"धेनुएँ -सुमित्रानंदन पंत": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Sumitranandan-Pant...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 31: पंक्ति 31:
{{Poemopen}}
{{Poemopen}}
<poem>
<poem>
रभाती नदियों,
रंभाती नदियों,
बेसुध
बेसुध
कहाँ भागी जाती हो?
कहाँ भागी जाती हो?
पंक्ति 39: पंक्ति 39:
ओ, फेन-गुच्छ
ओ, फेन-गुच्छ
लहरों की पूँछ उठाए
लहरों की पूँछ उठाए
दौड़ती नदियो,
दौड़ती नदियों,


इस पार उस पार भी देखो,
इस पार उस पार भी देखो,

10:58, 29 अगस्त 2011 का अवतरण

धेनुएँ -सुमित्रानंदन पंत
सुमित्रानंदन पंत
सुमित्रानंदन पंत
कवि सुमित्रानंदन पंत
जन्म 20 मई 1900
जन्म स्थान कौसानी, उत्तराखण्ड, भारत
मृत्यु 28 दिसंबर, 1977
मृत्यु स्थान प्रयाग, उत्तर प्रदेश
मुख्य रचनाएँ वीणा, पल्लव, चिदंबरा, युगवाणी, लोकायतन, हार, आत्मकथात्मक संस्मरण- साठ वर्ष, युगपथ, स्वर्णकिरण, कला और बूढ़ा चाँद आदि
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
सुमित्रानंदन पंत की रचनाएँ

ओ रंभाती नदियों,
बेसुध
कहाँ भागी जाती हो?
वंशी-रव
तुम्हारे ही भीतर है!

ओ, फेन-गुच्छ
लहरों की पूँछ उठाए
दौड़ती नदियों,

इस पार उस पार भी देखो,
जहाँ फूलों के कूल
सुनहरे धान से खेत हैं।

कल-कल छल-छल
अपनी ही विरह व्यथा
प्रीति कथा कहती
मत चली जाओ!

सागर ही तुम्हारा सत्य नहीं
वह तो गतिमय स्त्रोत की तरह




संबंधित लेख