"अनमोल वचन 7": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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* विश्व एक महान पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। | * विश्व एक महान पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। ~ आगस्टाइन | ||
* धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। | * धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। ~ आइन्स्टाइन | ||
* अवसर के रहने की जगह कठिनाइयों के बीच है। | * अवसर के रहने की जगह कठिनाइयों के बीच है। ~ अलबर्ट आइन्स्टाइन | ||
* तर्क, आप को किसी एक बिन्दु 'क' से दूसरे बिन्दु 'ख' तक पहुँचा सकते हैं। लेकिन, कल्पना, आप को सर्वत्र ले जा सकती है। | * तर्क, आप को किसी एक बिन्दु 'क' से दूसरे बिन्दु 'ख' तक पहुँचा सकते हैं। लेकिन, कल्पना, आप को सर्वत्र ले जा सकती है। ~ अलबर्ट आइन्सटीन | ||
* हम भारतीयों के बहुत ऋणी हैं जिन्होने हमे गिनना सिखाया, जिसके बिना कोई भी मूल्यवान वैज्ञानिक खोज सम्भव नही होती। | * हम भारतीयों के बहुत ऋणी हैं जिन्होने हमे गिनना सिखाया, जिसके बिना कोई भी मूल्यवान वैज्ञानिक खोज सम्भव नही होती। ~ अलबर्ट आइन्स्टीन | ||
* अट्ठारह वर्ष की उम्र तक इकट्ठा किये गये पूर्वाग्रहों का नाम ही सामान्य बुद्धि है। | * अट्ठारह वर्ष की उम्र तक इकट्ठा किये गये पूर्वाग्रहों का नाम ही सामान्य बुद्धि है। ~ आइन्स्टीन | ||
* सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। | * सत्य को कह देना ही मेरा मज़ाक करने का तरीका है। संसार में यह सब से विचित्र मज़ाक है। ~ जार्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* आमतौर पर आदमी उन चीजों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है जिनका उससे कोई लेना देना नहीं होता। | * आमतौर पर आदमी उन चीजों के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहता है जिनका उससे कोई लेना देना नहीं होता। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* पुस्तक प्रेमी सबसे धनवान व सुखी होता है, संपूर्ण रूप से त्रुटिहीन पुस्तक कभी पढ़ने लायक़ नहीं होती। | * पुस्तक प्रेमी सबसे धनवान व सुखी होता है, संपूर्ण रूप से त्रुटिहीन पुस्तक कभी पढ़ने लायक़ नहीं होती। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* शिक्षा और प्रशिक्षण का एकमात्र उद्देश्य समस्या-समाधान होना चाहिये। | * शिक्षा और प्रशिक्षण का एकमात्र उद्देश्य समस्या-समाधान होना चाहिये। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | ||
* बिना कुछ किए बिताने वाले जीवन की अपेक्षा गलतियाँ करते हुए बिताने वाला जीवन अधिक सम्माननीय होता है। | * बिना कुछ किए बिताने वाले जीवन की अपेक्षा गलतियाँ करते हुए बिताने वाला जीवन अधिक सम्माननीय होता है। ~ जॉर्ज बर्नार्ड शॉ | ||
* संसार मे समस्या यह है कि मूढ लोग अत्यन्त सन्देहरहित होते है और बुद्धिमान सन्देह से परिपूर्ण। | * संसार मे समस्या यह है कि मूढ लोग अत्यन्त सन्देहरहित होते है और बुद्धिमान सन्देह से परिपूर्ण। ~ जार्ज बर्नार्ड शा | ||
* जो पाप में पड़ता है, वह मनुष्य है, जो उसमें पड़ने पर दुखी होता है, वह साधु है और जो उस पर अभिमान करता है, वह शैतान होता है। | * जो पाप में पड़ता है, वह मनुष्य है, जो उसमें पड़ने पर दुखी होता है, वह साधु है और जो उस पर अभिमान करता है, वह शैतान होता है। ~ फुलर | ||
* हमारी शक्ति हमारे निर्णय करने की क्षमता में निहित है। | * हमारी शक्ति हमारे निर्णय करने की क्षमता में निहित है। ~ फुलर | ||
* ज्ञान एक खजाना है, लेकिन अभ्यास इसकी चाभी है। | * ज्ञान एक खजाना है, लेकिन अभ्यास इसकी चाभी है। ~ थामस फुलर | ||
* अपनी अज्ञानता का अहसास होना ज्ञान की दिशा में एक बहुत बडा कदम है। | * अपनी अज्ञानता का अहसास होना ज्ञान की दिशा में एक बहुत बडा कदम है। ~ डिजरायली | ||
* निराशा मूर्खता का परिणाम है। | * निराशा मूर्खता का परिणाम है। ~ डिज़रायली | ||
* धीरज प्रतिभा का आवश्यक अंग है। | * धीरज प्रतिभा का आवश्यक अंग है। ~ डिजरायली | ||
* मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। | * मछली एवं अतिथि, तीन दिनों के बाद दुर्गन्धजनक और अप्रिय लगने लगते हैं। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन | ||
* हँसमुख चेहरा रोगी के लिये उतना ही लाभकर है जितना कि स्वस्थ ऋतु। | * हँसमुख चेहरा रोगी के लिये उतना ही लाभकर है जितना कि स्वस्थ ऋतु। ~ बेन्जामिन | ||
* चींटी से अच्छा उपदेशक कोई और नहीं है। वह काम करते हुए खामोश रहती है। | * चींटी से अच्छा उपदेशक कोई और नहीं है। वह काम करते हुए खामोश रहती है। ~ बैंजामिन फ्रैंकलिन | ||
* यदि कोई व्यक्ति अपने धन को ज्ञान अर्जित करने में ख़र्च करता है, तो उससे उस ज्ञान को कोई नहीं छीन सकता! ज्ञान के लिए किये गए निवेश में हमेशा अच्छा प्रतिफल प्राप्त होता है! | * यदि कोई व्यक्ति अपने धन को ज्ञान अर्जित करने में ख़र्च करता है, तो उससे उस ज्ञान को कोई नहीं छीन सकता! ज्ञान के लिए किये गए निवेश में हमेशा अच्छा प्रतिफल प्राप्त होता है! ~ बेंजामिन फ्रेंकलिन | ||
* हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। | * हम जानते हैं कि हम क्या हैं, पर ये नहीं जानते कि हम क्या बन सकते हैं। ~ शेक्सपीयर | ||
* गहरी नदी का जल प्रवाह शांत व गंभीर होता है। | * गहरी नदी का जल प्रवाह शांत व गंभीर होता है। ~ शेक्सपीयर | ||
* किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। | * किसी कम पढे व्यक्ति द्वारा सुभाषित पढना उत्तम होगा। ~ सर विंस्टन चर्चिल | ||
* आशावादी को हर खतरे में अवसर दीखता है और निराशावादी को हर अवसर मे खतरा। | * आशावादी को हर खतरे में अवसर दीखता है और निराशावादी को हर अवसर मे खतरा। ~ विन्स्टन चर्चिल | ||
* सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें। | * सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें। ~ गोथे | ||
* बाँटो और राज करो, एक अच्छी कहावत है; (लेकिन) एक होकर आगे बढो, इससे भी अच्छी कहावत है। | * बाँटो और राज करो, एक अच्छी कहावत है; (लेकिन) एक होकर आगे बढो, इससे भी अच्छी कहावत है। ~ गोथे | ||
* जो कुछ आप कर सकते हैं या कर जाने की इच्छा रखते है उसे करना आरम्भ कर दीजिये। निर्भीकता के अन्दर मेधा (बुद्धि), शक्ति और जादू होते हैं। | * जो कुछ आप कर सकते हैं या कर जाने की इच्छा रखते है उसे करना आरम्भ कर दीजिये। निर्भीकता के अन्दर मेधा (बुद्धि), शक्ति और जादू होते हैं। ~ गोथे | ||
* हम उन लोगों को प्रभावित करने के लिये महंगे ढंग से रहते हैं जो हम पर प्रभाव जमाने के लिये महंगे ढंग से रहते है। | * हम उन लोगों को प्रभावित करने के लिये महंगे ढंग से रहते हैं जो हम पर प्रभाव जमाने के लिये महंगे ढंग से रहते है। ~ अनोन | ||
* अपने काम पर मै सदा समय से 15 मिनट पहले पहुँचा हूँ और मेरी इसी आदत ने मुझे कामयाब व्यक्ति बना दिया है। | * अपने काम पर मै सदा समय से 15 मिनट पहले पहुँचा हूँ और मेरी इसी आदत ने मुझे कामयाब व्यक्ति बना दिया है। ~ एनॉन | ||
* किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। | * किसी व्यक्ति को एक मछली दे दो तो उसका पेट दिन भर के लिए भर जाएगा। उसे इंटरनेट चलाना सिखा दो तो वह हफ़्तों आपको परेशान नहीं करेगा। ~ एनन | ||
* यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले आदमी से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिये कि वो कौन सी पुस्तकें पढता है। | * यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले आदमी से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिये कि वो कौन सी पुस्तकें पढता है। ~ एमर्शन | ||
* प्रत्येक व्यक्ति के लिये उसके विचार ही सारे तालो की चाबी हैं। | * प्रत्येक व्यक्ति के लिये उसके विचार ही सारे तालो की चाबी हैं। ~ इमर्सन | ||
* आओं हम मौन रहें ताकि फ़रिस्तों की कानाफूसियाँ सुन सकें। | * आओं हम मौन रहें ताकि फ़रिस्तों की कानाफूसियाँ सुन सकें। ~ एमर्शन | ||
* डर सदैव अज्ञानता से पैदा होता है। | * डर सदैव अज्ञानता से पैदा होता है। ~ एमर्सन | ||
