"सदस्य:गोविन्द राम/sandbox": अवतरणों में अंतर

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*'''[[श्रावस्ती]]''' न केवल [[बौद्ध]] और [[जैन धर्म|जैन धर्मों]] का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था अपितु यह ब्राह्मण धर्म एवं [[वेद]] विद्या का भी एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था।
*'''[[श्रावस्ती]]''' न केवल [[बौद्ध]] और [[जैन धर्म|जैन धर्मों]] का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था अपितु यह ब्राह्मण धर्म एवं [[वेद]] विद्या का भी एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था।
*यह [[कौशल महाजनपद|कोसल जनपद]] का एक प्रमुख नगर था। श्रावस्ती, अचिरावती नदी के तट पर बसा था, जिसकी पहचान आधुनिक [[राप्ती नदी]] से की जाती है।  [[श्रावस्ती|... और पढ़ें]]
*[[बुद्ध]] के जीवन काल में श्रावस्ती [[कौशल महाजनपद|कोशल देश]] की राजधानी थी। एक बौद्ध [[ग्रन्थ]] के अनुसार वहाँ 57 हज़ार कुल रहते थे और कोसल-नरेशों की आमदनी सबसे ज़्यादा इसी नगर से हुआ करती थी। [[बुद्ध|गौतम बुद्ध]] के समय में भारतवर्ष के 6 बड़े नगरों में श्रावस्ती की गणना हुआ करती थी। [[श्रावस्ती|... और पढ़ें]]
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14:36, 18 अक्टूबर 2011 का अवतरण

विशेष आलेख
प्राचीन जैन मंदिर के अवशेष
प्राचीन जैन मंदिर के अवशेष
  • श्रावस्ती न केवल बौद्ध और जैन धर्मों का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था अपितु यह ब्राह्मण धर्म एवं वेद विद्या का भी एक महत्त्वपूर्ण केंद्र था।
  • बुद्ध के जीवन काल में श्रावस्ती कोशल देश की राजधानी थी। एक बौद्ध ग्रन्थ के अनुसार वहाँ 57 हज़ार कुल रहते थे और कोसल-नरेशों की आमदनी सबसे ज़्यादा इसी नगर से हुआ करती थी। गौतम बुद्ध के समय में भारतवर्ष के 6 बड़े नगरों में श्रावस्ती की गणना हुआ करती थी। ... और पढ़ें

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