"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/अभ्यास": अवतरणों में अंतर

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-ऋग्वैदिक काल में
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-सैन्धव काल में
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-सूत्रकाल में
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||उत्तर वैदिक काल में [[आर्य|आर्यो]] ने [[यमुना]], [[गंगा]] एवं [[गण्डक नदी|गण्डक]] नदियों के मैदानों को जीतकर अपने अधिकार में कर लिया। दक्षिण में आर्यो का फैलाव [[विदर्भ]] तक हुआ। उत्तर वैदिक कालीन सभ्यता का मुख्य केन्द्र '[[मध्य प्रदेश]]' था, जिसका प्रसार [[सरस्वती नदी|सरस्वती]] से लेकर गंगा दोआब तक था। यहीं से आर्य [[संस्कृति]] की पूर्वी ओर प्रस्थान कर [[कोशल]], [[काशी]] एवं [[विदेह]] तक फैली। गोत्र व्यवस्था का प्रचलन भी उत्तर वैदिक काल से ही प्रारम्भ हुआ माना जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उत्तर वैदिक काल]]


{[[मलिक काफ़ूर]] को हज़ार दीनारी कहा गया था, क्योंकि-
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-उसके पास 1000 गाँवों का स्वामित्व था।
-उसके पास 1000 गाँवों का स्वामित्व था।
-वह 1000 दीनार प्रतिदिन दान करता था।
-वह 1000 दीनार प्रतिदिन दान करता था।
||मलिक काफ़ूर मूलतः [[हिन्दू]] जाति का एक हिजड़ा था। उसे नुसरत ख़ाँ ने एक हज़ार दीनार में ख़रीदा था, जिस कारण उसका एक अन्य नाम 'हज़ार दीनारी' पड़ गया। नुसरत ख़ाँ ने उसे ख़रीदकर 1298 ई. में [[गुजरात]] विजय से वापस जाने पर सुल्तान [[अलाउद्दीन ख़िलजी]] के समक्ष तोहफ़े के रूप में प्रस्तुत किया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मलिक काफ़ूर]]
||मलिक काफ़ूर मूलतः [[हिन्दू]] जाति का एक किन्नर था। उसे नुसरत ख़ाँ ने एक हज़ार दीनार में ख़रीदा था, जिस कारण उसका एक अन्य नाम 'हज़ार दीनारी' पड़ गया। नुसरत ख़ाँ ने उसे ख़रीदकर 1298 ई. में [[गुजरात]] विजय से वापस जाने पर सुल्तान [[अलाउद्दीन ख़िलजी]] के समक्ष तोहफ़े के रूप में प्रस्तुत किया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मलिक काफ़ूर]]


{[[हड़प्पा]] वासियों को निम्नलिखित में से किसका ज्ञान नहीं था?
{[[हड़प्पा]] वासियों को निम्नलिखित में से किसका ज्ञान नहीं था?

09:37, 12 जनवरी 2012 का अवतरण

इतिहास

1 किस भारतीय ने सर्वप्रथम अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा लागू करने के लिए सदन में विधेयक प्रस्तुत किया था?

मदन मोहन मालवीय
महात्मा गाँधी
गोपाल कृष्ण गोखले
जवाहर लाल नेहरू

2 'गोत्र' व्यवस्था प्रचलन में कब आई?

ऋग्वैदिक काल में
उत्तर वैदिक काल में
सैन्धव काल में
सूत्रकाल में

3 मलिक काफ़ूर को हज़ार दीनारी कहा गया था, क्योंकि-

उसे 1000 दीनार में ख़रीदा गया था।
वह 1000 सैनिकों का प्रधान था।
उसके पास 1000 गाँवों का स्वामित्व था।
वह 1000 दीनार प्रतिदिन दान करता था।

4 हड़प्पा वासियों को निम्नलिखित में से किसका ज्ञान नहीं था?

कुओं का निर्माण
खम्भों का निर्माण
नालियों का निर्माण
मेहराबों का निर्माण

5 निम्न में से किस व्यक्ति को ‘बिना ताज का बादशाह’ कहा जाता है?

बाल गंगाधर तिलक
सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
राजा राममोहन राय
महात्मा गाँधी

6 हड़प्पा काल में ताँबे के रथ की खोज हुई थी-

कुनाल में
राखीगढ़ी में
दैमाबाद में
बनवाली में

7 'राजगृह' में महावीर स्वामी ने सर्वाधिक निवास किस ऋतु में किया?

ग्रीष्म ऋतु
वर्षा ऋतु
शीत ऋतु
बसन्त ऋतु

8 जैन धर्म के पहले तीर्थंकर के रूप में किसे जाना जाता है?

महावीर स्वामी को
ऋषभदेव को
पार्श्वनाथ को
अजितनाथ को

9 महावीर स्वामी 'यती' कब कहलाए?

घर त्यागने के बाद
इन्द्रियों को जीतने के बाद
ज्ञान प्राप्त करने के बाद
उपर्युक्त में से कोई नहीं

10 अलाउद्दीन ख़िलजी का मूल नाम क्या था?

अबू रैहान
इमामुद्दीन रैहान
अली गुरशास्प
फ़रीद ख़ाँ

11 महावीर के निर्वाण के बाद जैन संघ का अगला अध्यक्ष कौन हुआ?

गोशल
मल्लिनाथ
सुधर्मन
वज्र स्वामी

12 किस शासक के काल में चतुर्थ बौद्ध संगीति का आयोजन कश्मीर में हुआ था?

अशोक
चन्द्रगुप्त द्वितीय
कनिष्क
अजातशत्रु

14 जैन धर्म के पाँचों व्रतों में से सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण व्रत कौन-सा है?

अमृषा (सत्य)
अहिंसा
अचौर्य (अस्तेय)
अपरिग्रह

15 सर्वप्रथम चारों आश्रमों के विषय में जानकारी कहाँ से मिलती है?

जाबालोपनिषद से
छान्दोग्य उपनिषद से
मुण्डकोपनिषद से
कठोपनिषद से