानियों का आना कम हो गया है।
- पेत्रा एक 'होर' नामक पहाड़ की ढलान पर बना हुई है और पहाड़ों से घिरी हुई एक द्रोणी में स्थित है।
- यह पहाड़ मृत सागर से अक़ाबा की खाड़ी तक चलने वाली 'वादी अरबा' नामक घाटी की पूर्वी सीमा हैं।
|
|
|
|
|