* सम्पूर्ण जीवन ही एक प्रयोग है। जितने प्रयोग करोगे उतना ही अच्छा है। | * सम्पूर्ण जीवन ही एक प्रयोग है। जितने प्रयोग करोगे उतना ही अच्छा है। ~ इमर्सन | ||
* जैसे जैसे हम बूढ़े होते जाते हैं, सुंदरता भीतर घुसती जाती है। | * जैसे जैसे हम बूढ़े होते जाते हैं, सुंदरता भीतर घुसती जाती है। ~ रॉल्फ वाल्डो इमर्सन | ||
* पठन किसी को सम्पूर्ण आदमी बनाता है, वार्तालाप उसे एक तैयार आदमी बनाता है, लेकिन लेखन उसे एक अति शुद्ध आदमी बनाता है। | * पठन किसी को सम्पूर्ण आदमी बनाता है, वार्तालाप उसे एक तैयार आदमी बनाता है, लेकिन लेखन उसे एक अति शुद्ध आदमी बनाता है। ~ बेकन | ||
* मौन निद्रा के सदृश है। यह ज्ञान में नयी स्फूर्ति पैदा करता है। | * मौन निद्रा के सदृश है। यह ज्ञान में नयी स्फूर्ति पैदा करता है। ~ बेकन | ||
* अध्ययन हमें आनन्द तो प्रदान करता ही है, अलंकृत भी करता है और योग्य भी बनाता है, मस्तिष्क के लिये अध्ययन की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिये व्यायाम की। | * अध्ययन हमें आनन्द तो प्रदान करता ही है, अलंकृत भी करता है और योग्य भी बनाता है, मस्तिष्क के लिये अध्ययन की उतनी ही आवश्यकता है जितनी शरीर के लिये व्यायाम की। ~ जोसेफ एडिशन | ||
* पढने से सस्ता कोई मनोरंजन नहीं; न ही कोई खुशी, उतनी स्थायी। | * पढने से सस्ता कोई मनोरंजन नहीं; न ही कोई खुशी, उतनी स्थायी। ~ जोसेफ एडिशन | ||
* गलती करने में कोई गलती नहीं है। गलती करने से डरना सबसे बडी गलती है। | * गलती करने में कोई गलती नहीं है। गलती करने से डरना सबसे बडी गलती है। ~ एल्बर्ट हब्बार्ड | ||
* स्पष्टीकरण से बचें। मित्रों को इसकी आवश्यकता नहीं; शत्रु इस पर विश्वास नहीं करेंगे। | * स्पष्टीकरण से बचें। मित्रों को इसकी आवश्यकता नहीं; शत्रु इस पर विश्वास नहीं करेंगे। ~ अलबर्ट हबर्ड | ||
* कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। | * कभी भी सफाई नहीं दें। आपके दोस्तों को इसकी आवश्यकता नहीं है और आपके दुश्मनों को विश्वास ही नहीं होगा। ~ अलबर्ट हब्बार्ड | ||
* यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। | * यदि आप इस बात की चिंता न करें कि आपके काम का श्रेय किसे मिलने वाला है तो आप आश्चर्यजनक कार्य कर सकते हैं। ~ हैरी एस. ट्रूमेन | ||
* यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। | * यदि आप गर्मी सहन नहीं कर सकते तो रसोई के बाहर निकल जाईये। ~ हैरी एस ट्रुमेन | ||
* जो तर्क को अनसुना कर देते हैं, वह कटर हैं! जो तर्क ही नहीं कर सकते, वह मुर्ख हैं और जो तर्क करने का साहस ही नहीं दिखा सकते, वह गुलाम हैं! | * जो तर्क को अनसुना कर देते हैं, वह कटर हैं! जो तर्क ही नहीं कर सकते, वह मुर्ख हैं और जो तर्क करने का साहस ही नहीं दिखा सकते, वह गुलाम हैं! ~ विलियम ड्रूमंड | ||
* सभ्यता सुव्यस्था के जन्मती है, स्वतन्त्रता के साथ बडी होती है और अव्यवस्था के साथ मर जाती है। | * सभ्यता सुव्यस्था के जन्मती है, स्वतन्त्रता के साथ बडी होती है और अव्यवस्था के साथ मर जाती है। ~ विल डुरान्ट | ||
* भारत हमारी संपूर्ण (मानव) जाति की जननी है तथा संस्कृत यूरोप के सभी भाषाओं की जननी है: भारतमाता हमारे दर्शनशास्त्र की जननी है, अरबॊं के रास्ते हमारे अधिकांश गणित की जननी है, बुद्ध के रास्ते इसाईयत मे निहित आदर्शों की जननी है, ग्रामीण समाज के रास्ते स्व-शाशन और लोकतंत्र की जननी है। अनेक प्रकार से भारत माता हम सबकी माता है। | * भारत हमारी संपूर्ण (मानव) जाति की जननी है तथा संस्कृत यूरोप के सभी भाषाओं की जननी है: भारतमाता हमारे दर्शनशास्त्र की जननी है, अरबॊं के रास्ते हमारे अधिकांश गणित की जननी है, बुद्ध के रास्ते इसाईयत मे निहित आदर्शों की जननी है, ग्रामीण समाज के रास्ते स्व-शाशन और लोकतंत्र की जननी है। अनेक प्रकार से भारत माता हम सबकी माता है। ~ विल्ल डुरान्ट, अमरीकी इतिहासकार | ||
* विज्ञान हमे ज्ञानवान बनाता है लेकिन दर्शन (फिलासफी) हमे बुद्धिमान बनाता है। | * विज्ञान हमे ज्ञानवान बनाता है लेकिन दर्शन (फिलासफी) हमे बुद्धिमान बनाता है। ~ विल्ल डुरान्ट | ||
