"अगरुपत्र (लेखन सामग्री)": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "Category:भाषा_और_लिपि" to "Category:भाषा और लिपिCategory:भाषा कोश") |
||
पंक्ति 19: | पंक्ति 19: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{प्राचीन भारत लेखन सामग्री}} | {{प्राचीन भारत लेखन सामग्री}} | ||
[[Category:इतिहास_कोश]][[Category: | [[Category:इतिहास_कोश]][[Category:भाषा और लिपि]][[Category:भाषा कोश]] | ||
[[Category:प्राचीन भारत लेखन सामग्री]] | [[Category:प्राचीन भारत लेखन सामग्री]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
08:53, 14 अक्टूबर 2011 का अवतरण
- अगरुपत्र प्राचीन भारत की लेखन सामग्री है।
- अगरु वृक्ष की छाल भी, जिसे असम में 'सांचीपात' कहते हैं, ग्रन्थ लिखने और चित्र बनाने के लिए प्रयोग होती थी।
- पूर्वोत्तर भारत में इस छाल का हस्तलिपि-लेखन के लिए काफ़ी उपयोग हुआ है।
- अगरु की छाल लिखने के लिए तैयार करने में बहुत श्रम करना पड़ता था।
- सांचीपातीय हस्तलिपियाँ बड़ी संख्या में प्राप्त हुई हैं।
- इनमें से कुछ हस्तलिपियाँ विदेशों में भी पहुँच गई हैं।
|
|
|
|
|