प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) (पन्ने को खाली किया) |
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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{{सूचना बक्सा पर्यटन | |||
|चित्र=Aguada-Fort.jpg | |||
|चित्र का नाम=अगुआड़ा दुर्ग, गोवा | |||
|विवरण=अगुआड़ा दुर्ग का नामकरण पुर्तग़ालियों ने एक मीठे पानी के झरने के नाम पर रखा था। | |||
|राज्य=[[गोवा]] | |||
|केन्द्र शासित प्रदेश= | |||
|ज़िला=दक्षिणी गोवा | |||
|निर्माता= | |||
|स्वामित्व= | |||
|प्रबंधक= | |||
|निर्माण काल= | |||
|स्थापना=1612 ई. | |||
|भौगोलिक स्थिति=[http://maps.google.com/maps?q=15.488,73.763&ll=15.489085,73.777142&spn=0.076096,0.169086&t=m&z=13&vpsrc=6&iwloc=near पूर्व- 15° 29' 16.80", उत्तर- 73° 45' 46.80"] | |||
|मार्ग स्थिति=अगुआड़ा दुर्ग, [[पणजी]] राष्ट्रीय राज्य मार्ग संख्या 17 से 12.6 किमी की दूरी पर स्थित है। | |||
|मौसम= | |||
|तापमान= | |||
|प्रसिद्धि= | |||
|कब जाएँ= | |||
|कैसे पहुँचें=जलयान, हवाई जहाज़, रेल, बस आदि | |||
|हवाई अड्डा=डाबोलिम हवाई अड्डा | |||
|रेलवे स्टेशन=थिविम रेलवे स्टेशन | |||
|बस अड्डा=कंदोलिम बस अड्डा | |||
|यातायात=साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, मीटर-टैक्सी, सिटी बस | |||
|क्या देखें= | |||
|कहाँ ठहरें=होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह | |||
|क्या खायें= | |||
|क्या ख़रीदें= | |||
|एस.टी.डी. कोड=0832 | |||
|ए.टी.एम=लगभग सभी | |||
|सावधानी= | |||
|मानचित्र लिंक=[http://maps.google.com/maps?saddr=Panaji,+Goa,+India&daddr=Fort+Aguada+Road,+Candolim,+Goa,+India&hl=en&ll=15.504303,73.823318&spn=0.076091,0.169086&sll=15.524152,73.773708&sspn=0.076083,0.169086&geocode=FbJx7AAduXtmBCnZzGEzqcC_OzFhvuUkCxKY3Q%3BFQ3L7AAdp5plBCnDy-IomMG_OzF-4r1-eCT25w&vpsrc=6&mra=ls&t=m&z=13 गूगल मानचित्र] | |||
|संबंधित लेख=[[संत फ़्रांसिस आसिसी गिरजाघर गोवा|संत फ़्रांसिस आसिसी गिरजाघर]],[[से कैथेड्रल गिरजाघर गोवा|से कैथेड्रल गिरजाघर]], [[वरका तट गोवा|वरका तट]], [[हरमल तट गोवा|हरमल तट]] | |||
|शीर्षक 1=भाषा | |||
|पाठ 1=[[कोंकणी भाषा|कोंकणी]], [[अंग्रेजी भाषा|अंग्रेजी]], [[हिंदी भाषा|हिंदी]], पुर्तगाली और [[मराठी भाषा|मराठी]] | |||
|शीर्षक 2= | |||
|पाठ 2= | |||
|अन्य जानकारी=अगुआड़ा में पुर्तग़ालियों द्वारा दुर्ग निर्माण का मुख्य उद्देश्य इसके माध्यम से गोवा की अपनी बस्ती की सुरक्षा करना था। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
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06:44, 15 नवम्बर 2011 का अवतरण
प्रीति चौधरी/अभ्यास पन्ना
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विवरण | अगुआड़ा दुर्ग का नामकरण पुर्तग़ालियों ने एक मीठे पानी के झरने के नाम पर रखा था। | ||
राज्य | गोवा | ||
ज़िला | दक्षिणी गोवा | ||
स्थापना | 1612 ई. | ||
भौगोलिक स्थिति | पूर्व- 15° 29' 16.80", उत्तर- 73° 45' 46.80" | ||
मार्ग स्थिति | अगुआड़ा दुर्ग, पणजी राष्ट्रीय राज्य मार्ग संख्या 17 से 12.6 किमी की दूरी पर स्थित है। | ||
कैसे पहुँचें | जलयान, हवाई जहाज़, रेल, बस आदि | ||
डाबोलिम हवाई अड्डा | |||
थिविम रेलवे स्टेशन | |||
कंदोलिम बस अड्डा | |||
साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, मीटर-टैक्सी, सिटी बस | |||
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह | ||
एस.टी.डी. कोड | 0832 | ||
ए.टी.एम | लगभग सभी | ||
गूगल मानचित्र | |||
संबंधित लेख | संत फ़्रांसिस आसिसी गिरजाघर,से कैथेड्रल गिरजाघर, वरका तट, हरमल तट | भाषा | कोंकणी, अंग्रेजी, हिंदी, पुर्तगाली और मराठी |
अन्य जानकारी | अगुआड़ा में पुर्तग़ालियों द्वारा दुर्ग निर्माण का मुख्य उद्देश्य इसके माध्यम से गोवा की अपनी बस्ती की सुरक्षा करना था। |