* खाली दिमाग को खुला दिमाग बना देना ही शिक्षा का उद्देश्य है। | * खाली दिमाग को खुला दिमाग बना देना ही शिक्षा का उद्देश्य है। ~ फ़ोर्ब्स | ||
* कम्प्यूटर को प्रोग्राम करने के लिये संस्कृत सबसे सुविधाजनक भाषा है। | * कम्प्यूटर को प्रोग्राम करने के लिये संस्कृत सबसे सुविधाजनक भाषा है। ~ फोर्ब्स पत्रिका (जुलाई, 1987) | ||
* इस जीवन का प्रथम लक्ष्य है दूसरों की सहायता करना। और यदि आप दूसरों की सहायता नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें आहत तो न करें। – दलाई लामा | * इस जीवन का प्रथम लक्ष्य है दूसरों की सहायता करना। और यदि आप दूसरों की सहायता नहीं कर सकते तो कम से कम उन्हें आहत तो न करें। – दलाई लामा | ||
* हम धर्म और चिंतन के बिना रह सकते हैं किन्तु मानवीय प्रेम के बिना नहीं। | * हम धर्म और चिंतन के बिना रह सकते हैं किन्तु मानवीय प्रेम के बिना नहीं। ~ दलाई लामा | ||
* प्रत्येक उतकृष्ट कार्य पहले पहल असम्भव होता है। | * प्रत्येक उतकृष्ट कार्य पहले पहल असम्भव होता है। ~ थॉमस कार्लेले | ||
* अंतर्दृष्टि के बिना ही काम करने से अधिक भयानक दूसरी चीज नहीं है। | * अंतर्दृष्टि के बिना ही काम करने से अधिक भयानक दूसरी चीज नहीं है। ~ थामस कार्लाइल | ||
* सारी चीजों के बारे मे कुछ-कुछ और कुछेक के बारे मे सब कुछ सीखने कीकोशिश करनी चाहिये। | * सारी चीजों के बारे मे कुछ-कुछ और कुछेक के बारे मे सब कुछ सीखने कीकोशिश करनी चाहिये। ~ थामस ह. हक्सले | ||
* जीवन के आरम्भ में ही कुछ असफलताएँ मिल जाने का बहुत अधिक व्यावहारिक महत्व है। | * जीवन के आरम्भ में ही कुछ असफलताएँ मिल जाने का बहुत अधिक व्यावहारिक महत्व है। ~ हक्सले | ||
* हर किसी पर विश्वास कर लेना खतरनाक है; किसी पर भी विश्वास न करना बहुत खतरनाक है। | * हर किसी पर विश्वास कर लेना खतरनाक है; किसी पर भी विश्वास न करना बहुत खतरनाक है। ~ अब्राहम लिंकन | ||
* यदि शांति पाना चाहते हो, तो लोकप्रियता से बचो। | * यदि शांति पाना चाहते हो, तो लोकप्रियता से बचो। ~ अब्राहम लिंकन | ||
* लोग अक्सर कहते हैं कि प्रेरक विचारों से कुछ नहीं होता। हाँ भाई, वैसे तो नहाने से भी कुछ नहीं होता, तभी तो हम इसे रोज़ करने की सलाह देते हैं। ~ ज़िग ज़िगलर | |||
* एकाग्र-चिन्तन वांछित फल देता है। ~ जिग जिग्लर | |||
* यदि कोई लडकी लज्जा का त्याग कर देती है तो अपने सौन्दर्य का सबसे बडा आकर्षण खो देती है। | |||
* पुरुष के लिए प्रेम उसके जीवन का एक अलग अंग है पर स्त्री के लिए उसका संपूर्ण अस्तित्व है। | * यदि कोई लडकी लज्जा का त्याग कर देती है तो अपने सौन्दर्य का सबसे बडा आकर्षण खो देती है। ~ सेंट ग्रेगरी | ||
* पुरुष के लिए प्रेम उसके जीवन का एक अलग अंग है पर स्त्री के लिए उसका संपूर्ण अस्तित्व है। ~ लार्ड बायरन | |||
* दुनिया में सिर्फ दो सम्पूर्ण व्यक्ति हैं – एक मर चुका है, दूसरा अभी पैदा नहीं हुआ है। | * दुनिया में सिर्फ दो सम्पूर्ण व्यक्ति हैं – एक मर चुका है, दूसरा अभी पैदा नहीं हुआ है। | ||
* प्रसिद्धि व धन उस समुद्री जल के समान है, जितना ज़्यादा हम पीते हैं, उतने ही प्यासे होते जाते हैं। | * प्रसिद्धि व धन उस समुद्री जल के समान है, जितना ज़्यादा हम पीते हैं, उतने ही प्यासे होते जाते हैं। | ||
* यदि आपको रास्ते का पता नहीं है, तो जरा धीरे चलें। महान ध्येय (लक्ष्य) महान मस्तिष्क की जननी है। | * यदि आपको रास्ते का पता नहीं है, तो जरा धीरे चलें। महान ध्येय (लक्ष्य) महान मस्तिष्क की जननी है। ~ इमन्स | ||
* क्लोज़-अप में जीवन एक त्रासदी (ट्रेजेडी) है, तो लंबे शॉट में प्रहसन (कॉमेडी)। | * क्लोज़-अप में जीवन एक त्रासदी (ट्रेजेडी) है, तो लंबे शॉट में प्रहसन (कॉमेडी)। ~ चार्ली चेपलिन | ||
* आपके जीवन की खुशी आपके विचारों की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। | * आपके जीवन की खुशी आपके विचारों की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। ~ मार्क ऑरेलियस अन्तोनियस | ||
