"जामा मस्जिद मेरठ": अवतरणों में अंतर
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*मेरठ कोतवाली के निकट स्थित इस मस्जिद का यह निर्माण 11वीं शताब्दी में करवाया गया था। | *मेरठ कोतवाली के निकट स्थित इस मस्जिद का यह निर्माण 11वीं शताब्दी में करवाया गया था। | ||
*इसका निर्माण [[क़ुतुबुद्दीन ऐबक]] ने करवाया था तथा उसके पश्चात [[इल्तुतमिश]] के पौत्र [[नसीरूद्दीन महमूद]] ने इसका पुर्ननिर्माण 1239 ई0 में करवाया। | *इसका निर्माण [[क़ुतुबुद्दीन ऐबक]] ने करवाया था तथा उसके पश्चात [[इल्तुतमिश]] के पौत्र [[नसीरूद्दीन महमूद]] ने इसका पुर्ननिर्माण 1239 ई0 में करवाया। | ||
*यह [[सल्तनत काल]] की वास्तुकला का एक अनूठा नमूना है। | *यह [[दिल्ली सल्तनत|सल्तनत काल]] की [[स्थापत्य एवं वास्तुकला (सल्तनत काल)|वास्तुकला]] का एक अनूठा नमूना है। | ||
*यह मेरठ के पुराने शहर के भीतर स्थित है तथा एक अति पवित्र धार्मिक स्थल के रूप में माना जाता है। <ref>संदर्भ - डॉ. के. के. शर्मा, प्रवक्ता, महामना मालवीय महाविद्यालय खेकड़ा, बागपत </ref> | *यह मेरठ के पुराने शहर के भीतर स्थित है तथा एक अति पवित्र धार्मिक स्थल के रूप में माना जाता है। <ref>संदर्भ - डॉ. के. के. शर्मा, प्रवक्ता, महामना मालवीय महाविद्यालय खेकड़ा, बागपत </ref> | ||
14:34, 18 अगस्त 2011 का अवतरण
- मेरठ की जामा मस्जिद उत्तर भारत की अति प्राचीन मस्जिदों में से एक है।
- मेरठ कोतवाली के निकट स्थित इस मस्जिद का यह निर्माण 11वीं शताब्दी में करवाया गया था।
- इसका निर्माण क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने करवाया था तथा उसके पश्चात इल्तुतमिश के पौत्र नसीरूद्दीन महमूद ने इसका पुर्ननिर्माण 1239 ई0 में करवाया।
- यह सल्तनत काल की वास्तुकला का एक अनूठा नमूना है।
- यह मेरठ के पुराने शहर के भीतर स्थित है तथा एक अति पवित्र धार्मिक स्थल के रूप में माना जाता है। [1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संदर्भ - डॉ. के. के. शर्मा, प्रवक्ता, महामना मालवीय महाविद्यालय खेकड़ा, बागपत