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गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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{'जात्रा' कहाँ का प्रमुख लोक नृत्य है? | {'जात्रा' कहाँ का प्रमुख [[लोक नृत्य]] है? | ||
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+[[पश्चिम बंगाल]] | +[[पश्चिम बंगाल]] | ||
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-15 वर्ष | -15 वर्ष | ||
{निम्नलिखित नृत्यों में से कौन-सा एकल नृत्य है? | {निम्नलिखित नृत्यों में से कौन-सा एकल [[नृत्य]] है? | ||
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-[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | -[[भरतनाट्यम नृत्य|भरतनाट्यम]] | ||
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||[[चित्र:Odissi-Dance.jpg|ओडिसी|100px|right]]ओडिसी को पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सबसे पुराने जीवित [[शास्त्रीय नृत्य]] रूपों में से एक माना जाता है। [[उड़ीसा]] के पारम्परिक नृत्य, ओडिसी का जन्म मंदिर में नृत्य करने वाली देवदासियों के नृत्य से हुआ था।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | ||[[चित्र:Odissi-Dance.jpg|ओडिसी|100px|right]]ओडिसी को पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर सबसे पुराने जीवित [[शास्त्रीय नृत्य]] रूपों में से एक माना जाता है। [[उड़ीसा]] के पारम्परिक नृत्य, ओडिसी का जन्म मंदिर में नृत्य करने वाली देवदासियों के नृत्य से हुआ था।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ओडिसी नृत्य|ओडिसी]] | ||
{किस | {किस सूफ़ी संत की दरगाह [[अजमेर]] में है? | ||
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- | -हज़रत निज़ामुद्दीन | ||
-शेख सलीम चिश्ती | -शेख सलीम चिश्ती | ||
+मुईनुद्दीन चिश्ती | +मुईनुद्दीन चिश्ती | ||
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+[[महाराष्ट्र]] | +[[महाराष्ट्र]] | ||
-[[उत्तर प्रदेश]] | -[[उत्तर प्रदेश]] | ||
||[[चित्र:Ratnagiri.jpg|महाराष्ट्र|100px|right]]महाराष्ट्र के सांस्कृतिक जीवन में [[गणेश चतुर्थी]], [[रामनवमी]], अन्य स्थानीय व क्षेत्रीय मेले और त्योहार महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इनके द्वारा लोगों का स्थानीय तथा क्षेत्रीय मेल-मिलाप होता है और ये सामाजिक एकता को बढ़ावा देते हैं। अन्ध धर्मों के त्योहारों में भी लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं, जो सांस्कृतिक जीवन के महानगरीय चरित्र को दर्शाता है। ‘महानुभाव मत’ और डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर द्वारा पुनर्जीवित किए गए [[बौद्ध धर्म]] से सांस्कृतिक जीवन को नया आयाम मिला है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महाराष्ट्र]] | ||[[चित्र:Ratnagiri.jpg|महाराष्ट्र|100px|right]]महाराष्ट्र के सांस्कृतिक जीवन में [[गणेश चतुर्थी]], [[रामनवमी]], अन्य स्थानीय व क्षेत्रीय मेले और त्योहार महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इनके द्वारा लोगों का स्थानीय तथा क्षेत्रीय मेल-मिलाप होता है और ये सामाजिक एकता को बढ़ावा देते हैं। अन्ध धर्मों के त्योहारों में भी लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं, जो सांस्कृतिक जीवन के महानगरीय चरित्र को दर्शाता है। ‘महानुभाव मत’ और [[भीमराव अम्बेडकर|डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर]] द्वारा पुनर्जीवित किए गए [[बौद्ध धर्म]] से सांस्कृतिक जीवन को नया आयाम मिला है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महाराष्ट्र]] | ||
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08:36, 7 अक्टूबर 2011 का अवतरण
कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान
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