* हमेशा बत्तख की तरह व्यवहार रखो। सतह पर एकदम शांत, परंतु सतह के नीचे दीवानों की तरह पैडल मारते हुए। | * हमेशा बत्तख की तरह व्यवहार रखो। सतह पर एकदम शांत, परंतु सतह के नीचे दीवानों की तरह पैडल मारते हुए। ~ जेकब एम ब्रॉदे | ||
* अव्यवस्था से जीवन का प्रादुर्भाव होता है, तो अनुक्रम और व्यवस्थाओं से आदत। | * अव्यवस्था से जीवन का प्रादुर्भाव होता है, तो अनुक्रम और व्यवस्थाओं से आदत। ~ हेनरी एडम्स | ||
* जो भी प्रतिभा आपके पास है उसका इस्तेमाल करें। जंगल में नीरवता होती यदि सबसे अच्छा गीत सुनाने वाली चिड़िया को ही चहचहाने की अनुमति होती। | * जो भी प्रतिभा आपके पास है उसका इस्तेमाल करें। जंगल में नीरवता होती यदि सबसे अच्छा गीत सुनाने वाली चिड़िया को ही चहचहाने की अनुमति होती। ~ हेनरी वान डायक | ||
* विकल्पों की अनुपस्थिति मस्तिष्क को बड़ी राहत देती है। | * विकल्पों की अनुपस्थिति मस्तिष्क को बड़ी राहत देती है। ~ हेनरी किसिंजर | ||
* ग़लतियाँ मत ढूंढो, उपाय ढूंढो। | * ग़लतियाँ मत ढूंढो, उपाय ढूंढो। ~ हेनरी फ़ोर्ड | ||
* जब कोई व्यक्ति ठीक काम करता है, तो उसे पता तक नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है पर गलत काम करते समय उसे हर क्षण यह ख्याल रहता है कि वह जो कर रहा है, वह गलत है। ~ गेटे | |||
* यदि आप को 100 रूपए बैंक का ऋण चुकाना है तो यह आपका सिरदर्द है। और यदि आप को 10 करोड़ रुपए चुकाना है तो यह बैंक का सिरदर्द है। - पाल गेटी | |||
* दृढ़ निश्चय ही विजय है, जब आपके पास कोई पैसा नहीं होता है तो आपके लिए समस्या होती है भोजन का जुगाड़| जब आपके पास पैसा आ जाता है तो समस्या सेक्स की हो जाती है, जब आपके पास दोनों चीज़ें हो जाती हैं तो स्वास्थ्य समस्या हो जाती है और जब सारी चीज़ें आपके पास होती हैं, तो आपको मृत्यु भय सताने लगता है। | * दृढ़ निश्चय ही विजय है, जब आपके पास कोई पैसा नहीं होता है तो आपके लिए समस्या होती है भोजन का जुगाड़| जब आपके पास पैसा आ जाता है तो समस्या सेक्स की हो जाती है, जब आपके पास दोनों चीज़ें हो जाती हैं तो स्वास्थ्य समस्या हो जाती है और जब सारी चीज़ें आपके पास होती हैं, तो आपको मृत्यु भय सताने लगता है। ~ जे पी डोनलेवी | ||
* जब तुम्हारे खुद के दरवाजे की सीढ़ियाँ गंदी हैं तो पड़ोसी की छत पर पड़ी गंदगी का उलाहना मत दीजिए। | * जब तुम्हारे खुद के दरवाजे की सीढ़ियाँ गंदी हैं तो पड़ोसी की छत पर पड़ी गंदगी का उलाहना मत दीजिए। ~ कनफ़्यूशियस | ||
* सही किताब वह नहीं है जिसे हम पढ़ते हैं – सही किताब वह है जो हमें पढ़ता है। ~ डबल्यू एच ऑदेन | |||
* सही किताब वह नहीं है जिसे हम पढ़ते हैं – सही किताब वह है जो हमें पढ़ता है। | * धनवान आदमी और कुछ नहीं, सिर्फ धन-दौलत के साथ एक गरीब आदमी ही होता है। ~ डब्ल्यू. सी. फील्ड | ||
* धनवान आदमी और कुछ नहीं, सिर्फ धन-दौलत के साथ एक गरीब आदमी ही होता है। | |||
* | * पुस्तक एक बग़ीचा है जिसे जेब में रखा जा सकता है, किताबों को नहीं पढ़ना किताबों को जलाने से बढ़कर अपराध है। ~ रे ब्रेडबरी | ||
* श्रेष्ठ आचरण का जनक परिपूर्ण उदासीनता ही हो सकती है। ~ काउन्ट रदरफ़र्ड | |||
* प्रत्येक मनुष्य में तीन चरित्र होता है| एक जो वह दिखाता है, दूसरा जो उसके पास होता है, तीसरी जो वह सोचता है कि उसके पास है। ~ अलफ़ॉसो कार | |||
* | * अनेक लोग वह धन व्यय करते हैं जो उनके द्वारा उपार्जित नहीं होता, वे चीज़ें ख़रीदते हैं जिनकी उन्हें जरूरत नहीं होती, उनको प्रभावित करना चाहते हैं जिन्हें वे पसंद नहीं करते। ~ जानसन | ||
* कोई भी वस्तु निरर्थक या तुच्छ नही है। प्रत्येक वस्तु अपनी स्थिति मे सर्वोत्कृष्ट है। ~ लांगफेलो | |||
* | * भूलना प्रायः प्राकृतिक है जबकि याद रखना प्रायः कृत्रिम है। ~ रत्वान रोमेन खिमेनेस | ||
* अपनी आंखों को सितारों पर टिकाने से पहले अपने पैर जमीन में गड़ा लो। ~ थियोडॉर रूज़वेल्ट | |||
* स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक गलती जानलेवा भी हो सकती है। ~ मार्क ट्वेन | |||
* | * प्रेम वह सर्व-कुंजी (मास्टर की) है जो खुशियों के दरवाजे को खोलता है। ~ ओलिव्हर वेन्डेल होम्स | ||
