"परंपरा -रामधारी सिंह दिनकर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 43: | पंक्ति 43: | ||
लेकिन घाट बाँधकर | लेकिन घाट बाँधकर | ||
पानी को गहरा बनाना | पानी को गहरा बनाना | ||
यह | यह परंपरा का नाम है। | ||
पंरपरा और क्रांति में | पंरपरा और क्रांति में | ||
पंक्ति 60: | पंक्ति 60: | ||
वे अपनी ज़डो से छूट जाते हैं। | वे अपनी ज़डो से छूट जाते हैं। | ||
परंपरा जब लुप्त होती है | |||
सभ्यता अकेलेपन के | सभ्यता अकेलेपन के | ||
दर्द में मरती है। | दर्द में मरती है। | ||
पंक्ति 69: | पंक्ति 69: | ||
और ये बात याद रहे | और ये बात याद रहे | ||
परंपरा चीनी नहीं मधु है। | |||
वह न तो हिन्दू है, ना मुस्लिम.... | वह न तो हिन्दू है, ना मुस्लिम.... | ||
</poem> | </poem> |
12:12, 22 अगस्त 2011 का अवतरण
| ||||||||||||||||||
|
परंपरा को अंधी लाठी से मत पीटो। |
संबंधित लेख