"वह बुड्ढा -सुमित्रानंदन पंत": अवतरणों में अंतर
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भूखा है: पैसे पा, कुछ गुनमुना, | भूखा है: पैसे पा, कुछ गुनमुना, | ||
खड़ा हो, जाता वह | खड़ा हो, जाता वह धर, | ||
पिछले पैरों के बल उठ | पिछले पैरों के बल उठ | ||
जैसे कोई चल रहा जानवर! | जैसे कोई चल रहा जानवर! | ||
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पैशाचिक सा कुछ: दुःखों से | पैशाचिक सा कुछ: दुःखों से | ||
मनुज गया शायद उसमें मर! | मनुज गया शायद उसमें मर! | ||
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==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== |
12:30, 29 अगस्त 2011 का अवतरण
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खड़ा द्वार पर, लाठी टेके, |
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