* | * क्या आप जानना चाहते हैं कि आप कौन हैं? तो किसी से पूछिये मत। कार्य करना शुरू कर दें। आपका कार्य आपको परिभाषित एवं चित्रित कर देगा। ~ थॉमस जेफर्सन | ||
* | * मैं यह नहीं कहूँगा कि मैं 1000 बार असफल हुआ, मैं यह कहूँगा कि ऐसे 1000 रास्ते हैं जो आपको असफलता तक पहुँचाते हैं। ~ थॉमस एडिसन | ||
* | * सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप चौबीस घण्टे मे कितने प्रयोग कर पाते है। ~ एडिशन | ||
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* | * कोई भी राष्ट्र अपनी भाषा को छोड़कर राष्ट्र नहीं कहला सकता। ~ थोमस डेविस | ||
* | * हर कोई इस संसार को बदल डालने के विषय में सोचता है किन्तु स्वयं को बदल डालने के विषय में कोई भी नहीं सोचता। ~ लियो टॉल्स्टाय | ||
* | * चोट करने के लिए लोहे के गरम होने की प्रतीक्षा मत कीजिए, चोट मार-मार कर लोहे को गरम कर दीजिए। ~ स्प्रेग | ||
* किसी | * प्रत्येक क्षण एक अनुभव है। ~ जेक रॉबर्ट्स | ||
* | * विश्व के सर्वोत्कॄष्ट कथनों और विचारों का ज्ञान ही संस्कृति है। ~ मैथ्यू अर्नाल्ड | ||
* तालाब शांत है इसका अर्थ यह नहीं कि इसमें मगरमच्छ नहीं हैं। ~ माले | |||
* सूर्य की तरफ मुँह करो और तुम्हारी छाया तुम्हारे पीछे होगी। ~ माओरी | |||
* खेल के अंत में राजा और पिद्दा एक ही बक्से में रखे जाते हैं। ~ इतालवी सूक्ति | |||
* जब मैं किसी नारी के सामने खड़ा होता हूँ तो ऐसा प्रतीत होता है कि ईश्वर के सामने खड़ा हूँ। ~ एलेक्जेंडर स्मिथ | |||
* अपनी गलती स्वीकार कर लेने में लज्जा की कोई बात नहीं है। इससे दूसरे शब्दों में यही प्रमाणित होता है कि कल की अपेक्षा आज आप अधिक समझदार हैं। ~ अलेक्जेन्डर पोप | |||
* आरम्भ कर देना ही आगे निकल जाने का रहस्य है। | * कविता में कोई पैसा नहीं है. परंतु पैसा में भी तो कविता नहीं है। ~ रॉबर्ट ग्रेव्स | ||
* मानव के कर्म ही उसके विचारों की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या है। | * बुद्धिमानो की बुद्धिमता और बरसों का अनुभव सुभाषितों में संग्रह किया जा सकता है। ~ आईजक दिसराली | ||
* | * अच्छे मित्रों को पाना कठिन, वियोग कष्टकारी और भूलना असम्भव होता है। ~ रैन्डाल्फ | ||
* | * किसी दूसरे को अपना स्वप्न बताने के लिए लोहे का ज़िगर चाहिए होता है। ~ एरमा बॉम्बेक | ||
* ‘भय’ और ‘घृणा’ ये दोनों भाई-बहन लाख बुरे हों पर अपनी मां बर्बरता के प्रति बहुत ही भक्ति रखते हैं। जो कोई इनका सहारा लेना चाहता है, उसे ये सब से पहले अपनी मां के चरणों में डाल जाते हैं। ~ बर्ट्रेंड रसेल | |||
* जो कभी भी कहीं असफल नही हुआ वह आदमी महान नही हो सकता। ~ हर्मन मेलविल | |||
* असफलता आपको महान कार्यों के लिये तैयार करने की प्रकृति की योजना है। ~ नैपोलियन हिल | |||
* हार का स्वाद मालूम हो तो जीत हमेशा मीठी लगती है। ~ माल्कम फोर्बस | |||
* मैं नही जानता कि सफलता की सीढी क्या है; पर असफला की सीढी है, हर किसी को प्रसन्न करने की चाह। ~ बिल कोस्बी | |||
* हम सभी रोज़ कुछ-न-कुछ सीखते हैं। और ज्यादातर हम यही सीखते हैं कि पिछले दिन हमने जो सीखा था वह गलत था। ~ बिल वौगेन | |||
* सही राह पर होने के बाद भी यदि आप वहां बैठे ही रहेंगे तो कोई गाड़ी आपको कुचलकर चली जायेगी। ~ विल रोजर्स | |||
* आप हर इंसान का चरित्र बता सकते हैं यदि आप देखें कि वह प्रशंसा से कैसे प्रभावित होता है। ~ सेनेका | |||
* मेरी चापलूसी करो, और मैं आप पर भरोसा नहीं करुंगा. मेरी आलोचना करो, और मैं आपको पसंद नहीं करुंगा। मेरी उपेक्षा करो, और मैं आपको माफ़ नहीं करुंगा. मुझे प्रोत्साहित करो, और मैं कभी आपको नहीं भूलूंगा। ~ विलियम ऑर्थर वार्ड | |||
* रुपए ने कहा, मेरी फिक्र न कर – पैसे की चिन्ता कर। ~ चेस्टर फ़ील्ड | |||
* गरीब वह है जिसकी अभिलाषायें बढी हुई हैं। ~ डेनियल | |||
* अच्छी व्यवस्था ही सभी महान कार्यों की आधारशिला है। ~ एडमन्ड बुर्क | |||
* आत्मविश्वास बढाने की यह रीति है कि वह का करो जिसको करते हुए डरते हो। ~ डेल कार्नेगी | |||
