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*चिचेन इत्जा [[विश्व के सात आश्चर्य (आधुनिक)|आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों]] में से एक है। | *चिचेन इत्जा [[विश्व के सात आश्चर्य (आधुनिक)|आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों]] में से एक है। | ||
*आज के [[अमेरिका|मध्य अमेरिका]] में स्थित यह मंदिर-नगरी पुरानी माया सभ्यता का अवशेष है। | *आज के [[अमेरिका|मध्य अमेरिका]] में स्थित यह मंदिर-नगरी पुरानी माया सभ्यता का अवशेष है। | ||
*माया सभ्यता यहाँ पर 750 से 1200 सदी के बीच फली-फूली और यह शहर इनकी राजधनी और धर्मिक नगरी थी। | *माया सभ्यता यहाँ पर 750 से 1200 [[सदी]] के बीच फली-फूली और यह शहर इनकी राजधनी और धर्मिक नगरी थी। | ||
*शहर के बीचों-बीच 'कुकुलकन का मंदिर' है जो 79 फीट की ऊँचाई तक बना है। | *शहर के बीचों-बीच 'कुकुलकन का मंदिर' है जो 79 फीट की ऊँचाई तक बना है। | ||
*चिचेन इत्जा की चार दिशाओं में 91 सीढ़ियाँ हैं, प्रत्येक सीढ़ी साल के एक [[दिन]] का प्रतीक है और 365 वां दिन ऊपर बना चबूतरा है। | *चिचेन इत्जा की चार दिशाओं में 91 सीढ़ियाँ हैं, प्रत्येक सीढ़ी साल के एक [[दिन]] का प्रतीक है और 365 वां दिन ऊपर बना चबूतरा है। |
10:57, 3 अक्टूबर 2011 का अवतरण
- चिचेन इत्जा आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों में से एक है।
- आज के मध्य अमेरिका में स्थित यह मंदिर-नगरी पुरानी माया सभ्यता का अवशेष है।
- माया सभ्यता यहाँ पर 750 से 1200 सदी के बीच फली-फूली और यह शहर इनकी राजधनी और धर्मिक नगरी थी।
- शहर के बीचों-बीच 'कुकुलकन का मंदिर' है जो 79 फीट की ऊँचाई तक बना है।
- चिचेन इत्जा की चार दिशाओं में 91 सीढ़ियाँ हैं, प्रत्येक सीढ़ी साल के एक दिन का प्रतीक है और 365 वां दिन ऊपर बना चबूतरा है।
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