* मुस्कराओ, क्योकि हर किसी में आत्म्विश्वास की कमी होती है, और किसी दूसरी चीज की अपेक्षा मुस्कान उनको ज्यादा आश्वस्त करती है। ~ एन्ड्री मौरोइस | |||
* जो प्रश्न पूछता है वह पाँच मिनट के लिये मूर्ख बनता है लेकिन जो नही पूछता वह जीवन भर मूर्ख बना रहता है। ~ रुडयार्ड किपलिंग | |||
* मैं यह जानने के लिये लिखता हूँ कि मैं सोचता क्या हूँ। ~ ग्राफिटो | |||
* दुःखी होने पर प्रायः लोग आंसू बहाने के अतिरिक्त कुछ नहीं करते लेकिन जब वे क्रोधित होते हैं तो परिवर्तन ला देते हैं। ~ माल्कम एक्स | |||
* नेतृत्व का रहस्य है, आगे-आगे सोचने की कला। ~ मैरी पार्कर फोलेट | |||
* ज्ञान की अपेक्षा अज्ञान ज्यादा आत्मविश्वास पैदा करता है। ~ चार्ल्स डार्विन | |||
* अपनी याददास्त के सहारे जीने के बजाय अपनी कल्पना के सहरे जिओ। ~ लेस ब्राउन | |||
* एकाग्रता ही सभी नश्वर सिद्धियों का शाश्वत रहस्य है। ~ स्टीफन जेविग | |||
* कठिन परिश्रम से भविष्य सुधरता है। आलस्य से वर्तमान। ~ स्टीवन राइट | |||
* सही प्रश्न पूछना मेधावी बनने का मार्ग है। ~ स्टीनमेज | |||
* सर्वोत्तम मानव मस्तिष्क की पहचान है, किन्हीं दो पूर्णतः विपरीत विचार धाराऒं को साथ-साथ ध्यान में रखते हुए भी स्वतंत्र रूप से कार्य करने की क्षमता का होना। ~ स्काट फिट्जेराल्ड | |||
* जब तक आप ढूंढते रहेंगे, समाधान मिलते रहेंगे। ~ जॉन बेज | |||
* उच्च कर्म महान मस्तिष्क को सूचित करते हैं। ~ जान फ़्लीचर | |||
* किसी भी व्यक्ति का अतीत जैसा भी हो, भविष्य सदैव बेदाग होता है। ~ जान राइस | |||
* प्रत्येक व्यक्ति को सफलता प्रिय है लेकिन सफल व्यक्तियों से सभी लोग घृणा करते हैं। ~ जान मैकनरो | |||
* हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं, और किसमें विश्वास करते हैं – अंततः ये बातें मायने नहीं रखतीं. हम क्या करते हैं वही महत्वपूर्ण है। ~ जॉन रस्किन | |||
* विवाह करने से पहले मेरे पास बच्चों को पालने के छः सिद्धांत थे. अब मेरे पास छः बच्चे हैं पर सिद्धांत एक भी नहीं। ~ जॉन विल्मोट | |||
* आरम्भ कर देना ही आगे निकल जाने का रहस्य है। ~ सैली बर्जर | |||
* मानव के कर्म ही उसके विचारों की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या है। ~ लाक | |||
* एक समय मे केवल एक काम करना बहुत सारे काम करने का सबसे सरल तरीका है। ~ सैमुएल स्माइल | |||
* दान देने में किसी प्रकार का भय या प्रतिफल की आकांक्षा की भावना हो तो वह दान नहीं है। ~ रिचर्ड रेनॉल्ड्स | |||
* ज्ञान प्राप्ति से अधिक महत्वपूर्ण है अलग तरह से बूझना या सोचना। ~ डेविड बोम (1917-1992) | |||
* दिमाग पैराशूट के समान है, वह तभी कार्य करता है जब खुला हो। ~ जेम्स देवर | |||
* शिक्षा, राष्ट्र की सस्ती सुरक्षा है। ~ बर्क | |||
* विवेक की सबसे प्रत्यक्ष पहचान, सतत प्रसन्नता है। ~ मान्तेन | |||
* भविष्य के बारे में पूर्वकथन का सबसे अच्छा तरीका भविष्य का निर्माण करना है। ~ डा. शाकली | |||
* दो आदमी एक ही वक्त जेल की सलाखों से बाहर देखते हैं, एक को कीचड़ दिखायी देता है और दूसरे को तारे ~ फ्रेडरिक लेंगब्रीज | |||
* भारत मानव जाति का पलना है, मानव-भाषा की जन्मस्थली है, इतिहास की जननी है, पौराणिक कथाओं की दादी है, और प्रथाओं की परदादी है। मानव इतिहास की हमारी सबसे कीमती और सबसे ज्ञान-गर्भित सामग्री केवल भारत में ही संचित है। ~ मार्क ट्वेन | |||
* हमे सीमित मात्रा में निराशा को स्वीकार करना चाहिये, लेकिन असीमित आशा को नहीं छोडना चाहिये। ~ मार्टिन लुथर किंग | |||
* सम्पूर्णता (परफ़ेक्शन) के नाम पर घबराइए नहीं| आप उसे कभी भी नहीं पा सकते। ~ सल्वाडोर डाली | |||
* सही या गलत कुछ भी नहीं है – यह तो सिर्फ सोच का खेल है, पूरी इमानदारी से जो व्यक्ति अपना जीविकोपार्जन करता है, उससे बढ़कर दूसरा कोई महात्मा नहीं है। ~ लिन यूतांग | |||
* जब मुझे भूख लगती है तो खा लेता हूँ और जब थक जाता हूँ तो लेट जाता हूँ। मूर्ख मुझपर हंस सकते हैं पर ज्ञानीजन मेरी बातों का अर्थ समझते हैं। ~ लिन-ची | |||
* झूठ का कभी पीछा मत करो। उसे अकेला छोड़ दो। वह अपनी मौत खुद मर जायेगा। ~ लीमैन बीकर | |||
* आंदोलन से विद्रोह नहीं पनपता बल्कि शांति कायम रहती है। ~ वेडेल फिलिप्स | |||
* अच्छा ही होगा यदि आप हमेशा सत्य बोलें, सिवाय इसके कि तब जब आप उच्च कोटि के झूठे हों। ~ जेरोम के जेरोम | |||
* संयम और श्रम मानव के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं। श्रम से भूख तेज होती है और संयम अतिभोग को रोकता है। ~ रूसो | |||
* विजेता उस समय विजेता नहीं बनते, जब वे किसी प्रतियोगिता को जीतते हैं! विजेता तो वे उन घंटों, सप्ताहों महीनों और वर्षों में बनते हैं, जब वे इसकी तयारी कर रहे होते हैं! ~ टी एलन आर्मस्ट्रांग | |||
* यह मत मानिये की जीत ही सब कुछ है, अधिक महत्त्व इस बात का है, की आप किसी आदर्श के लिए संघर्षरत हों! यदि आप आदर्श पर ही नहीं डट सकते, तो जीतोगे क्या? ~ लेन कर्कलैंड | |||
* जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने वश में कर लेता है, वह दूसरों के क्रोध से (फलस्वरूप) स्वयमेव बच जाता है। ~ सुकरात | |||
* साहस भय की अनुपस्थिति नहीं है। यह तो इस निर्णय तक पहुँचने का बोध है कि कुछ है जो भय से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। ~ एम्ब्रोस रेडमून | |||
* जिस आदमी के पास सिर्फ हथौड़ा होता है उसे अपने सामने आने वाली हर चीज़ कील ही दीखती है। ~ अब्राहम मासलो | |||
* तीसरे दर्जे का दिमाग बहुमत के जैसी सोच रखने पर खुश होता है। दूसरे दर्जे का दिमाग अल्पमत के जैसी सोच रखने पर खुश होता है। और पहले दर्जे का दिमाग सिर्फ सोचने पर ही खुश हो जाता है। ~ ए ए मिलन | |||
* अपने विचारों पर ध्यान दो, वे शब्द बन जाते हैं। अपने शब्दों पर ध्यान दो, वे क्रिया बन जाते हैं. अपनी क्रियाओं पर ध्यान दो, वे आदत बन जाती हैं। अपनी आदतों पर ध्यान दो, वे तुम्हारा चरित्र बनाती हैं। अपने चरित्र पर ध्यान दो, वह तुम्हारी नियति का निर्माण करता है। ~ लाओ-त्जु | |||
* अपने शत्रुओं को सदैव क्षमा कर दो. वे और किसी बात से इससे ज्यादा नहीं चिढ़ते। ~ ऑस्कर वाइल्ड | |||
* मैं सैकड़ों ज्योतिषियों और तांत्रिकों के यहाँ गया और उन्होंने मुझे हजारों बातें बताईं। पर उनमें से एक भी मुझे यह नहीं बता सका कि मैं एक पुलिसवाला हूँ जो उन्हें गिरफ्तार करने आया है। ~ न्यूयॉर्क पुलिसमैन | |||
* झूठ का कभी पीछा मत करो। उसे अकेला छोड़ दो। वह अपनी मौत खुद मर जायेगा। | * लंबा पत्र लिखने के लिए माफी चाहता हूँ पर इसे छोटा करने के लिए मेरे पास समय नहीं था। ~ ब्लेज़ पास्कल | ||
* आंदोलन से विद्रोह नहीं पनपता बल्कि शांति कायम रहती है। | * किसी सूअर से कुश्ती मत करो. तुम दोनों गंदगी में लोटोगे पर इसमें मज़ा सिर्फ सूअर को ही आएगा। ~ केल यार्बोरो | ||
* अच्छा ही होगा यदि आप हमेशा सत्य बोलें, सिवाय इसके कि तब जब आप उच्च कोटि के झूठे हों। | * चूहादौड़ में अगर आप जीत भी जायेंगे तो भी चूहा ही तो कहलायेंगे। ~ लिली टॉमलिन | ||
* संयम और श्रम मानव के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं। श्रम से भूख तेज होती है और संयम अतिभोग को रोकता है। | |||
* विजेता उस समय विजेता नहीं बनते, जब वे किसी प्रतियोगिता को जीतते हैं! विजेता तो वे उन घंटों, सप्ताहों महीनों और वर्षों में बनते हैं, जब वे इसकी तयारी कर रहे होते हैं! | |||
* यह मत मानिये की जीत ही सब कुछ है, अधिक महत्त्व इस बात का है, की आप किसी आदर्श के लिए संघर्षरत हों! यदि आप आदर्श पर ही नहीं डट सकते, तो जीतोगे क्या? | |||
* जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने वश में कर लेता है, वह दूसरों के क्रोध से (फलस्वरूप) स्वयमेव बच जाता है। | |||
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15:47, 3 अक्टूबर 2011 का अवतरण
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इन्हें भी देखें: अनमोल वचन, अनमोल वचन 2, अनमोल वचन 3, अनमोल वचन 4, अनमोल वचन 5, अनमोल वचन 6, कहावत लोकोक्ति मुहावरे एवं सूक्ति और कहावत
अनमोल वचन |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